#AdarshSham : पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण पर नहीं चलेगा केस, बदल रहे हैं कांग्रेस के सितारे
नई दिल्ली। गुजरात चुनाव और 2 जी घोटाले पर आए फैसले से लगता है कि अब सितारे कांग्रेस पार्टी का साथ देने लगे हैं तभी तो शुक्रवार की सुबह पार्टी के लिए एक और राहत की खबर लेकर आई है, आज आदर्श सोसाइटी मामले में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को बड़ी राहत मिली है क्योंकि बॉम्बे हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण पर गर्वनर सी. विद्यासागर द्वारा दिए गए मुकदमा चलाने के आदेश को रद्द कर दिया है। गौरतलब है कि राज्यपाल ने गर्वनर ने मार्च 2017 में ही अशोक चव्हाण पर केस करने का आदेश दिया था। कांग्रेस को सत्ता से दूर करने में इस घोटाले का भी बहुत बड़ा हाथ था।
क्या था आदर्श सोसायटी घोटाला
मुंबई के कोलाबा में आदर्श हाउसिंग सोसायटी बनाई गई थी जिसमें करीब 31 फ्लैट है, जिन्हें कि युद्द में मारे गए सैनिकों के परिवार और विधवाओं के लिए बनाया गया था लेकिन आरटीआई से खुलासा हुआ कि इस सोसायटी के सारे फ्लैट्स ब्यूरोक्रैट्स, राजनेताओं और सेना के अफसरों बेहद कम दामों में बेचे दिए गए, इस घपले में कांग्रेस ने जमकर मुनाफा कमाया, जिस पर काफी हंगामा मचा था। साल 2010 में हुए इस घोटाले के ही कारण अशोक चव्हाण को अपनी सीएम की कुर्सी भी खोनी पड़ी थी।
क्या हुआ अब तक
आरीआई के खुलासे के जहां सियासी भूचाल आया वहीं हाईकोर्ट ने भी माना कि ये घोटाला हुआ है और इसी वजह से उसने पर्यावरण नियमों को दरकिनार करने की वजह से केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने सिफारिश की कि इस इमारत को तीन महीने के अंदर गिरा दिया जाए, फिर इस मामले की जांच के लिए 2011 में महाराष्ट्र सरकार ने दो सदस्यीय न्यायिक कमिशन का गठन किया, जिसने अपनी रिपोर्ट साल 2013 में सौंपी जिसमें कहा गया कि इस इमारत के 25 फ्लैट गलत तरीके से बेचे गए हैं, ये सभी फर्जी नाम पर है, इस घोटाले में महाराष्ट्र के चार पूर्व मुख्यमंत्रियों का भी नाम आया, जिनमें अशोक चव्हाण, विलासराव देशमुख, सुशील कुमार शिंदे और शिवाजीराव निलंगेकर पाटिल शामिल थे।
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