भंग हुई 'आप' की शांति, कहा क्यों बोले पब्लिक में
नयी दिल्ली। आम आदमी पार्टी में उलथ-पुथल की स्थिति बनी हुई है। आप नेता शांति भूषण ने आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल की काबिलियत पर सवाल उठाया तो पार्टी में उनके खिलाफ बगावत उठ गई। अब आप ने अपने ही नेता शांति भूषण के उस बयान को खारिज कर दिया है। पार्टी ने सफाई देते हुए कहा कि शांति भूषण हरियाणा में चुनाव न लड़ने के फैसले से नाराज हैं, इसलिए इस तरह के बयान दे रहे हैं।
आपको बता दें कि शांति भूषण ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल में पार्टी को आगे बढ़ाने की क्षमता नहीं है। उन्होंने सुझाव दिया कि पार्टी को अगर आगे बढ़ाना है तो उन्हें पार्टी की जिम्मेदारी किसी और नेता को सौंप देनी चाहिए। पूर्व कानून मंत्री शांति भूषण ने केजरीवाल पर सवाल उठाते हुए कहा था कि अरविंद में सांगठनिक क्षमता नहीं है। उन्होंने कहा कि वह पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर खड़ा नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा था कि आप में लोकतंत्र की कमी है और अरविंद सिर्फ अपनी बात सुनते हैं। उन्होंने कहा था कि अरविंद अच्छे कैंपेनर हैं, लेकिन उनमें ऑर्गनाइजेशनल स्किल्स की कमी है।
शांति भूषण के इस बयान से खुद उनके बेटे और आप नेता प्रशांत भूषण ने भी किनारा कर लिया है। उन्होंने इसे शांति भूषण का निजी बयान करार दिया है। इस बयान को खारिज करते हुए पार्टी ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल लोकसभा में चुनाव लड़ने के खिलाफ थे, फिर भी 432 सीटों पर चुनाव लड़ा गया और ये दर्शाता है कि पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र की कमी नहीं है।