84वें महाधिवेशन में राहुल गांधी को मिली स्पेशल पावर, खुद तय करेंगे CWC सदस्यों के नाम
नई दिल्ली। देश की 137 साल पुरानी पार्टी का पूरा दारोमदार अब राहुल गांधी पर है। कांग्रेस के 3 दिवसीय 84वें महाधिवेशन में राहुल को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डेलीगेट और कांग्रेस के सदस्य मौजूदगी में कार्यसमिति के सदस्यों के चुनने का अधिकार दे दिया है। इसके लिए इस अधिवेशन में प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पास किया गया है। इसके बाद कांग्रेस की CWC सदस्यों के नाम की घोषणा हो सकती है। अब राहुल खुद CWC के सदस्यों के नाम का चयन कर सकते हैं। बता दें कि CWC ही कांग्रेस में महत्वपूर्ण फैसले लेती है। कांग्रेस अध्यक्ष ही CWC सदस्यों को मनोनीत करते हैं। कांग्रेस के सभी AICC सदस्यों ने राहुल को CWC सदस्यों को चुनने के लिए अधिकृत किया।
राहुल अब 24 सदस्यों का चयन करेंगे। ऐसे में 12 कार्यसमिति के सदस्यों के चुनाव नहीं होंगे। ऐसा माना जा रहा था कि कांग्रेस इन सदस्यों का चुनने का अधिकार राहुल को देगी। पार्टी राहुल के ही नेतृत्व में भाजपा का सामना करने की तैयारी कर रही है। ऐसे में 12 सीटों के लिए आपसी अहम और खीचतान को खत्म करने के लिए यह फैसला महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस प्रस्ताव पर राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस के इतिहास में दर्जनों पर CWC सदस्यों का चुनाव हुआ है।
पार्टी की ओर से पास किए गए प्रस्ताव पर माना जा रहा है कि राहुल यह समझ गए हैं कि राजनीति में आदर्श और वास्तविकता में जमीन आसमान का फर्क होता है। गौरतलब है कि राहुल ने कांग्रेस की छात्र इकाई भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) में चुनाव कराने की प्रक्रिया शुरू कराई थी, जिसका दल में काफी विरोध हुआ था। खबरें इस तरह की भी आई थीं कि राहुल के इस फैसले के बाद पार्टी के चुनावों में काफी धनबल का उपयोग हुआ।