चीन को घेरने के लिए बॉर्डर पर एक साथ 73 जाल बिछा रहा भारत
नई दिल्ली। सिक्किम में सीमा विवाद को लेकर चल रहे टकराव के बीच भारत सरकार ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। यह फैसला चीन को घेरने की दिशा में है। जी हां सरकार अब चीन सीमा के आसपास 73 सड़कों का निर्माण करेगी। भारत सरकार ऐसा इसलिए करने जा रही है ताकि युद्ध की दशा में इन सड़कों के माध्यम से आसानी से आवागमन हो सके। गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने मंगलवार को लोकसभा में इस बात की जानकारी दी। भारत की तरफ से इस बयान के बाद अब सीमा पर तनाव दिखने लगा है।
रक्षा मंत्रालय खुद बनवाएगा 46 सड़क
जानकारी के मुताबिक भारत सरकार ने इन सड़कों के निर्माण की जिम्मेदारी भी दे दी है। 73 में से 46 सड़क रक्षा मंत्रालय द्वारा और 27 सड़के गृह मंत्रालय द्वारा बनवाया जाएगा। किरण रिजिजू ने अपने जवाब में कहा कि 30 सड़कों का निर्माण लगभग-लगभग पूरा भी हो चुका है। आपको बता दें कि इन सड़कों का निर्माण साल 2012-13 तक हो जाना था।
क्यों हुई सड़क निर्माण में देरी
सड़क निर्माण में देरी के मुख्य कारणों में सीमित कामकाजी समय शामिल है। रिजिजू ने बताया कि ऊंचाई, बीहड़, कठिन इलाके और प्राकृतिक आपदाओं के चलते भूमि अधिग्रहण को लेकर खासा परेशान सामने आ रही थी। उन्होंने बताया कि सैन्य अधिकारियों के साथ मुलाकात के बाद इस मुद्दे को सुलझा लिया गया है।
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भारत और चीन की सीमा की कितनी है लंबाई
जम्मू-कश्मीर से लेकर अरूणाचल प्रदेश तक भारत और चीन की सीमा की लंबाई 3,488 किलोमीटर है। इसका 220 किलोमीटर लंबा खंड सिक्किम में आता है। सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के मीडिया समूह के इस अखबार ने लिखा है, ‘‘चूंकि गतिरोध जारी है, इसलिए चीन को दीर्घकालिक हालात का रूप ले रहे गतिरोध से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए, साथ-ही-साथ उसे तार्किक रूख भी बनाए रखना चाहिए।''