तस्वीरों में: मोदी के बारे में ये 7 बातें जानना बेहद जरुरी
नयी दिल्ली। 16वीं लोकसभा चुनाव ने भारतीय राजनीति के इतिहास में न या बदलाव ला दिया है। जनता ने 30 सालों के बाद एक ऐसा फैसला किया जिसके बाद से भारत की राजनीति ने नया मोड़ ले दिया है। 282 सीटों से साथ बारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत देकर जनता ने किसी इक पार्टी पर इतना विश्वास किया है।
वहीं भाजपा के पीएम पद के दावेदार और अब देश के भावी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अकेले के दम पर ये करिश्मा कर दिखाया है। मोदी अब देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे है। ऐसे में हम आपको उनके बारे में कुछ ऐसी जानकारी दे रहे हैं जिसके बारे में आपका जानना बेहद जरुरी है।
पीएम से जुड़ी रोचक जानकारी
63 साल के मोदी भले देश के प्रधानमंत्री बन जाए, लेकिन वो अप ना मां हीराबा के लाडले है। मां उनकी कमजोरी है। हीराबा गांधीनगर में ही मुख्यमंत्री के सरकारी आवास सेक्टर 20 के बंगला नंबर 26 से महज एक किमी दूरी पर अपने छोटे बेटे पंकज भाई के साथ रहती हैं। लेकिन पिछले 12 साल में मां व परिवार का कोई सदस्य एक किमी दूरी पार कर मोदी के सरकारी बंगले तक नहीं गया। मां हीराबा आज भी 6 बाई 6 फीट के कमरे में रहती हैं।
वडनगर स्टेशन पर चाय की दुकान
उनके पिता दामोदर दास मोदी स्थानीय रेलवे स्टेशन के छोटे से प्लेटफॉर्म पर टी स्टॉल चलाते थे। बहुत छोटी उम्र से ही नरेंद्र पिता की मदद करते। वे पिता से केतली में चाय लेकर ट्रेनों में बेचते थे।
फीमेल फैन फॉलोइंग
ये बहुत कम लोगों को पता है कि मोदी की फीमेल फैन फॉलोइंग जबरदस्त है। इन्हीं फीमेल फैन्स के कारण मोदी बारत के ऐसे दूसरे राजनीतिज्ञ है जिसके फॉलोअर की संख्या सबसे ज्यादा । मोदी की रैलियों में महिलाओं की उम़ड़ने वाली भीड़ भी इसी ओर इशारा करती है। मोदी की फीमेल फैन्स उनकी की तरह का हाफ बाजु का कुर्ता और जैकेट पहनना पसंद करतीं है।
देंगे बुलेट की रफ्तार
मोदी ने अपनी चुनावी रैलियों में देश में बुलेट ट्रेन लाने का वादा किया था। मी देश की पुरानी रेलवे प्रणाली को बदलना चाहते है। बुलेट की रफ्तार को मोदी आधुनिकता का परिचय मानते है।
बाल-विवाहित हैं मोदी
मोदी का विवाद बचपन में ही जसोदाबेन से हो गया था। उन्होंने घर-बार त्याग करने के बाद उनसे सारे संबंध खत्म कर दिए। चुनावी सभाओं के दौरान जब उनसे इस बारे में पूछा जाता वो चुप्पी साध जाते, लेकिन वड़ोदरा में नामांकन भरते वक्त उन्होंने जशोदाबेन को अपी पत्नी के तौर पर स्वीकार दिया।
तकनीक के मास्टर
मोदी देश के अकेले पहले नेता है जिन्होंने तकनीक का इस्तेमाल चुनाव में किया है। मोदी ने 3डी तकनीक का इस्तेमाल कर एक जगह से कई स्थानों पर लोगों से संबंध साधा और इस समस्या से भी छुटकारा पा दिया कि इतने बड़े देश में कम वक्त में अधिक से अधिक लोगों तक अपनी बात कैसे पहुंचाई जाए।
दंगों के दाग से परेशान मोदी
2002 में गुजरात में हुए दंगों के दाग ने मोदी की शख्सियत को हमेशा सवालों के गेरे में ला दिया। मोदी कभी भी इन सवालों का मना नहं करना चाहते। तीन महीनें तक चले इन दंगों में 1 हजार से ज्यादा लोगों की जाने गई जिसमें अधिकतर मुस्लिम थे। भले ही सुप्रीम कोर्ट ने मोदी को बेदाग बता दिया हो, लेकिन अमेरिका और ब्रिट्रेन जैसे देशों ने मोदी का हमेशा से बाइकॉट किया है।