जश्न-ए आजादी के लिए तैयार हुआ लाल किला, लगाए गए ढ़ाई हजार LED लैंप
नई दिल्ली। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय का ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि, स्वतंत्रता दिवस का उत्सव मनाने के लिए शुक्रवार शाम साढ़े सात बजे से लेकर रात के 11 बजे तक लगभग 2,500 लैम्प ऐतिहासिक लाल किले पर जगमगा उठा। ऐतिहासिक लाल किले पर पहली बार सामने की दीवार और इसके दो प्रमुख गेट लाहौरी गेट तथा दिल्ली गेट पर इन लैम्प को जलाए गए।
लैम्पों के रोशनी से पूरा लाल किला जगमगा उठा
लैम्प जलाने के समारोह का आयोजन आज संस्कृति मंत्री महेश शर्मा की उपस्थिति रहे। इन लैम्पों के रोशनी से पूरा लाल किला जगमगा उठा। बयान में कहा गया है कि 17 वीं शताब्दी के मुगल युग स्मारक को सूर्यास्त के बाद उसकी वास्तुशिल्प सुंदरता बढ़ाने के लिए प्रकाश व्यवस्था की गई है।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
शर्मा ने कहा, हमने अपने ऐतिहासिक स्मारकों की पुरातात्विक भव्यता को उजागर करने के लिए सभी 100 'आदर्श स्मारकों' में लैंप लगवाने का प्रस्ताव रखा है। इससे न केवल स्थानीय निवासियों को उनकी विरासत पर गर्व होगा, बल्कि रात के पर्यटन को बड़े पैमाने पर बढ़ावा मिलेगा। इस अवसर पर उपस्थित लोगों में अरुण गोयल, संस्कृति मंत्रालय के सचिव उषा शर्मा, महानिदेशक (डीजी), भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई), रमन अग्रवाल, ईडी (एनबीसीसी) और संस्कृति मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी थे।
लाइटिंग पर खर्च किए गए तीन करोड़ रुपए
नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (एनबीसीसी) ने ऐतिहासिक स्मारक को प्रकाशित करने के लिए करीब 2,500 लैंप का उपयोग किया है। अधिकारियों ने बताया कि इन एलईडी लाइटों .को लगाने में तीन करोड़ रुपए का खर्च आया है। इसे लगाने में दो महीने का समय लगा। ये लाइटें शाम 7.30 से रात 11 बजे तक जलेंगी। इस लाइटिंग में पीले और स्टेटिक कलर की एलइडी का इस्तेमाल किया गया है।
चली गई नौकरी तो 'विश्वकर्मा अकाउंट' आएगा काम, प्राइवेट नौकरी वालों के लिए मोदी सरकार का बड़ा तोहफा