1993 मुंबई ब्लास्ट: जानिए ताहिर मर्चेंट, फिरोज खान का रोल जिन्हें मिली है सजा ए मौत
नई दिल्ली। 1993 मुंबई सीरियल ब्लास्ट केस में सजा का ऐलान हो गया है। विशेष टाडा अदालत ने अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम को उम्रकैद की सजा सुनाई है। अदालत ने उसे इस ब्लास्ट का मास्टरमाइंड मानते हुए 2 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। इसके साथ ही ताहिर मर्चेंट और फिरोज खान को फांसी और करीमुल्लाह शेख को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। तो आइए आपको बताते हैं ताहिर मर्चेंट और फिरोज खान के रोल के बारे में।
ताहिर मर्चेंट- धमाकों के लिए पैसा जुटाया। कई आरोपियों को ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान भिजवाया। मुंबई और दुबई में बैठकर पूरा षड्यंत्र रचा।
फिरोज राशिद खान- आपराधिक षड्यंत्र रचने का आरोप, मोहम्मद दौसा और कस्टम अफसरों के साथ मीटिंग कर अवैध तरीके से हथियारों को भारत लाने का आरोप। हथियारों के एक बड़े जखीरे को कंदलगांव क्रीक में डंप करने का आरोप।
कब हुआ था धमाका
12 मार्च, 1993 को मुंबई में एक के बाद एक 12 बम धमाके हुए थे। इसमें 257 लोगों की मौत हो गई, जबकि 700 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। बताया जाता है कि धमाकों में 27 करोड़ रुपये की संपत्ति नष्ट हुई थी। इस मामले में 129 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया था। इस केस में शुरुआती 123 आरोपियों का ट्रायल 2006 में खत्म हुआ था, जिसमें 100 दोषियों को सजा सुनाई गई थी। इसमें संजय दत्त भी शामिल थे। साल 2015 में याकूब मेमन को फांसी की सजा दी गई थी।