सामने आई चांद की पहली रंगीन फोटो, 16 साल के लड़के ने 50 हजार फ्रेम से बनाई कलर फुल तस्वीर
पुणे, 19 मई। बचपन से लेकर अब तक हम सभी ने सफेद रोशनी में नहाए चांद की ब्लैक एंड व्हाइट फोटो ही देखी है, लेकिन अब आपको उन पुरानी तस्वीरों को भूल जाना चाहिए। जी हां, ऐसा इसलिए क्योंकि अब चांद भी रंगीन हो चुका है। दरअसल, पुणे (महाराष्ट्र) के रहने वाले 16 साल के एक लड़के ने महीनों की कड़ी मेहनत से नामुमकिन को मुमकिन कर के दिखा दिया है।
16 साल के प्रथमेश जाजू ने किया कमाल
पुणे के प्रथमेश जाजू ने लगभग 50 हजार फ्रेम की मदद से चांद की विलक्षण तस्वीर तैयार की जिसे उन्होंने अब दुनिया के सामने पेश किया है। सोशल मीडिया पर अब चांद की रंगीन फोटो तेजी से वायरल हो रही है। पृथ्वी के एकमात्र चांद को निहारते रहना और तस्वीर लेना किसी आम इंसान से लेकर ऐस्ट्रोफटॉग्रफर्स तक का पसंदीदा काम है। प्रथमेश जाजू द्वारा ली गई तस्वीरें चांद की अब तक की सबसे साफ और रंगीन फोटो कहा जा सकता है।
50 हजार फ्रेम से बनाई चांद की रंगीन फोटो
वायरल हो रही तस्वीरों में चांद बेहद साफ नजर आ रहा है, इतना ही नहीं चांद की सतह पर मौजूद गड्ढों को भी आसानी से देखा जा सकता है। हैरानी की बात यह है कि इस एक तस्वीर को तैयार करने में प्रथमेश जाजू को 50 हजार फ्रेम का इस्तेमाल करना पड़ा है, इसके लिए उन्हें 186 गीगाबाइट का डेटा खर्च करना पड़ा। प्रथमेश ने बताया कि उन्होंने चांद के छोटे-छोटे हिस्सों के 38 वीडियो रिकॉर्ड किए। इनमें से हर वीडियो में करीब 2000 फ्रेम हैं।
प्रथमेश ने इन उपकरणों की ली मदद
प्रथमेश ने आगे बताया, सभी फ्रेम को स्टेबलाइज करके उन्हें एक-एक तस्वीर में बदलना पड़ा और फिर एक साथ लगाया गया जिससे चांद की पूरी तस्वीर तैयार हो सकी। इसके लिए प्रथमेश ने Celestron 5 Cassegrain OTA (टेलिस्कोप), ZWO ASI120MC-S सुपर-स्पीड USB कैमरा, SkyWatcher EQ3-2 माउंट और GSO 2X BARLOW लेंस का इस्तेमाल किया। इतना ही नहीं प्रथमेश ने दिन-रात की मेहनत से शार्पकैप का इस्तेमाल कर सभी तस्वीरों स्टेबलाइज किया।
क्या हैं चांद पर दिखाई दे रहे रंगीन क्षेत्र
16 वर्षीय प्रथमेश द्वारा शेयर की गई तस्वीरों में आपको चांद अलग रंग का दिखाई दे रहा होगा, जैसा आमतौर पर नहीं दिखाई देता। इस राज से पर्दा उठाते हुए प्रथमेश ने बताया कि हर रंग चांद पर मौजूद अलग-अलग खनिजों को दर्शा रहा है। चांद पर नीले रंग में दिखाई दे रहा क्षेत्र लोहे, टाइटेनियम और ऑक्सीजन से बना इल्मेनाइट है। नीले और बैंगनी रंग वो क्षेत्र हैं जहां इनकी सख्या कम है। इसके अलावा जहां सूरज की रोशनी पड़ रही है वह सफेद और ग्रे रंग का दिखाई दे रहा है।
फोटो बनाने में निकली लैपटॉप की जान
प्रथमेश जाजू बताते हैं कि इतने बड़े पैमाने पर चांद की रंगीन तस्वीर तैयार करने में उनके लैपटॉप की भी जैसे जान निकल गई। जब तस्वीर बनकर तैयार हुई तो वह 50 मेगापिक्सल की इमेज थी। मोबाइल पर अच्छी तरह से देखे जाने के लिए प्रथमेश ने फोटो का साइज और कम किया। जाजू ने अपनी तस्वीर को 'एचडीआर लास्ट क्वार्टर मिनरल मून' का नाम दिया है। प्रथमेश ने चांद की इन तस्वीरों को इंस्टाग्राम के अलावा रेडिट अकाउंट पर भी पोस्ट किया है।
सूरज की सिंदूरी तस्वीर भी काफी चर्चा में रही
सोशल मीडिया पर प्रथमेश जाजू के कारनामे की खूब प्रशंसा हो रही है। बता दें कि कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर सामने आई सूरज की सिंदूरी तस्वीर भी काफी चर्चा में रही थी। फोटो इतनी साफ थी कि सूरज पर बन रहे सोलर फ्लेयर को भी आसानी से देखा जा सकता था। सूर्य की इस तस्वीर को ऐस्ट्रोफटॉग्रफर ऐंड्रू मैककार्थी ने लिया था, उन्होंने कहा था कि 230 मेगापिक्सल की यह सूरज की सबसे साफ तस्वीर है। मैककार्थी तीन साल से सूरज और चांद की तस्वीरें ले रहे हैं।
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