104 साल की 'अम्मा' के आगे कोरोना वायरस भी गया हार, डॉक्टर्स ने ताली बजाकर किया डिस्चार्ज
कन्नूर, 12 जून: तटीय राज्य केरल के कन्नूर में 31 मई को एक महिला को अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जिनकी उम्र 104 साल थी। वो कोरोना वायरस से संक्रमित थीं, जिस वजह से डॉक्टरों को एकदम भी उम्मीद नहीं थी कि वो बच जाएंगी। हालांकि डॉक्टर और महिला दोनों लगातार कोरोना से जंग लड़ते रहे। अब करीब दो हफ्ते बाद उन्होंने कोरोना को मात दे दी है। साथ ही उनकी अस्पताल से छुट्टी भी हो गई।
जानकारी के मुताबिक 104 वर्षीय जानकियाम्मा को परियाराम मेडिकल कॉलेज (एमसीएच) में भर्ती करवाया गया था। उस वक्त कोरोना की वजह से उनका ब्लड ऑक्सीजन लेवल काफी ज्यादा गिरा हुआ था। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. के सुदीप ने कहा कि 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को खतरा बहुत रहता है, जबकि जो महिला भर्ती हुई थीं उनकी उम्र 104 साल के आसपास थी। हालांकि डॉक्टरों की टीम ने हार नहीं मानी और तुरंत उनका इलाज शुरू कर दिया गया।
सुदीप के मुताबिक शुरू में उनकी हालत गंभीर थी, लेकिन धीरे-धीरे वो रिकवर करती गईं। शुक्रवार को सुबह 10 बजे उनको अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। ये सब उनके लिए एक चमत्कार जैसा है क्योंकि इतनी ज्यादा उम्र की वजह से किसी को उनके ठीक होने की उम्मीद नहीं थी। इसके अलावा अब जानकियाम्मा जिले में कोरोना से ठीक होने वाली सबसे उम्रदराज मरीज हो गई हैं। इससे पहले 4 अन्य लोग भी कोरोना से ठीक हुए, जिनकी उम्र 90 साल से ज्यादा थी।
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एक अन्य डॉक्टर ने बताया कि जब जानकियाम्मा को दवाएं देनी शुरू हुईं, तो वो तेजी से असर करने लगीं। जिस वजह से दूसरे दिन ही उनको आईसीयू से बाहर शिफ्ट कर दिया गया। उम्मीद जताई जा रही है कि पुरानी पीढ़ियों द्वारा अपनाई गई अच्छी आदतों की वजह से वो इतनी तेजी से ठीक हुईं। फिलहाल उनका जज्बा देख सब हैरान हैं, ऐसे में उनकी विदाई के वक्त अस्पताल के सभी डॉक्टर और स्टॉफ मौजूद रहे। साथ ही तालियों की गड़गड़हट के साथ उनको घर भेजा गया।