कर्नाटक का सियासी संग्राम: BJP के 104 विधायकों ने गुरुग्राम के रिसॉर्ट में जमाया डेरा, 5 कांग्रेसी MLA लापता
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नई दिल्ली। कर्नाटक में सत्ता का नाटक एक बार फिर से शुरू हो गया है। विधानसभा चुनावों के करीब सात माह बाद एक बार फिर से कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया है। कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों में टूट की खबरों के बीच बीजेपी ने सभी 104 विधायकों को गुरुग्राम के एक होटल में शिफ्ट करा दिया है। वहीं कांग्रेस के 5 MLA लापता बताए जा रहे हैं। यहीं नहीं बीएस येदुरप्पा भी दिल्ली पहुंचे हुए हैं।
कांग्रेस के 10 और JDS के 3 विधायक बीजेपी के सम्पर्क में
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के 10 और JDS के 3 विधायक बीजेपी के सम्पर्क में हैं। बीजेपी की कोशिश है कि जल्दी ही कुछ और विधायकों के इन 13 विधायकों के साथ इस्तीफ़ा देने के बाद बीजेपी कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार के ख़िलाफ अगले हफ़्ते अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएगी। बीजेपी का आरोप है कि राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदुरप्पा ने कहा, जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) बीजेपी विधायकों को तोड़ना चाहता है। हम एकजुट हैं।
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कांग्रेस में बढ़ी बेचैनी
राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन ने बीजेपी पर विधायकों को लालच देकर तोड़ने के आरोप लगाए हैं। वहीं, राज्य के मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने कहा कि स्थिर सरकार चलाने के लिए उनके पास पर्याप्त संख्या बल है। इससे पहले कर्नाटक के सिंचाई मंत्री डीके शिवकुमार ने मीडिया को बताया कि कांग्रेस के 3 विधायक मुंबई में हैं, जिन्हें खरीदने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि विधायकों की खरीद-फरोख्त कर राज्य की कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है।
‘ऑपरेशन कमल' ने बीजेपी की बढ़ाई चिंता
कुमारस्वामी ने कहा, मैंने मीडिया में खबर देखी (ऑपरेशन कमल के बारे में)। आज भी मैंने खबर देखी कि 17 जनवरी को राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं मालूम कि मीडिया को कौन इस तरह की खबरें दे रहा है, खबर देखकर मैं आश्चर्यचकित था। 224 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 104 विधायक, कांग्रेस के 79, जद एस के 37, बसपा, केपीजेपी और निर्दलीय के एक-एक विधायक हैं। बसपा, केपीजेपी और निर्दलीय विधायक गठबंधन सरकार का समर्थन कर रहे हैं।
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