तस्वीरों में देखें दिल्ली की वो 10 जगहें जो खौफनाक रातों में डराती हैं
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। क्या दिल्ली की गलियाँ पुकारती हैं? क्या दिल्ली की रातों में आत्माएँ भटकती हैं? जी हां अब इसका जवाब भी सुन लीजिए। जो लोग ये कहते हैं कि डर के आगे जीत है तो उनको यह बताना जरूरी है कि डर के आगे जिंदगी भर का डर है क्योंकि भूत और आत्माओं की दुनिया एक अलग ही दुनिया है।
ऐसे
ही
कुछ
राज
दिल्ली
के
सीने
में
भी
दफ्न
हैं।
दिल्ली
में
लोगों
का
एक
ऐसी
अंधेरी
दुनिया
से
भी
साक्षात्कार
होता
रहा
है
जो
बेहद
खौफनाक
है।
तो
आईए
आज
आपको
दिल्ली
की
उन
काली
गलियों
के
बारे
में
बताते
हैं
जहां
जाने
से
लोग
कतराते
हैं
और
उनका
मानना
है
कि
वहां
आत्माओं
का
वास
है।
खूनी दरवाजा
नाम से ही इस जगह का अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह बेहद डरावनी होगी। बहादुरशाह जफर के तीन शहजादे, मिर्जा मुगल, क्रिज सुल्तान के अलावा उसके पोते अबु बकर को ब्रिटिश जनरल विलियम हडसन ने गोली से छलनी कर दिया था। इसीलिए यहां आने वाले हर विदेशी को इन तीन मुगल शाहजादों की आत्माएं बहुत परेशान करती हैं, वह हर विदेशी से अपनी मौत का बदला लेना चाहती हैं।
द्वारका सेक्टर 9, मेट्रो स्टेशन
नाइट शिफ्ट में काम करने वाले कॉल सेंटर के लोगों की शिकायत है कि इस इलाके मे लोगों को थप्पड़ पड़ते हैं। साथ ही वे बताते हैं कि उनके कैब के आगे एक औरत आ जाती है जो तेज रफ्तार से आगे-आगे दौड़ने के बाद गायब हो जाती है। अब इसे जानने के बाद, शायद आप इस इलाके में तेज नहीं चलेंगे।
दिल्ली कैंट
यह दिल्ली का बहुत ही हरा-भरा और सुंदर इलाका है। यहां के कई लोगों ने बताया है कि इस जगह पर उन्होंने एक सफेद रंग के लिबास में लड़की देखी है जो लोगों से लिफ्ट मांगती रहती है और जब वे उसे लिफ्ट देते हैं तो वह अपने आप ही गायब हो जाती है।
हाउस नम्बर W-3, ग्रेटर कैलाश-1
एक बुजुर्ग दम्पति की हत्या इस मकान में कर दी गई थी, और इसके बाद उनके मृत शरीर को वहीं की टंकी से महीने बाद बरामद किया गया। आस-पास रह रहे लोगों ने वहां से किसी के रोने और चीखने-चिल्लाने की आवाजें कई बार सुनी हैं। इस मकान में अब कोई नहीं रहता और इसे भुतहा घोषित कर दिया है।
जमाली कमाली मस्जिद
जमाली कमाली कोई दो भूतों का नाम नहीं है, यह तो दो महान सूफी संतो के नाम हैं जिन्हें इस मस्जिद में दफनाया गया था। लोग कहते हैं कि रात के समय इस वीरान जगह पर कुछ जिन आते हैं जो कि लोगों के गाल पर थप्पड़ मारते हैं और फिर हवा उनके पीछे पड़ जाती है।
संजय वन
दिल्ली का यह जंगल भी भूतों से नहीं बच पाया है। इस जंगल में बहुत से पुराने बरगद के पेड़ हैं इसलिये यहां पर आने वाल कई शिकारी बताते हैं कि उन्होंने एक औरत को सफेद कपड़ों में बरगद के पेड़ के पीछे छुपते हुए देखा है।
लोथियन सेमेट्री
यह इसाइयों का कब्रिस्तान है जहां पर कई तरह के भूतों की कहानियां प्रचलित है, जैसे सिर कटे हुए भूत की। बताया जाता है कि यह भूत अपने जमाने में एक जवान सिपाही था जिसकी प्रेमिका ने इसको ठुकरा दिया था जिस वजह से इसने अपना सिर काट लिया। अब यह भूत अमावस्या की रात में यहां टहलता है।
उग्रसेन की बावली
दिल्ली के दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में भी ऐसी जगह हो सकती है ऐसा मानना थोड़ा मुश्किल लगता है, मगर यही सच है. आज़ादी से पहले की बनी इस बावली के बारे में कहावत है कि पहले इसमें काला पानी भरा रहता था जिसमें लोग कूद कर आत्महत्या किया करते थे। इस सबके बावजूद PK फिल्म ने पिछले दिनों इस बावली की काफी पब्लिसिटी की है।
मलछा महल, बिस्तदारी रोड
दिल्ली के मलछा गांव में ये महलनुमा पुराना खंडहर है। ये स्थान चारो तरफ जंगलो से घिरा हुआ है। यहां के स्थानीय लोग भी इसके बारे में कुछ खास नहीं जानते। वे कहते हैं कि, सिर्फ यहां मौजूद होने भर से लोग डर जाते हैं।
खूनी नदी
रोहिणी के इलाके से बहती इस नदी के बारे में चर्चित है कि जो भी इस नदी के सम्पर्क में आता है, ये नदी उसका ख़ून चूस लेती है। हालांकि इनमें आधे से अधिक केसेस आत्महत्या के माने गये हैं। जिसकी कोई पुष्टि अब तक नहीं हुई है।