Artificial Intelligence : तेलंगाना सरकार एक लाख छात्रों को देगी ट्रेनिंग, जानिए लाभ
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल सुरक्षा के अलावा कई अहम क्षेत्रों में किया जा रहा है। ताजा घटनाक्रम में तेलंगाना के मंत्री केटी रामा राव ने कहा है कि सरकार एआई पाठ्यक्रमों में एक लाख छात्रों के प्रशिक्षण का इंतज
हैदराबाद, 13 जुलाई : तेलंगाना सरकार के कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) पर पाठ्यक्रम से लाखों छात्रों को फायदा हो सकता है। हाई स्कूल के एक लाख छात्रों को एआई फाउंडेशन पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षित करने की पहल की जा रही है। तेलंगाना के आईटी और उद्योग मंत्री के टी रामाराव ने ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सबसे तेजी से बढ़ती प्रौद्योगिकियों में से एक है। ऐसे में राज्य सरकार का लक्ष्य इसे बढ़ावा देना है।
आईआईआईटी-हैदराबाद में तीन परियोजनाओं - iRASTE तेलंगाना, बोधयान (Bodhyaan) कार प्लेटफॉर्म और माइक्रोलैब्स को लॉन्च करने के मौके पर मंगलवार को केटी रामाराव ने कहा कि AI व्यापार जगत के नेताओं की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना सरकार ने TASK के साथ मिलकर 25,000 से अधिक छात्रों और 4,500 संकाय सदस्यों को प्रशिक्षित किया है। अब इसका लक्ष्य हाई स्कूल के कम से कम एक लाख छात्रों को प्रशिक्षित करना है।
iRASTE के लिए प्रोजेक्ट इंटेलिजेंट सॉल्यूशंस के संबंध में, तेलंगाना AI और ADAS समाधानों का उपयोग करता है माना जा रहा है कि इससे क्षमता बढ़ेगी और सड़क सुरक्षा की दिशा में और उपाय किए जा सकेंगे।
बोधयान (Bodhyaan) ट्रिपल आईटी - हैदराबाद (IIIT-H) में स्थापित कार डेटा कैप्चर प्लेटफॉर्म है। इसमें कई सेंसर - कैमरे, LIDARs, नाइट-विजन कैमरे, RADARs लगाए गए हैं। इसके अलावा बोधयान कार से जुड़े रीयल-टाइम डेटा कैप्चर और प्रोसेस करने के लिए जरूरी कंप्यूटरी पावर से भी लैस है। इसके अलावा माइक्रोलैब्स संचारी रोगों की व्यापक जीनोमिक निगरानी की दिशा में मदद करेगा।
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