कसौली गोलीकांड में महिला अधिकारी के बाद दूसरी हत्या, घायल कर्मी की मौत
शिमला। कसौली गोलीकांड में गोली लगने से घायल पीडब्ल्यूडी के बेलदार गुलाब सिंह आखिर तेरह दिनों बाद जिंदगी की जंग हार गये। उन्होंने पीजीआई चंडीगढ़ में 13 दिनों बाद इलाज के दौरान दम तोड़ दिया जिससे अब कसौली गोलीकांड में मरने वालों की तादाद बढ़कर दो हो गई है। दरअसल, एक मई को सोलन जिला के कसौली में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अनुपालना कराने के लिये पहुंची प्रशासन के अधिकारियों की टीम पर गोली चलाये जाने से एक महिला अधिकारी की मौक पर ही मौत हो गई थी। जबकि लोक निर्माण विभाग के एक मजदूर गोली लगने गंभीर रूप से घायल हो गया था।
एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट ने कसौली के 13 होटलों के अवैध निर्माण गिराने के आदेश दिए थे। दो मई की डेडलाइन थी जिसके मद्देनजर एक मई की सुबह 38 सदस्यीय चार टीमें अवैध निर्माण गिराने कसौली पहुंची थी। कुछ होटलों पर कार्रवाई करने के बाद अस्सिटेंट टाउन कंट्री प्लानिंग शैलबाला के नेतृत्व में प्रशासन की टीम मंढोधार में नारायणी गेस्ट हाउस पहुंची। इस दौरान होटल संचालक विजय ठाकुर ने हंगामा शुरू कर दिया।
महिला अधिकारी से बहस करने के बाद विजय ने आपा खोया और लाइसेंसी पिस्टल से तीन गोलियां दाग दीं। एक गोली महिला अधिकारी के सिर पर लगी और दूसरी छाती पर और वह मौके पर ही ढेर हो गईं। इसके अलावा, घटना में पीडब्ल्यूडी विभाग के एक कर्मी भी घायल हो गया जिसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया। जानकारी के मुताबिक पीजीआई में भर्ती गुलाब सिंह की वीरवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई थी जिसके चलते उसे वेंटीलेटर पर रखा गया था।
गुलाब सिंह के भतीजे लेखराम ने बताया है कि जब उनको एक वार्ड से दूसरे में शिफ्ट किया जा रहा था तो वह अचेत अवस्था में चले गए जिसकी सूचना उन्होंने तुरंत चिकित्सकों को दी। जिसके बाद उन्हें उसे वेंटीलेटर पर रख दिया गया और तब से अभी तक वह अपने होशोहवास में नहीं थे। चिकित्सक भी यह बताने में असमर्थ दिख रहे थे कि आखिर कब तक गुलाब को होश आएगा। बताया जा रहा है कि इससे पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर गुलाब सिंह का हाल जानने पीजीआई गए थे। उस समय उनकी हालत बहुत अच्छी थी। वीरवार को अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई।
डॉक्टरों ने कहा था कि 72 घंटे उसके लिए बेहद नाजुक हैं और वह बेहतर इलाज देकर उसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उनकी लाख कोशिशों के बावजूद 13 दिन के लंबे इलाज के बाद रविवार को गुलाब सिंह ने भी दम तोड़ दिया। गुलाब सिंह का सरकारी अस्पताल चंडीगढ़ सेक्टर-16 में पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजनों को सौंपा जाएगा। गौरतलब है कि सरकार ने कसौली की सहायक नगर नियोजन अधिकारी शैल बाला की गोली मार कर हत्या की घटना की जांच मंडल आयुक्त, शिमला को सौंपी है। मंडल आयुक्त को घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच करने को कहा गया है। वह इस घटना के लिए जिम्मेदार परिस्थितियों और इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार व्यक्ति के संदर्भ में अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। जांच रिपोर्ट 15 दिन के भीतर सरकार को सौंपी जाएगी।
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