हिमाचल: कसौली गोलीकांड का आरोपी विजय ठाकुर वृंदावन से गिरफ्तार
शिमला। कसौली गोलकांड के आरोपी विजय ठाकुर को आज आखिर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के वृंदावन से गिरफ्तार कर लिया गया है। हिमाचल पुलिस व दिल्ली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में यह गिरफ्तारी हुई है। जिससे मामले में अब नया पेंच आ गया है। हालांकि अभी तक हिमाचल सरकार ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है। बता दें कि इससे पहले दिन में यह अफवाह चल रही थी कि आरोपी सरेंडर करेगा। लेकिन अब यह संभावना खत्म हो गई है। हालांकि यह पता नहीं चल पा रहा था कि आरोपी इस समय कहां छिपा है। हिमाचल पुलिस उसे कसौली के जंगलों में तालाश रही थी। लेकिन कुछ सूत्र बता रहे थे कि आरोपी अभी शिमला में है।
पहले
थी
सरेंडर
की
अफवाह
कुछ
देर
पहले
जैसे
ही
यह
खबर
फैली,
अचानक
कसौली
से
लेकर
शिमला
तक
सारा
प्रशासन
हरकत
में
आ
गया
था।
बताया
जा
रहा
है
कि
आरोपी
के
एक
रिश्तेदार
ने
वरिष्ठ
पुलिस
अफसर
को
फोन
कर
जानकारी
दी
है।
बताया
जा
रहा
है
कि
आरोपी
के
रिश्तेदार
ने
पुलिस
के
दो
आलाधिकारियों
को
सरेंडर
करने
को
लेकर
सूचना
दी
है।
उसके
बाद
डीजीपी
एसआर
मरढ़ी
तक
यह
सूचना
पहुंचाई
गई।
इस
रिशतेदार
ने
पुलिस
के
साथ
आरोपी
की
लोकेशन
की
साझा
की
थी।
जिससे
पुलिस
ने
राहत
की
सांस
ली।
हालांकि,
यह
फिलहाल
नहीं
बताया
गया
था
कि
आरोपी
कहां
सरेंडर
करेगा,
लेकिन
उम्मीद
जताई
जा
रही
है
कि
आरोपी
शिमला
या
सोलन
में
कोर्ट
या
थाने
में
आज
शाम
तक
सरेंडर
कर
सकता
है।
लेकिन
देर
शाम
अचानक
यह
खबर
आई
कि
उसे
वृंदावन
में
गिरफ्तार
कर
लिया
गया
है।
क्या
है
पूरा
मामला
एनजीटी
और
सुप्रीम
कोर्ट
ने
कसौली
के
13
होटलों
के
अवैध
निर्माण
गिराने
के
आदेश
दिए
थे।
दो
मई
डेडलाइन
थी,
जिसके
मद्देनजर
मंगलवार
सुबह
38
सदस्यीय
चार
टीमें
अवैध
निर्माण
गिराने
कसौली
पहुंची
थी।
कुछ
होटलों
पर
कार्रवाई
करने
के
बाद
अस्सिटेंट
टाउन
कंट्री
प्लानिंग
शैलबाला
के
नेतृत्व
में
प्रशासन
की
टीम
दोपहर
ढाई
बजे
मंढोधार
में
नारायणी
गेस्ट
हाउस
पहुंची
तो
इस
दौरान
होटल
संचालक
विजय
ठाकुर
ने
हंगामा
शुरू
कर
दिया।
महिला
अधिकारी
से
बहस
करने
के
बाद
विजय
ने
आपा
खोया
और
लाइसेंसी
रिवॉल्वर
से
तीन
गोलियां
दाग
दीं।
एक
गोली
महिला
अधिकारी
के
सिर
पर
लगी
और
दूसरी
छाती
पर
और
वह
मौके
पर
ही
ढेर
हो
गई।
इसके
अलावा,
घटना
में
पीडब्ल्यूडी
विभाग
के
एक
कर्मी
भी
घायल
हो
गया।
जिसे
पीजीआई
चंडीगढ़
रेफर
किया
गया
है।