Himachal Vidhansabha Chunav 2017 के बारे में लीजिए कुछ अहम जानकारियां
ईवीएम के साथ वीवीपैट (वोटर वैरीफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) का प्रयोग करने वाला हिमाचल प्रदेश पहला राज्य बन जायेगा, जो यह प्रयोग विधानसभा चुनावों में पहली बार करेगा।
शिमला। ईवीएम के साथ वीवीपैट (वोटर वैरीफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) का प्रयोग करने वाला हिमाचल प्रदेश पहला राज्य बन जायेगा, जो यह प्रयोग विधानसभा चुनावों में पहली बार करेगा। प्रदेश के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में इसका किया जाएगा। वहीं प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में दो ऐसे पोलिंग बूथ होंगे,जिनका जिम्मा महिलाओं के पास होगा। चुनाव आयोग चुनावों के लिये पूरी तरह तैयार है। इंतजाम पूरी तरह ऐसे हैं कि कहीं भी किसी प्रकार की ढील नहीं होगी। एक ओर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं। वहीं चुनाव आचार संहिता के कड़ाई से लागू करने के लिये भी पूरी मशीनरी मुस्तैद है।
50 हजार कर्मचारी कराएंगे चुनाव
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पुष्पेंद्र राजपूत ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में चुनाव को लेकर आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव में कुल करीब 50 हजार कर्मचारी सेवाएं देंगे। इनमें 38 हजार पोलिंग स्टेशन पर होंगे। इसके अलावा केंद्रीय पुलिस बल की 75 कंपनियां मंगवाई जाएगी। हर पोलिंग बूथ पर दो वॉलंटियर रहेंगे जो मतदाताओं की मदद करेंगे। उनका कहना था कि मतदान से एक सप्ताह पहले फोटो वोटर नंबर की स्लिप मतदाता को मिलनी शुरू हो जाएगी।
वीवीपैट का इस्तेमाल
इस चुनाव में पहली बार वीवीपैट का इस्तेमाल होगा । राजपूत ने कहा कि प्रदेश में कुल 7521 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन मतदान केंद्रों में 49, 13, 888 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। यह सूची 15 सितंबर की है। इसके बाद 78 हजार और आवेदन आए हैं। ऐसे में मतदाताओं की संख्या और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि वोट डालने के लिए वोटर पहचान पत्र लाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों की सुविधा के लिए सुविधा साफ्टवेयर बनाया है और इसके माध्यम से उम्मीदवार या पार्टी इजाजत को अप्लाई करने के साथ ही इजाजत भी देगी। उनका कहना था कि वेबकास्टिंग से पूरी पारदर्शिता से काम होगा।
चुनाव की होगी वेबकास्टिंग
राजपूत
ने
कहा
कि
राज्य
में
51
क्रिटिकल
पोलिंग
स्टेशन
हैं
और
इनकी
वेबकास्टिंग
की
जाएगी।
उन्होंने
कहा
कि
ऐसे
पोलिंग
स्टेशन
पर
अतिरिक्त
पुलिस
बल
तैनात
होगा।
राजपूत
ने
कहा
कि
राज्य
में
सबसे
कम
6
मतदाता
किन्नौर
के
पोलिंग
स्टेशन
पर
हैं,
जबकि
अधिकतम
सोलन
के
72
पोलिंग
स्टेशन
में
1889
मतदाता
हैं।
इसके
अलावा
हिक्किम
सर्वाधिक
ऊंचाई
पर
स्थापित
मतदान
केंद्र
है
और
वहां
46
मतदाता
हैं।
उनका
कहना
था
कि
राज्य
में
लाहौल
स्पीति
में
सबसे
कम
22849
मतदाता
हैं,
जबकि
सबसे
ज्यादा
मतदाता
कसौली
सीट
में
92753
मतदाता
हैं।
राजपूत
का
कहना
था
कि
राज्य
68
सीटों
में
से
17
एससी
और
3
एसटी
के
लिए
आरक्षित
रहेगी।
उन्होंने
कहा
कि
आयोग
के
पास
एमसीसी
के
वायोलेशन
की
कोई
शिकायत
नहीं
आई
है।
उन्होंने
कहा
कि
मतदाताओं
की
सुविधा
को
एक
व्हील
चेयर
रहेगी
हर
मतदान
केंद्र
पर,
500
व्हील
चेयर
का
आर्डर
दिया
गया
है।
उन्होंने
कहा
कि
कानून
व्यवस्था
बनाए
रखने
और
पड़ोसी
राज्यों
से
शराब
की
तस्करी
रोकने
को
पड़ोसी
राज्यों
के
पुलिस
अफसरों
के
साथ
वीडियो
कांफ्रेंसिंग
की
गई
है।
सुरक्षा
को
लेकर
पूरे
प्रबंध
किए
गए
हैं।
हर विधानसभा क्षेत्र में 2 बूथ महिलाओं के हवाले
पहली बार हर विधानसभा क्षेत्र के 2 मतदान केंद्रों अर्थात राज्य के 136 मतदान केंद्रों में चुनाव करवाने का पूरा जिम्मा महिला कर्मचारियों को सौंपा गया है। यहां पर सिर्फ महिला कर्मचारी ही तैनात होंगी। इस प्रक्रिया से 1 वोट डालने में करीब 7 सेकेंड का अतिरिक्त समय लगेगा। विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ अब अधिकारी एवं कर्मचारियों के तबादले चुनाव आयोग की अनुमति से होंगे। नई भर्ती एवं पदोन्नति प्रक्रिया भी अब आयोग की अनुमति से हो सकेगी। चुनावी घोषणा के साथ ही सरकारी उपलब्धियों को दर्शाने वाले होर्डिंग को प्रदेशभर से हटाया जाएगा।
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