धूमल ही नहीं ये महिला भी हैं हिमाचल में BJP की CM पद की दावेदार
शिमला। हिमाचल में एक ओर जहां चुनाव प्रचार पूरे यौवन पर है, वहीं चुनाव लड़ रहा एक प्रत्याशी ऐसा भी है जिसको लेकर भाजपा के तमाम बड़े नेताओं में बैचेनी है। यह नेता कोई ओर नहीं कांगड़ा जिला के पालमपुर से भाजपा प्रत्याशी इंदु गोस्वामी है। भले ही भाजपा ने अपने भावी मुख्यमंत्री के तौर पर प्रेम कुमार धूमल को प्रोजेक्ट कर दिया हो, लेकिन जिस तरीके से इंदु गोस्वामी ने प्रधानमंत्री नरेन्दर मोदी से अपने संपर्कों से सीधे टिकट झटका है, उससे अंदरखाते सभी नेता डरे हुये हैं कि आने वाले दिनों में अगर भाजपा को बहुमत मिलता है, तो प्रदेश भाजपा में बढ़ती गुटबाजी के चलते कहीं आलाकमान इंदु गोस्वामी को ही सीएम की कुर्सी पर न बिठा दे। यह संभावना इसलिए भी बलवती हो रही है कि पालमपुर में इन दिनों इंदु गोस्वामी के प्रचार में उन्हें भावी सीएम के तौर पर ही प्रोजेक्ट किया जा रहा है। खुद प्रधानमंत्री कल यहां रैली को संबोधित करने जा रहे हैं।
राजनैतिक विशलेषक मानते हैं कि भाजपा अगर इस बार पार्टी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर एक महिला को बिठाना चाहेगी तो पालमपुर से भाजपा उम्मीदवार इंदु गोस्वामी का नाम सबसे आगे ही रहेगा। इंदु गोस्वामी वो चेहरा हैं जिस पर हिमाचल बीजेपी नेताओं की भी सहमति बन सकती है। इसके अलावा और भी कई समीकरण हैं जो इंदु गोस्वामी के लिए एकदम सटीक बैठते हैं। हम सिलसिलेवार तरीके से आपको बताते हैं कि आखिर क्यों मुख्यमंत्री पद के लिए इंदु गोस्वामी की दावेदारी दूसरों से ज्यादा मजबूत है.....
1-
पार्टी
की
लम्बे
समय
से
कर्मठ
कार्यकर्ता
इंदु
गोस्वामी
का
नाम
हिमाचल
भाजपा
के
लिए
नया
नहीं
है।
जब
सूबे
में
भाजपा
की
सरकार
थी
तब
वो
महिला
आयोग
की
अध्यक्षा
थीं।
इसके
अलावा
अब
भी
भाजपा
की
महिला
मोर्चा
की
अध्यक्षा
हैं।
सूबे
की
महिलाओं
को
आगे
लाने
के
लिए
वो
लम्बे
समय
से
संघर्षरत
हैं।
पिछले
एक
वर्ष
में
महिला
मोर्चा
की
अध्यक्ष
के
रूप
में
उन्होंने
तीन
लाख
से
ज्यादा
महिलाओं
को
पार्टी
से
जोडऩे
में
महत्वपूर्ण
भूमिका
निभाई।
ऐसे
में
उनके
संघर्ष
और
दायित्व
के
प्रति
समर्पण
को
ध्यान
में
रखते
हुए
पार्टी
आलाकमान
उन्हें
मुख्यमंत्री
पद
पर
विराजमान
कर
सकती
है।
2-राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की बात
प्रधानमंत्री मोदी राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की बात पहले भी कह चुके हैं। इतना ही नहीं जब टिकट आवंटन के लिए पार्टी के संसदीय बोर्ड की मीटिंग हुई थी खुद प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा उम्मीदवारों की सूची में महिलाओं की भागीदारी बढाने की बात कही थी। इसके अलावा प्रधानमंत्री और भी कई मंचों से महिलाओं को राजनीति में आगे आने की अपील कर चुके हैं। उन्होंने जब अपने केन्द्रीय मंत्रिमडल का विस्तार भी किया था तो रक्षा मंत्री जैसा अहम पद निर्मला सीतारमण को दिया था जिस से ये साफ़ हो गया था प्रधानमंत्री राजनीति में महिलाओं की क़ाबलियत को समझते हैं और खुद ये चाहते हैं कि महिलाएं आगे आयें और राजनीति में अपना योगदान दें।
3-आपसी मतभेद
इंदु गोस्वामी अपने मृदु स्वभाव के लिए लोगों के बीच खासी लोकप्रिय हैं। हमेशा चेहरे पर मुस्कान, लोगों के बीच जल्दी से घुल-मिल जाना उनकी सबसे बड़ी खासियत है। हिमाचल भाजपामें भी वो अपनी इसी छवि के कारण मशहूर हैं, फिर चाहे वो नेता किसी भी गुट का हो। हालांकि मुख्यमंत्री पद के लिए प्रेम कुमार धूमल और जे.पी. नड्डा का नाम भी चल रहा था। प्रेम कुमार धूमल के नाम को नड्डा ग्रुप अपनी सहमति नहीं देगा। ऐसे में इंदु गोस्वामी एक ऐसी नेत्री हैं जो सबको स्वीकार्य होंगी।
इंदु गोस्वामी पालमपुर से चुनाव लड़ रही हैं जो जिला कांगड़ा में है। इतिहास गवाह है जिस भी पार्टी ने सूबे में अपनी सरकार बनाई है उसके पीछे काँगड़ा का ही सबसे बड़ा योगदान रहा है। इस बात को यों भी समझ सकते हैं कि लगभग आधी सरकार तो जिला कांगड़ा से ही बन जाती है। प्रदेश में कई बार ये आवाज़ उठती रही है कि अगर कांगड़ा किसी भी सरकार को बनाने में सबसे अहम रोल अदा करता है तो फिर सूबे का मुख्यमंत्री भी वहीँ से होना चाहिए। ऐसे में भाजपा अगर कांगड़ा से किसी को सी.एम् बनाती है तो पार्टी कांगड़ा जिले में अपनी पकड़ को और मजबूत कर लेगी। जिसका फायदा उन्हें आने वाले लोकसभा चुनाव में भी होगा। मुख्यमंत्री जो भी बनेगा इसका फैसला आलाकमान ही तय करेगा लेकिन समीकरण अभी इंदु के पक्ष में हैं। इतना ही नहीं पालमपुर के लोगों में भी ये चर्चा का विषय बना हुआ है। अब पालमपुर के लोगों में चर्चा आम है कि इंदु मुख्यमंत्री बन सकती है, हालांकि जब इंदु गोस्वामी से बात की गयी तो उनका कहना था कि वे पार्टी की वर्षों से कार्यकर्ता रही हैं और संगठन के निर्देश पर ही चुनाव लड़ रही हैं, और अभी विधानसभा चुनाव जितना ही उनका लक्ष्य है।