हिमाचल की अहम सीटों पर भाजपा-कांग्रेस के दिग्गजों की जीत-हार पर एक नजर
शिमला। हिमाचल विधानसभा के चुनाव नतीजों में इस बार भाजपा ने बाजी मार ली है। 68 सीटों वाली विधानसभा में इस बार भाजपा 44 सीटों पर काबिज हुई जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस 21 सीटों पर ही सिमट कर रह गई। हलांकि भाजपा दो बड़े नेता प्रेम कुमार धूमल व पार्टी अध्यक्ष सतपाल सत्ती चुनाव हार गये हैं। वहीं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का एक प्रत्याशी इस बार विधानसभा पहुंच गया। दो निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी जीत हासिल की। इनमें देहरा से होशियार सिंह, जोगिंदर नगर से प्रकाश राणा शामिल हैं। बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी जैसे कई क्षेत्रीय व राष्ट्रीय दल अपना खाता खोलने में नाकामयाब रहे। 50 से ज्यादा सीटों पर काफी करीबी मुकाबला रहा। जिससे तस्वीर अब साफ है कि अगली सरकार भाजपा की ही होगी लेकिन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल नहीं होंगे।
विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा, कांग्रेस, माकपा, कुछ अन्य दलों और निर्दलीयों समेत 337 प्रत्याशी मैदान में थे। 19 महिलाएं भी अपनी किस्मत आजमा रही थीं। वहीं नौ मंत्रियों, आठ सीपीएस समेत 60 विधायकों की प्रतिष्ठा दांव में लगी थी। लेकिन जनादेश ऐसा सामने आया कि बड़े बड़ों को जनता ने धूल चटवा दी। प्रदेश की राजनिति में नई उभर तस्वीर पर नजर दौड़ायें तो इन नेताओं का भविष्य जनता ने तय कर दिया है।
सुजानपुर
सुजानपुर
से
भाजपा
प्रत्याशी
और
सीएम
पद
के
उम्मीदवार
प्रेम
कुमार
धूमल
चुनाव
हार
गए
हैं।
ये
भाजपा
के
लिए
बड़ा
झटका
है।
यहां
कांग्रेस
के
राजेंद्र
राणा
ने
जीत
का
परचम
लहराया
है।
इस
तरह
चेले
ने
गुरु
को
'राजनीति'
का
पाठ
पढ़ाया
है।
इस
सीट
पर
पूर्व
मुख्यमंत्री
का
मुकाबला
यहां
से
पूर्व
विधायक
रह
चुके
प्रत्याशी
से
था।
वह
इस
सीट
से
पहली
बार
चुनाव
लड़े
रहे
थे
लेकिन
उनको
हार
का
सामना
करना
पड़ा।
डलहौजी
डलहौजी
सीट
से
कांग्रेस
की
आशा
कुमारी
832
मतों
से
जीत
गईं
हैं।
उन्होंने
भाजपा
के
डीएस
ठाकुर
को
हराया
है।
कांग्रेस
विधायक
के
खिलाफ
भाजपा
के
जिलाध्यक्ष
चुनाव
मैदान
में
थे।
श्री
नयना
देवी
श्री
नयना
देवी
से
कांग्रेस
के
राम
लाल
ठाकुर
1194
वोटों
से
जीत
गए
हैं।
इससे
भाजपा
के
रणधीर
शर्मा
हैट्रिक
बनाने
से
चुके
गए
हैं।
कांगड़ा
कांगड़ा
में
कांग्रेस
के
उम्मीदवार
पवन
काजल
जीत
गए
हैं।
उन्होंने
भाजपा
के
संजय
चौधरी
को
हराया
है।
कांगड़ा
में
कांग्रेस
ने
बगावत
की
परवाह
किए
बिना
यहां
निर्दलीय
सिटिंग
विधायक
पवन
को
मौका
दिया,
जबकि
भाजपा
ने
भी
नया
चेहरा
दिया
था।
इसका
सीधा
फायदा
कांग्रेस
को
हुआ।
चुराह
चुराह
से
भाजपा
प्रत्याशी
हंसराज
जीत
गए
हैं।
जबकि
कांग्रेस
के
सुरेंद्र
भारद्वाज
हार
गए
हैं।
हंसराज
4877
मतों
से
विजयी
हुए।
एक
समाजवादी
पार्टी
और
एक
आजाद
प्रत्याशी
भी
यहां
चुनाव
में
थे।
हरोली
हरोली
से
कांग्रेस
के
मुकेश
अग्निहोत्री
भाजपा
के
रामकुमार
शर्मा
से
7377
वोटों
से
जीत
गए
हैं।
इस
सीट
पर
कांग्रेस
का
दबदबा
रहा
है।
हालांकि
तीन
और
प्रत्याशी
भी
चुनावी
मैदान
में
थे।
अर्की
सीट
अर्की
सीट
से
वीरभद्र
सिंह
ने
बीजेपी
के
रत्न
पाल
को
हरा
कर
बड़ी
जीत
हासिल
की
है।
वीरभद्र
की
जीत
के
साथ
ही
विस
क्षेत्र
अर्की
में
धाम
व
सांस्कृतिक
कार्यक्रम
शुरू
हो
गए
हैं।
मुख्यमंत्री
के
चुनाव
लडऩे
से
यह
प्रदेश
की
हॉट
सीट
थी।
कुटलैहड़
कुटलैहड़
सीट
से
भाजपा
के
वीरेंद्र
कवंर
ने
जीत
का
परचम
लहराया।
जीत
के
बाद
उन्होंने
कहा
कि
धूमल
के
लिए
विधायक
पद
छोडऩे
को
तैयार
है।
कांग्रेस
ने
आखिरी
समय
में
वंशवाद
की
परवाह
किए
बिना
यहां
विवेक
को
नए
चेहरे
के
तौर
पर
उतारा,
जिसका
खामियाजा
पार्टी
को
भुगतना
पड़ा।
शिलाई
शिलाई
से
कांग्रेस
प्रत्याशी
हर्षवर्धन
चौहान
ने
भाजपा
के
बलदेव
तोमर
को
हराया।
भाजपा
और
कांग्रेस
के
बीच
यहां
कड़ा
मुकाबला
था।
मनाली
मनाली
से
भाजपा
के
गोविंद
ठाकुर
जीते।
जबकि
कांग्रेस
प्रत्याशी
हरि
चंद
शर्मा
को
हार
झेलनी
पड़ी।
इस
सीट
पर
कांग्रेस
ने
नया
प्रत्याशी
दिया
था,
जबकि
भाजपा
ने
मौजूदा
विधायक
पर
दांव
खेला।
रोहड़ू
रोहडू
में
कांग्रेस
के
मोहन
लाल
ब्राक्टा
जीत
गए
हैं।
जबकि
भाजपा
प्रत्याशी
शशि
बाला
हार
गई
है।
जिला
में
कांग्रेस
का
गढ़
रही
इस
सीट
पर
इस
बार
मुकाबला
रोचक
रहा।
बैजनाथ
बैजनाथ
सीट
से
भाजपा
के
मुल्ख
राज
प्रेमी
जीत
गए
हैं।
इस
सीट
से
कांग्रेस
प्रत्याशी
किशोरी
लालको
हार
का
सामना
करना
पड़ा
है।
इस
सीट
पर
एक
बार
फिर
कांग्रेस
और
भाजपा
के
पुराने
चेहरे
आमने
सामने
थे।
देहरा
देहरा
से
निर्दलीय
प्रत्याशी
होशियार
सिंह
ने
बाजी
मारी
है।
उन्होंने
भाजपा
प्रत्याशी
रविंद्र
सिंह
रवि
और
कांग्रेस
प्रत्याशी
विप्लव
ठाकुरको
पटखनी
दी।
शिमला
शहरी
शिमला
शहरी
से
भाजपा
के
सुरेश
भारद्वाज
ने
जीत
की
हैट्रिक
लगाई
है।
उन्होंने
कांग्रेस
प्रत्याशी
हरभजन
सिंह
भज्जी
को
हराया
है।
राजधानी
में
चार
प्रत्याशियों
के
बीच
कड़ा
मुकाबला
था।
आनी
आनी
से
भाजपा
के
किशोरी
लाल
जीते
हैं।
उन्होंने
कांग्रेस
प्रत्याशी
परस
राम
को
हरा
दिया
है।
कांग्रेस
ने
यहां
सिटिंग
विधायक
खूब
राम
का
टिकट
काट
नए
चेहरे
को
उतारा
था
जिसका
खामियाजा
भुगतना
पड़ा
है।
कसुम्पटी
कसुम्पटी
से
कांग्रेस
प्रत्याशी
अनिरुद्घ
सिंह
ने
9296
मतों
से
जीत
हासिल
की
है।
अनिरुद्घ
ने
भाजपा
प्रत्याशी
विजय
ज्योति
सेन
को
लगातार
दूसरी
बार
मात
दी
है।
बल्ह
मंडी
के
बल्ह
में
भाजपा
के
इंद्र
सिंह
गांधी
जीत
गए
हैं।
उन्होंने
कांग्रेस
प्रत्याशी
प्रकाश
चौधरी
चुनाव
हार
गए
हैं।
इस
सीट
पर
भाजपा
और
कांग्रेस
उम्मीदवार
में
ही
टक्कर
मानी
जा
रही
थी।
जयसिंहपुर
जयसिंहपुर
में
भाजपा
प्रत्याशी
रविंद्र
धीमान
ने
भी
जीत
का
परचम
लहरा
दिया
है।जबकि
कांग्रेस
प्रत्याशी
यादवेंद्र
गोमा
को
हार
चखनी
पड़ी।
आरक्षित
सीट
पर
कांग्रेस
के
युवा
विधायक
के
खिलाफ
भाजपा
ने
नया
चेहरा
उतारा
था,
जिसका
फायदा
मिला।
लाहौल-स्पीति
लाहौल
स्पीति
से
भाजपा
के
रामलाल
मार्केंडय
जीत
गए
हैं।
उन्होंने
कांग्रेस
प्रत्याशी
रवि
ठाकुर
को
हराया
है।
इस
सीट
पर
दोनों
पार्टियों
ने
पुराने
चेहरों
पर
ही
दांव
खेला
था।
सोलन
सोलन
सीट
से
कांग्रेस
के
धनीराम
शांडिल
जीत
गए
हैं।
उन्होंने
भाजपा
प्रत्याशी
राजेश
कश्यप
को
हराया
है।
मंडी
सदर
हिमाचल
विधानसभा
चुनाव
में
कांग्रेस
को
मंडी
सदर
सीट
पर
बड़ा
झटका
लगा
है।
मंडी
से
भाजपा
प्रत्याशी
और
बालीवुड
अभिनेता
सलमान
खान
की
बहन
अर्पिता
के
ससुर
अनिल
शर्मा
ने
जीत
का
परचम
लहराया
है।
भरमौर
भरमौर
विधानसभा
क्षेत्र
से
भाजपा
के
जिया
लाल
जीत
गए
हैं।
यहां
भी
कांग्रेस
को
बड़ा
झटका
लगा
है।
क्योंकि
कांग्रेस
से
वरिष्ठ
मंत्री
ठाकुर
सिंह
भरमौरी
चुनाव
हार
गए
हैं।
पावंटा
पावंटा
से
भाजपा
के
सुखराम
चौधरी
जीत
गए
हैं।
उन्होंने
कांग्रेस
के
किरनेश
जंग
को
मात
दी।
निर्दलीय
जीत
दर्ज
करने
वाले
विधायक
किरनेश
जंग
को
कांग्रेस
ने
अपना
उम्मीदवार
बनाया
था,
लेकिन
पासा
उलटा
पड़
गया।
शिमला
ग्रामीण
सीएम
वीरभद्र
के
बेटे
और
शिमला
ग्रामीण
से
कांग्रेस
प्रत्याशी
विक्रमादित्य
सिंह
4850
वोटों
से
चुनाव
जीत
गए
हैं।
उन्होंने
भाजपा
के
प्रमोद
शर्मा
को
हराया।
इस
सीट
पर
सीएम
वीरभद्र
संिह
की
प्रतिष्ठा
दाव
पर
लगी
थी,
लेकिन
नतीजा
कांग्रेस
के
पक्ष
में
आने
से
राहत
मिली
है।
धर्मशाला
धर्मशाला
सीट
पर
भी
बड़ा
फेरबदल
हुआ
है।
यहां
भाजपा
के
किशन
कपूर
जीत
गए
है।
किशन
कपूर
2997
वोट
से
जीते।
वहीं
कांग्रेस
सरकार
से
मंत्री
सुधीर
शर्मा
हार
गए।
यहां
भाजपा
और
कांग्रेस
के
दो
कद्दावर
नेताओं
के
बीच
मुकाबला
था।
यहां
सबसे
अधिक
प्रत्याशी
चुनाव
मैदान
में
उतरे
थे।
कुल्लू
कुल्लू
में
कांग्रेस
के
सुंदर
सिंह
जीत
गए
हैं।
भाजपा
के
महेश्वर
सिंह
को
हार
का
सामना
करना
पड़ा
है।
लेकिन
कांग्रेस
ने
इस
बार
नया
चेहरा
दिया
था
और
इसका
फायदा
मिला।
ऊना
भाजपा
प्रदेशाध्यक्ष
और
ऊना
सदर
से
भाजपा
प्रत्याशी
सतपाल
सत्ती
3063
वोटों
से
हार
गए
हैं।
यहां
कांग्रेस
के
सतपाल
रायजादा
ने
बाजी
मारी
है।
ज्वाली
ज्वाली
से
भाजपा
के
अर्जुन
ठाकुर
जीते।
उन्होंने
कांग्रेस
प्रत्याशी
चंद्र
कुमार
को
हराया।
कांग्रेस
विधायक
ने
यहां
अपने
पिता
के
लिए
इस
बार
सीट
छोड़ी
थी।
यहां
से
एक
आजाद,
बसपा
और
नव
भारत
एकता
दल
का
प्रत्याशी
भी
मैदान
में
थे।
रामपुर
रामपुर
से
कांग्रेस
के
नंद
लाल
ने
जीत
की
हैट्रिक
लगाई
है।
उन्होंने
भाजपा
के
प्रेम
सिंह
द्रैक
को
हराया।
नंदलाल
को
24066
और
प्रेम
द्रैक
को
20542
वोट
मिले।
कांग्रेस
की
गढ़
मानी
जाने
वाली
इस
सीट
पर
इस
बार
कांटे
की
टक्कर
थी।
दून
सोलन
की
दून
सीट
से
भाजपा
के
परमजीत
सिंह
पम्मी
जीते।
उन्होंने
कांग्रेस
प्रत्याशी
राम
कुमार
चौधरी
को
हराया।
2012
में
निर्दलीय
चुनाव
लडऩे
वाली
प्रत्याशी
को
इस
बार
भाजपा
ने
अपना
प्रत्याशी
बनाया
था।
ठियोग
वहीं
ठियोग
से
सीपीआईएम
के
राकेश
सिंघा
जीत
गए
हैं।
जबकि
भाजपा
प्रत्याशी
राकेश
वर्मा
और
कांग्रेस
प्रत्याशी
दीपक
राठौर
को
हार
का
सामना
करना
पड़ा
है।
विद्या
स्टोक्स
के
चुनाव
मैदान
से
हटने
के
बाद
से
इस
सीट
पर
मुकाबला
रोचक
हो
गया
था।
बिलासपुर
बिलासपुर
सदर
से
भाजपा
के
सुभाष
ठाकुर
6862
वोटों
से
जीत
गए
हैं।
उन्होंने
कांग्रेस
के
सीटिंग
एलएलए
बंबर
ठाकुर
को
हराया।
भाजपा
ने
यहां
पूर्व
सांसद
सुरेश
चंदेल
की
जगह
नए
चेहरे
सुभाष
को
टिकट
दिया
था।