IIM में पढ़ने वाले बेटे के लापता होने से परेशान मां-बाप, तलाश करते-करते शिमला पहुंचा दंपति
बेटा अपनी हिमाचल यात्रा के दौरान बीते महीने किन्नौर से लापता है। शुभादीप की गुमशुदगी एक पहेली बनती जा रही है। उसका कहीं कोई पता नहीं चल पा रहा है।
शिमला। शिमला में इन दिनों एक मां अपने पति के साथ बेटे की तालाश में जुटी हुई है। लापता बेटे की तलाश में दोनों पुलिस व प्रशासन के दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी गुमशुदा बेटे का कोई पता नहीं चल पा रहा है। पश्चिम बंगाल का ये दंपति अपने 26 साल के लाडले शुभादीप दास जो कि इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मेनेजमेंट, आईआईएम लखनऊ का छात्र है उसे दिन-रात तलाश रहा है। बेटा अपनी हिमाचल यात्रा के दौरान बीते महीने किन्नौर से लापता है। शुभादीप की गुमशुदगी एक पहेली बनती जा रही है। उसका कहीं कोई पता नहीं चल पा रहा है। हिमाचल आए उसके माता व पिता शिमला से लेकर किन्नौर तक दफतरों के चक्कर काट रहे हैं।
शुभादीप आईआईएम लखनऊ में एमबीए प्रथम समेस्टर का छात्र है, बीते महीने शुभादीप जब हिमाचल घूमने आया तो अंतिम बार उसे 19 जुलाई को किन्नौर के होटल में देखा गया था, उसके बाद वो लापता है। शुभादीप के पिता उत्तम कुमार दास ने बताया कि 21 जुलाई के बाद उनका उनके बेटे से कोई संपर्क नहीं हो पाया है। इसी वजह से वो अपनी पत्नी यानि शुभादीप की मां सबीता के साथ 26 जुलाई को लखनऊ पहुंचे तो उन्हें सारी बात पता चली। उसके बाद वो अब अपने बेटे की तालाश के लिए हिमाचल आ गए हैं।
दरअसल जब उन्होंने अपने बेटे के माबाइल की लाकेशन पता की तो उन्हें पता चला कि शुभादीप का मोबाइल अंतिम तौर पर किन्नौर जिला के कल्पा में था। जिसकी वजह से ये दंपति अपने बेटे की तालाश के लिए किन्नौर पहुंचा लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी। उन लोागें ने अपने बेटे की तालाश के लिए किन्नौर के होटल के बाद किन्नौर, लाहौल स्पिती और कुल्लू में उसकी तालाश की। यही नहीं ये लोग बेटे की तालाश के लिए मनाली, सारचू, नाको व कई दूसरी जगहों की भी खाक छानी।
उत्तम कुमार दास ने बताया कि उन्होंने होटल रजिस्टर में अपने बेटे की 19 जुलाई की एंट्री देखी तो उन्हें उम्मीद जगी कि शायद उनका बेटा सलामत है। लेकिन उसका मोबाइल स्विच ऑफ है, उससे उनकी परेशानी बढ़ी है। उन्होंने बताया कि वो प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से भी मिल चुके हैं व उन्होंने सीएम से सारे मामले की जांच सीआईडी व साइबर सेल से कराने की मांग की है। उसके बाद प्रदेश के डीजीपी सोमेश गोयल से भी मदद मांगी गई। शुभादीप की गुमशुदगी के मामले में लखनऊ पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। लखनऊ के मंडियांव पुलिस थाना के एसएचओ राघव कुमार ने फोन पर बताया कि हमने जांच अधिकारी को उसकी तालाश के लिए भेजा था। लेकिन अभी तक उसका कोई पता नहीं चल पाया है। शुभादीप कोलकता में अपनी नौकरी छोड़ने के बाद लखनऊ पढ़ाई के लिए आया। घर वाले हैरान हैं कि आखिर वो उन्हें बिना बताए हिमाचल घूमने कैसे आ गया और लापता हो गया।
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