राजेन्दर राणा ने सीएम पद के लिए धूमल की दावेदारी को बताया बेतुका
शिमला। भाजपा नेता प्रेम कुमार धूमल की राहों में कांटे बिखरने वाले सुजानपुर से चुनाव जीत कर विधायक बने राजेन्दर राणा ने धूमल की मुख्यमंत्री दावेदारी पर बयान दिया है। उन्होंने भाजपा में सीएम पद को लेकर चल रहे घमासान पर कहा कि अगर भाजपा हारे हुए धूमल को सीएम पद पर बिठाती है तो यह लोकतंत्र की हत्या होगी। उन्होंने हैरानी जताई कि जिसे जनता नकार चुकी है वह आखिर सीएम कैसे बन सकते हैं।
राजेन्दर राणा को पूरा भरोसा है कि धूमल खुद मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे क्योंकि जब धूमल विपक्ष में थे, तो हारे हुए नेताओं को चेयरमैन और वाइस चेयरमैन बनाने का वह विरोध करते रहे हैं। लिहाजा धूमल हार चुके हैं तो वह भी इसके दावेदार नहीं होने चाहिए। उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि आज भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व भी सीएम को लेकर असमंजस में है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रेम कुमार धूमल मेरे राजनीतिक गुरू हैं और मैं उनका सम्मान करता हूं। उनकी हार पर बात करते हुए राणा ने कहा कि धूमल सुजानपुर के लोगों के साथ जुड़े नहीं थे जबकि मैंने पांच साल सुजानपुर की सेवा की। राणा ने कहा कि धूमल ने सुजानपुर में व्यापारियों और सरकारी नौकरी वालों को डराने की भी कोशिश की, मगर फिर भी वोटरों ने उनका साथ नहीं दिया। उन्होंने लोगों को यकीन दिलाया कि पांच साल विपक्ष में बैठकर ही वो उनके हितों की रक्षा करेंगे।
राजेंद्र राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए प्रेम कुमार धूमल ने मुझे झूठे मुकदमों में फंसाने की कोशिश की। यही वजह थी कि मैं उनसे अलग हो गया। महाभारत का जब युद्ध हुआ तो अर्जुन उनके गुरू के खिलाफ खड़े थे, मगर अर्जुन धर्म की रक्षा के लिए लड़ रहा था, इसीलिए वो निडर था। राणा ने अपनी जीत के लिए सुजानपुर के लोगों और कांग्रेस नेृत्तत्व का धन्यवाद भी किया। ईवीएम को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में राणा ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए चुनाव आयोग को पुरानी प्रणाली पर ही लौटना चाहिए।
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