हिमाचल में क्रिकेटर, पहलवान और निशानेबाज आए एक साथ तो दौड़ पड़े युवा
'मैं एक खेल प्रेमी हूं और मैं चाहता हूं अगला ओलंपियन हिमाचल से हो।'
शिमला। हिमाचल प्रदेश ओलंपिक की शुरुआत हमीरपुर में हुई, कार्यक्रम की अगुवाई अनुराग ठाकुर, विश्वप्रसिद्ध पहलवान 'द ग्रेट खली' और भारत की ओलंपिक शान, पदम श्री अर्जुन अवार्डी विजय कुमार ने की।
ओलंपिक मशाल के हमीरपुर पहुंचते ही हिमाचल प्रदेश में एक दौर की शुरुआत हो गई और हमीरपुर निवासियों ने तहे दिल से इसका स्वागत किया। हमीरपुर में करीब 10,000 युवाओं और स्थानिय निवासियों ने मशाल का स्वागत किया। 'खेलेगा युवा और जीतेगा हिमाचल' के नारे के साथ हिमाचल ओलंपिक संघ के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने एक बार फिर युवाओं का दिल जीत लिया है। मशाल के हमीरपुर पहुंचते ही युवाओं में ऐसा जोश आया जो देखते बन रहा था। सभी इस ऐतिहासिक पल के गवाह बने। ओलंपिक का आगाज धमाकेदार था। ऐसा लग रहा था मानों पूरे मैदान में युवा फूलों की तरह बिछे हुए हैं।
पूरे हमीरपुर में बस एक ही गूंज थी खेलेगा युवा, जीतेगा हिमाचल। प्रदेश के लगभग आठ जिलों से होती हुई ओलंपिक टॉर्च हमीरपुर पहुंची थी, जहां राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने हिमाचल ओलंपिक खेलों का शुभारंभ किया। इस अवसर पर पहलवान दलीप सिंह (ग्रेट खली), अंतर्राष्ट्रीय शूटर विजय कुमार ओलंपिक टॉर्च को लेकर मुख्य खेल स्थल पर लाए। प्रदेश भर से बड़ी संख्या में आए खिलाड़ी इस अवसर पर उपस्थित थे। हिमाचल ओलंपिक खेलों में प्रदेश के 11 जिलों के लगभग 1100 खिलाड़ी 11 विभिन्न खेल स्पर्धाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
इन दिनों राज्यपाल ने ऐतिहासिक रिज मैदान से हिमाचल ओलंपिक संघ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में ओलंपिक टॉर्च को रवाना किया था, जो शिमला, सोलन, पांवटा साहिब, ऊना, नूरपुर, कांगड़ा, जोगिंदरनगर, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर होती हुई हमीरपुर पहुंची थी। इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि विश्व स्तर पर खेलों के प्रति रुझान बढ़ा है और खिलाड़ियों को पहले से ज्यादा सम्मान मिल रहा है। ऐसे में हिमाचल खेलों में भी पीछे नहीं रहना चाहिए। यहां के उद्यमान खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नजर आने चाहिए। उन्होंने कहा कि इसकी शुरूआत हो चुकी है। उन्होंने विश्वास जताया कि हिमाचल ओलंपिक खेलों के माध्यम से ग्रामीण प्रतिभाओं को उचित मंच मिलेगा और वे भी अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि हिमाचल को देवभूमि और वीरभूमि के नाम से जाना जाता है। प्रदेश के युवा जूझारू और परिश्रमी हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, लेकिन उन्हें बुनियादी सुविधाएं मिलनी चाहिए, जिसके लिए हिमाचल ओलंपिक खेलों के रूप में बेहतर आगाज हुआ है। राज्यपाल ने हिमाचल ओलंपिक संघ के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनका ये प्रयास व सोच अच्छी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जिस उद्देश्य के साथ वे आगे बढ़े हैं निश्चित तौर पर अपने प्रयासों में सफल होंगे और खेलों में भी हिमाचल बड़ी भूमिका निभा सकेगा।
अपने संबोधन में हिमाचल प्रदेश ओलंपिक संघ अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा 'हमने राजकीय स्तर पर ओलंपिक की शुरुआत हिमाचल में खेलों के स्तर को बढ़ाने के लिए की है। मैं एक खेल प्रेमी हूं और मैं चाहता हूं अगला ओलंपियन हिमाचल से हो। इस ओलंपिक की शुरुआत युवाओं में जोश जगाने और उन्हें ये जताने के लिए की गई है कि खेलों में कितने मौके हैं। ये युवाओं में जोश भरेगा ताकि वो खेलों की दिशा में ऊंची उड़ान भर सकें। खेलेगा युवा, जीतेगा हिमाचल के नारे के साथ हम युवाओं को प्रोत्साहित करना चाहते हैं, ताकि वो जिंदगी में बेहतर बन सकें।
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