कांग्रेस के लिए 'विकास' का नारा बने हिमाचल प्रदेश का राजनीतिक भविष्य इस बार हो जाएग एक चरण में तय!
आम तौर पर प्रदेश में चुनाव दो चरणों में होते रहे हैं। चूंकि प्रदेश के जनजातीय चुनाव क्षेत्र किन्नौर, लहौल स्पिीती और पांगी भरमौर में दिसंबर महीने में रास्ते बंद हो जाते हैं। लेकिन इस बार अलग सोचा गया है।
शिमला। चुनावों की तैयारी में जुटे हिमाचल प्रदेश में इस बार चुनाव दो चरणों में नहीं, बल्कि एक ही चरण में होंगे। चुनावों के लिए जो महौल तैयार हो रहा है। उससे तो ऐसा ही लगता है। चूंकि चुनाव इस बार नवंबर महीने में होने की संभावना जताई जा रही है। इसकी घोषणा होने का बड़ी बेसब्री के साथ प्रदेश के लोग इंतजार कर रहे हैं। दरअसल बुधवार को चुनाव आयोग ने प्रदेश के चुनाव अधिकारी पुष्पेंद्र राजपूत को दिल्ली तलब किया था। वो आज भी दिल्ली में ही हैं और चुनाव आयोग को प्रदेश की चुनावी तैयारियों की जानकारी देंगे। उसके बाद चुनाव आयोग प्रदेश के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर देगा।
आम
तौर
पर
प्रदेश
में
चुनाव
दो
चरणों
में
होते
रहे
हैं।
चूंकि
प्रदेश
के
जनजातीय
चुनाव
क्षेत्र
किन्नौर,
लहौल
स्पिीती
और
पांगी
भरमौर
में
दिसंबर
महीने
में
रास्ते
बंद
हो
जाते
हैं।
जिसके
चलते
चुनाव
या
तो
पहले
होते
रहे
हैं
या
बाद
में
लेकिन
इस
बार
अगर
चुनावों
की
घोषणा
में
देखना
होगा
कि
चुनाव
आयोग
इसे
नवंबर
महीने
में
कराने
की
बात
करता
है,
तो
चुनाव
एक
ही
चरण
में
होंगे।
चूंकि
17
नवंबर
तक
तो
इन
इलाकों
में
अधिकारिक
तौर
पर
ही
रास्ते
खुले
रहते
हैं।
यानि
चुनाव
कराने
में
कोई
दिक्कत
पेश
नहीं
आएगी।
अगर
दिसंबर
महीने
में
चुनाव
कराने
की
बात
होती
है
तो
फिर
प्रदेश
के
चुनाव
दो
चरणों
में
ही
होंगे
लेकिन
इसकी
संभावना
कम
ही
है।
चुनाव विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इन चुनावों में वीवी पैट युक्त इवीएम का इस्तेमाल किया जाएगा। जिससे मतदान में परदर्शिता सुनिश्चित होगी। ईवीएम मशीन के साथ वीवीपीएटी से संबंधित जानकारी उन सभी 30 लाख मतदाताओं को जिनके मोबाइल नंबरों की जानकारी प्रदेश निर्वाचन विभाग के पास उपलब्ध है, उसको एसएमएस भेजकर दी जा रही है। हिमाचल में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में पहली बार 33,287 युवा मतदाता वोट डालेंगे। ये 18 से 19 की उम्र के होंगे।
इस बार कुल 88,116 नए मतदाता दर्ज किए गए हैं। इनमें 18-19 आयु वर्ग के मतदाता 33,287 हैं तो 19 से अधिक आयु वर्ग में 54,829 नए मतदाता हैं। प्रदेश की कुल 70 लाख की जनसंख्या में से राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में कुल 48,11,756 मतदान कर सकेंगे, जिनमें 24,58,881 पुरुष और 23,52,875 महिलाएं होंगी। प्रदेश की जनसंख्या का लिंग अनुपात 972 है, जबकि मतदाताओं का 957 है। ऐसे में 1000 पुरुषमतदाताओं पर केवल 957 महिलाएं ही वोटर होंगी।
वहीं 45,594 मतदाताओं के नाम मृत्यु, स्थान परिवर्तन, दोहरे पंजीकरण आदि के कारण मतदाताओं सूचियों से हटाए गए हैं। इन्हें हटाने के बाद मतदाताओं की संख्या में 42,522 की असल बढ़ोतरी हुई है। समस्त विधानसभा क्षेत्रों में सबसे ज्यादा 90,320 मतदाता सुलह निर्वाचन क्षेत्र और सबसे कम 22,686 मतदाता लाहौल स्पीति निर्वाचन क्षेत्र में हैं। प्रारूप प्रकाशन में 1 अक्तूबर 2016 को प्रदेश के समस्त 68 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में फोटोयुक्त मतदाता सूचियों में कुल 47,69,234 मतदाताओं के नाम दर्ज थे।
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