हरियाणा: मानवाधिकार हनन मामलों में गुड़गांव टॉप पर, पुलिस के खिलाफ मिली सबसे ज्यादा शिकायतें
human rights commission report 2020, गुड़गांव। हरियाणा में राज्य मानवाधिकार आयोग को विभिन्न जिलों से एक वर्ष के दौरान 2509 शिकायतें मिलीं। इनमें सर्वाधिक शिकायत गुड़गांव जिले से दर्ज की गईं। आयोग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 1 अप्रैल, 2019 से लेकर मार्च, 2020 तक मिली मानवाधिकार हनन की कुल शिकायतों में से 2028 शिकायतों पर सुनवाई के पश्चात् समाधान कर दिया गया। वहीं, 481 शिकायतों पर अभी कार्रवाही चल रही है। मानवाधिकार हनन से जुड़े आंकड़े देखे जाएं तो सर्वाधिक 254 शिकायतें गुड़गांव जिले से मिलीं। इस तरह यह सभी जिलें में पहले नंबर पर रहा। वहीं, दूसरे नंबर पर पानीपत रहा। पानीपत जिले से 233 शिकायतें मिलीं।
तीसरे नंबर पर फरीदाबाद जिला रहा, जहां से 219 शिकायतें मिलीं। फरीदाबाद आबादी के लिहाज से भी यहां का सबसे बड़ा जिला है। वहीं, चौथे नंबर पर रहे हिसार में 152 शिकायतें सामने आईं। पांचवे नंबर पर सोनीपत रहा, यहां से 133 शिकायतें मिलीं। उसके बाद करनाल से 130, रेवाड़ी से 105, जींद से 104, सिरसा से 104, रोहतक से 103, अम्बाला से 102, महेंद्रगढ़ से 91, पंचकूला से 90, कैथल से 89, पलवल से 75, कुरुक्षेत्र से 69, यमुनानगर से 68, मेवात से 66, झज्जर से 62, भिवानी से 44, फतेहाबाद से 38, चरखी दादरी से 10 शिकायतें मानवाधिकार आयोग के पास पहुंची।
मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट से यह भी स्पष्ठ होता है कि, सबसे ज्यादा शिकायतें पुलिस के खिलाफ मिलती हैं। पिछले एक साल के दरम्यान आयोग कार्यालय में पुलिस के खिलाफ 1300 शिकायतें मिलीं। अलग-अलग तरह के मामलों में मानवाधिकार हनन की 732 शिकायतें थीं।
नौकरी से जुड़े मामलों में 120, महिलाओं से संबंधित मामलों में 118, प्रदूषण से संबंधित 27, धार्मिक हिंसा से संबंधित 27, जेल से संबंधित 79, स्वास्थ्य से संबंधित 61, बच्चों से संबंधित 23, मजदूरों की 10, न्यायपालिका से 2, अनुसूचित जाति व जनजाति से संबंधित 8 शिकायतें आयोग के पास आईं। वहीं, डिफेंस की 1 और मिलिट्री से संबंधित भी 1 शिकायत आयोग के संज्ञान में आई।