जमात का होना कोई गलत बात नहीं, बोले हरियाणा के सीएम खट्टर
चंडीगढ़। कोरोना वायरस से मचे कोहराम के बीच निशाने पर आई तबलीगी जमात को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बड़ा बयान दिया है। खट्टर ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए 300 धर्मगुरुओं से बात की। उस दौरान उन्होंने कहा कि, इस तरह की जमात होना कोई गलत बात नहीं है, क्योंकि यह एक नियमित घटना थी, लेकिन उन्हें सतर्क रहना चाहिए था। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए उन लोगों को खुद ही सामने आना चाहिए। एहतियात के तौर पर ऐसे लोगों को इस बात पर ध्यान नहीं देना चाहिए कि वे कोरोना से प्रभावित हैं या नहीं, लेकिन क्वारंटाइन में रहना चाहिए। किसी भी लक्षण के मामले में, उन्हें तुरंत डॉक्टरों से संपर्क करना चाहिए और सभी आवश्यक जांच करवानी चाहिए।
हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर ने जमातियों ने बयान दिया
ज्ञातव्य है कि, मार्च के महीने में दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात की सभा में देश-दुनिया से हजारों मुसलमान शामिल हुए थे। उनमें कुछ विदेशी कोरोना वायरस से संक्रमित थे, जिससे अन्य लोग भी संक्रमित हो गए। उसके बाद वे सभी अपने-अपने प्रांतों में चले गए। कुछ विदेशियों को बाद में ढूंढा गया और उनके पासपोर्ट जब्त कर उन्हें क्वारंटाइन किया गया। हालांकि, देश में अब तक एक हजार से ज्यादा जमातिए कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। अकेले हरियाणा में संक्रमित जमातियों का आंकड़ा 107 हो गया है।
'कोई बीमारी किसी जाति या धर्म को नहीं देखती'
इस मुद्दे पर हरियाणा के सीएम मनोहरलाल खट्टर ने कहा है कि, कुछ लोग डर या सामाजिक आपत्ति के कारण आगे नहीं आ रहे हैं, लेकिन ऐसा करने से वे स्वयं के साथ-साथ दूसरों के जीवन को भी खतरे में डाल रहे हैं। हमारे अधिकारी मेडिकल प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं और सभी को यह समझना होगा कि संकट की इस घड़ी में सभी समुदाय के लोगों को एकजुट रहना होगा तभी इस लड़ाई में जीत होगी। सीएम ने कहा कि, इस तथ्य को स्वीकार करना होगा कि कोई बीमारी किसी जाति या धर्म को नहीं देखती।'
'खुद कोविड-19 की जांच के लिए आगे आएं सभी'
खट्टर यह भी बोले कि, सभी मजहबों के धार्मिक नेताओं को जनता को निवारक उपायों के बारे में जागरूक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए राज्य सरकार ने 5 करोड़ नए मास्क के आर्डर दिए हैं। यदि किसी व्यक्ति में कोविड-19 के लक्षण हैं, तो उन्हें समझाएं कि वे खुद कोविड-19 की जांच के लिए आगे आएं तभी इस वायरस को फैलने वाली कड़ी को तोड़ा जा सकता है।
'लोगों की भावनाओं को आहत नहीं किया जाएगा'
मुख्यमंत्री ने सभी धर्म गुरुओं द्वारा दिए गए सुझाव धैर्य से सुने भी और आश्वासन दिया कि लोगों की भावनाओं को आहत नहीं किया जाएगा। बता दें कि, कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग में पूरे हरियाणा के हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और जैन धर्म के गुरु मुख्यमंत्री से बात करने के लिए कनेक्ट हुए।
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