कौन है जगतबाबू उर्फ जगत गुप्ता, जानिए गल्ला आढ़ती से कैसे बना गुटखा किंग
कौन है जगतबाबू उर्फ जगत गुप्ता, जानिए गल्ला आढ़ती से कैसे बना गुटखा किंग
हमीरपुर, 15 अप्रैल: पीयूष जैन के घर से अकूत संपत्ति मिलने के बाद अब सेंट्रल गुड्स सर्विस टैक्स (सीजीएसटी) की कानपुर टीम हमीरपुर जिले गुप्ता बंधुओं के यहां छापेमारी की है। 12 अप्रैल को शुरू हुई इस छापेमारी में गुप्ता बंधुओं (जगतबाबू और प्रदीप गुप्ता) के यहां से टीम को करीब 6.31 करोड़ रुपए कैश बरामद हुए है। टीम की छापेमारी का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें सीजीएसटी और स्टेट बैंक के अफसर नोटों की गिनती करते हुए दिखाई दे रहे हैं। तो वहीं, जगतबाबू के कई राज भी सामने आने लगे हैं। आइए जानते हैं कि कैसे जगत बाबू उर्फ जगत गुप्ता आढ़ती से गुटखा किंग बन गए।
कौन है जगतबाबू उर्फ जगत गुप्ता
जगतबाबू उर्फ जगत गुप्ता हमीरपुर जिले के सुमेरपुर कस्बे के पुरानी गल्ला मंडी निवासी है। जगतबाबू करीब 20 साल पहले में भरुआ सुमेरपुर की गल्ला मंडी में आढ़त का काम करता थे। लेकिन वो इस व्यापार में पूरी तरह से फेल हो गए, जिसके बाद उन्होंने कोई नया कारोबार शुरू करने के बारे में सोचा और अपने दो दोस्तों को पार्टनर बनाकर 2001 में गुटखा बनाने का कारखाना अपने घर में लगा लिया था। शुरू में इसने चन्द्रमोहन ब्रांड का रजिस्ट्रेशन कराया।
आसपास के इलाकों में मशहूर हो गया था चंद्रमोहन ब्रांड का गुटखा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चंद्रमोहन ब्रांड का गुटखा कुछ ही समय में बुन्देलखंड और आसपास के जिलों में मशहूर हो गया था। इस कारोबार से उसकी किस्मत ही चमक गई। हालांकि, 2011 में तत्कालिन जिलाधिकारी जी.श्रीनिवास ने भी छापेमारी कर टैक्स चोरी पकड़ी थी, जिसके बाद जगत गुप्ता का कारखाना सील हो गया था और मुकदमा भी दर्ज हुआ था।
'नौकर' के नाम कराया 'दयाल ब्रांड' का रजिस्ट्रेशन
डीएम श्रीनिवास के तबादले के बाद जगत गुप्ता ने अपने दोनों पार्टनरों को कारोबार से अलग कर दिया। इतना ही नहीं, 2013 में अपने नौकर के नाम से दयाल ब्रांड का रजिस्ट्रेशन कराकर फिर से कारोबार शुरू किया था। देखते ही देखते जगत गुप्ता कुछ ही सालों में करोड़पति बन गया।
सीजीएसटी ने मारा छापा
सेंट्रल गुड्स सर्विस टैक्स (सीजीएसटी) की कानपुर टीम ने 12 अप्रैल को गुप्ता बंधुओं (जगतबाबू और प्रदीप गुप्ता) के छापा मारा। करीब 18 घंटे की इस छापेमारी के दौरान 6 करोड़ 31 लाख 11 हजार 800 रुपए की बरामदगी हुई। सीजीएसटी टीम के कानपुर आयुक्त सोमेश तिवारी ने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि यह कैश बेड के नीचे बिछाकर रखा गया था। जिसके ऊपर कारोबारी सोता था। इनके आवास से 80 लाख का कच्चा माल भी बरामद हुआ है। इतना ही नहीं, टीम ने जगत गुप्ता के मोबाइल फोन, बैंक पासबुक, प्रॉपर्टी के कागजात और दो लैपटॉप जब्त किए है, जिनकी जांच अभी जारी है।
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