ईरान में फंसा गुजरात का शाकाहारी परिवार, फ्रूट-सब्जी पर बिता रहा दिन, PM मोदी-शाह से लगाई गुहार, VIDEO
राजकोट. ईरान में फंसे भारतीयों की स्वदेश वापसी के लिए सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी बीच वहां एक से गुजराती परिवार ने वीडियो जारी कर आपबीती सुनाई है। उस परिवार का कहना है कि, ईरान स्थित इंडियन एंबेसी उनकी कोई मदद नहीं कर रही। वे पिछले 20 दिनों से तेहरान में हैं। शाकाहारी होने के कारण उनका वहां गुजारा करना बेहद मुश्किल है। ईरान में नॉनवेज खाना ही मिलता है। ऐसे में वे फल-सब्जी खाकर ही जिंदा हैं। परिवार के बुजुर्ग डर की वजह से बाहर नहीं निकल पा रहे।
Recommended Video
'6 दिनों से इंडियन एंबेसी के चक्कर काट रहा हूं, कुछ नहीं हुआ'
गुजराती परिवार के युवक केरविन शाह ने कहा, 'हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री से विनती करते हैं कि, जल्द ही हमें यहां से निकालें। केरविन ने कहा कि, अभी हम पूरी तरह स्वस्थ हैं और संक्रमित नहीं हुए। मगर, आने वाले समय में अगर हमें कुछ हो जाता है तो तेहरान की एंबेसी जिम्मेदार होगी।''
'एंबेसी का रवैया बेहद निराशाजनक है'
बकौल केरविन, 'मैं 6 दिनों से इंडियन एंबेसी के चक्कर काट रहा हूं, लेकिन वो अनसुना कर रहे हैं। यहां तीन-तीन घंटे अलग-अलग अधिकारियों से रिक्वेस्ट करने के बावजूद ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। रोज हमें झूठी तसल्ली दी जा रही है। मेरे माता-पिता सीनियर सिटीजन होने के बावजूद भगवान की दया से अभी तक स्वस्थ हैं। लेकिन एंबेसी का रवैया बेहद निराशाजनक है। अन्य लोगों की तरह हमें भी कोरोना का खौफ सता रहा है।'
दूसरे देशों की फ्लाइट्स शुरू हो गईं, लेकिन..
''तेहरान स्थित इंडियन एंबेसी के लोग हमें कमजोर समझ रहे हैं। यहां हमारे देश के अलावा सभी देशों की फ्लाइट शुरू हो चुकी हैं। मगर, खुद इंडियन एंबेसी के लोग ही हमें कमजोर समझ रहे हैं और हमें निकालने के लिए कोई काम नहीं कर रहे। मैं हाथ जोड़कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से कह रहा हूं कि, जल्द ही हमारे लिए कुछ करें। कैसे भी हमारी सुरक्षित वतन वापसी कराएं।'
कोरोना वायरस का असर: मथुरा की जेल में बन रहे मास्क, यहां बंद हैं क्षमता से 3 गुना ज्यादा कैदी, VIDEO