भारत का दूसरा सबसे बड़ा बांध अब भर गया पूरा, नेहरू ने रखी थी नींव, मोदी ने उद्घाटन किया
नर्मदा। गुजरात के नर्मदा जिले में स्थित भारत का दूसरा सबसे बड़ा बांध अब पूरा भर गया है। जलस्तर बढ़ने पर इसके 20 से ज्यादा गेट खोलने पड़े हैं। जिससे नदी में भी पानी की आवक काफी बढ़ गई है। नर्मदा बांध परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि, जलस्तर बढ़ने पर बांध के 23 गेट खोलकर 80,000 क्यूसेक और रिवरबेड पावरहाउस को 44000 क्यूसेक पानी सहित अब तक कुल 1,24,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। साथ ही नदी के आस-पास की जमीनों वाले लोगों को सचेत रहने के लिए कहा गया है।
भारत का दूसरा सबसे बड़ा बांध अब भर गया पूरा
बता दें कि, नर्मदा नदी पर स्थित बांध को सरदार सरोवर डैम कहा जाता है। यह 138 मीटर ऊँचा (नींव सहित 163 मीटर) है, जिसकी लम्बाई 1210 मीटर है। इसे भारत का दूसरा सबसे बड़ा बांध माना जाता है। इस बांध की वजह से गुजरात को बड़ी मात्रा में बिजली मिलती है। इन दिनों गुजरात और मध्य प्रदेश में भारी बारिश के कारण इस बांध का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। कल यानी कि, रविवार को नर्मदा बांध का जलस्तर 135 मीटर को पार कर गया। जबकि, इस बांध अधिकतम जल स्तर 138.68 मीटर है। इसलिए बांध अब छलकने वाला है। कल नर्मदा बांध का जलस्तर सतह से मात्र 3 मीटर की दूरी पर था।
अब 2 लाख 20 हजार क्यूसेक पानी आ रहा
विशेषज्ञों का कहना है कि, अब नर्मदा बांध में फिलहाल 2 लाख 20 हजार क्यूसेक पानी आ रहा है। लिहाजा, नर्मदा बांध का पानी चरणबद्ध तरीके से नदी में छोड़ा जा रहा है। कल बांध के 23 गेट खोलकर 80 हजार से डेढ लाख क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा गया है। इस वजह से नर्मदा नदी के किनारे बसे गांवों को अलर्ट कर दिया गया है। नादोद, तिलकवाला, वडोदरा और भरूच के तटीय इलाकों के लोगों को चेतावनी दी गई है। हालांकि, जो लोग यहां घूमने आते हैं, उनके लिए यह आनंद की घड़ी है। पर्यटक इस नजारे को देखकर खुश हो रहे हैं।
नर्मदा बांध जल सतह से मात्र 3 मीटर की दूर
एक अधिकारी ने कहा कि, प्रदेश के उपरी क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण नर्मदा बांध के गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है, जिसमें नर्मदा बांध का जलस्तर बढ़ने से 15 गेट सुबह खोल दिए गए और दोपहर 2 बजे 23 गेट खोल कर नर्मदा नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। 23 गेट खोलकर 80,000 क्यूसेक और रिवरबेड पावरहाउस को 44000 क्यूसेक पानी सहित अब तक कुल 1,24,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जबकि शाम 4 बजे 1 लाख क्यूसेक तथा शाम 6 बजे 23 गेट खोलकर डेढ लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से नदी भी उफान पर आ गई है।
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नेहरू ने नींव रखी, मोदी ने उद्घाटन किया
भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने सरदार सरोवर बांध की नींव 5 अप्रैल, 1961 में रखी थी। हालांकि, स्थानीय विरोध-प्रदर्शनों के चलते यह परियोजना अटक गई थी। भाजपा सरकार में यह मामला सुलझा। परियोजना पूरी होने पर देश के मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बांध का उद्घाटन किया। नर्मदा नदी पर बना यह ऐसा बांध है, जिसके संयंत्र से मध्य प्रदेश के लिए भी बिजली पहुंचाई जाती है। नर्मदा नदी पर बनने वाले 30 बांधों में सरदार सरोवर और महेश्वर दो सबसे बड़ी बांध परियोजनाएं हैं और इनका विरोध होता रहा है। सरकार ने कहा था कि, इन परियोजनाओं का उद्देश्य गुजरात के सूखाग्रस्त इलाक़ों में पानी पहुंचाना और मध्य प्रदेश के लिए बिजली पैदा करना है, लेकिन ये परियोजनाएं अपनी अनुमानित लागत से काफ़ी ऊपर चली गई हैं।