गुजरात में एक और युवा किसान ने जहर खाकर दी जान, 60 बीघा मूंगफली की फसल बर्बाद हो गई थी
Gujarat News, जामनगर। फसल बर्बादी के चलते आई आर्थिक तंगी के चलते गुजरात में एक और किसान ने आत्महत्या कर ली। यहां कल्याणपुर के नगड़िया गांव में 27 साल का मेरामणभाई लीलाभाई सिडा नाम का किसान जहर खाकर मरा है। 9 जनवरी को उसने जहर खाया था, जिसके बाद उसे पोरबंदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसकी बदहाली के पीछे की वजह थी उसकी 60 बीघा जमीन में बोई गई मूंगफली की फसल बर्बाद होना। उसकी मौत के बाद से किसानों में कोहराम मच गया है।
दूसरों
की
जमीन
में
कर
रहे
थे
खेती
मृतक
मेरामणभाई
के
भाई
केशुभाई
के
मुताबिक,
मेरामणभाई
पिछले
20
सालोंसे
दूसरों
की
भूमि
में
हिस्सेदारी
में
खेती
करते
थे।
इस
साल
भी
उन्होंने
किसी
और
की
60
बीघा
भूमि
में
मूंगफली
की
बुआई
की
थी,
लेकिन
बारिश
नहीं
होने
की
वजह
से
मेहनत
पर
पानी
फिर
गया।
जिसके
चलते
आर्थिक
तंगी
आ
गई।
अब
उनकी
मौत
के
बाद
उनकी
पत्नी,
5
साल
की
बेटी
और
हम
भी
बेसहारा
हो
गए
हैं।'
22
साल
के
किसान
ने
भी
दी
थी
जान
बीती
19
जनवरी
को
भी
एक
युवा
किसान
ने
जान
दे
दी
थी।
जामजोधपुर
के
रबारिका
गांव
में
22
साल
के
रमेश
देवशीभाई
मकवाणा
ने
फांसी
लगाई
थी।
उसके
भी
जान
देने
की
पीछे
थी
फसल
बर्बादी
के
बाद
आर्थिक
हालात
बिगड़ना।
तंगी
के
चलते
उसकी
हिम्मत
टूट
चुकी
थी।
वह
आए
दिन
चिंता
में
रहने
लगा
था।वह
भी
मजदूरी
किया
करता
था।
फसल बर्बाद हुई तो गुजरात में किसान ने जहर खाकर दी जान, बिलखती रह गईं 6 संतानें
सरकार
ने
संकटग्रस्त
घोषित
किए
कई
इलाके
राज्य
में
कई
जगहों
पर
इस
वर्ष
जरूरत
से
कम
बारिश
हुई।
जिसके
चलते
राज्य
सरकार
द्वारा
विविध
इलाकों
को
संकटग्रस्त
घोषित
किया
गया।
कल्याणपुर
इलाके
में
भी
इस
वर्ष
बहुत
ही
कम
बारिश
के
कारण
अधिकांश
फसलें
विफल
हो
गईं।
इसे
भी
राज्य
के
अन्य
इलाकों
के
साथ
संकटग्रस्त
घोषित
किया
गया
है।
हालांकि,
मदद
समय
पर
नहीं
मिलने
से
किसानों
का
दम
टूट
रहा
है।
गुजरात में फंदे पर झूला 22 साल का किसान, आर्थिक तंगी से जान जाने की 3 महीने में 5वीं घटना