तौकते तूफान से तबाही की तस्वीरें: हजारों पेड़-परिसर गिरे, भारी बारिश से बिजली गुल, दिन में भी अंधियारा
अहमदाबाद। अरब सागर से पनपा चक्रवाती तूफान 'तौकते' गुजरात में भारी नुकसान पहुंचा रहा है। यहां के अधिकांश जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। आंधी से पेड़-परिसर गिर रहे हैं। इंसानी बस्तियों में ही नहीं, पशु-पक्षियों में भी कोहराम मचा हुआ है। अमरेली के राजुला में 200 से ज्यादा पेड़ गिरे हैं। बड़ी संख्या में वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि, यह तूफान दोपहर 3 बजे अहमदाबाद के पास से गुजरेगा।
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21 जिलों में मूसलाधार बारिश
गुजरात के कई जिलों में चक्रवाती तूफान से हुए नुकसान की तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं। आप देख सकते हैं कि किस कदर असर पड़ा है। वांसदा तहसील के कणधा गांव में एकलव्य कुमार छात्रालय के करीब 150 पतरे उड़ गए हैं।
बड़ी संख्या में उखड़े पेड़
सूरत के उधना में भी बारिश जारी है। तेज हवा और पैनी बूंदों के चलते रात जैसा दृश्य हो गया। आंधी के कारण पेड़ उखड़ गए।
जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया
चक्रवात के चलते भारी बारिश हुई, जिससे कई जिलों में जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। राजकोट में भी आंधी से सैकड़ों पेड़ गिर गए और टीन-टप्पर उड़ने लगे।
कई-कई फीट तक पानी भरा
लगभग 4 बजे बारिश ने तटीय क्षेत्रों में भारी नुकसान पहुंचाया। कई-कई फीट तक पानी भर गया। मछुआरों की नावें बह गईं। घनी बस्तियों में जगह-जगह कीचड़ हो गई।
सड़कें खराब हो गईं, कीचड़ जमा
गांव-कस्बों को जोड़ने वाली सड़कें खराब हो गईं। इसके अलावा उत्तरी गुजरात में अंधड़ चलने से वातावरण धूमिल हो गया।
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तटीय इलाके ज्यादा प्रभावित
पोरबंदर के एक स्थानीय निवासी ने कहा, "अरब सागर में शुरू हुए चक्रवातीय तूफान तौक-ते (ताऊ ते) का असर गुजरात के समुद्र तटीय इलाकों पर पड़ रहा है।"
सूरत मनपा की टीमें जुटीं
दक्षिणी गुजरात के सूरत जिले में रांदेर, चौक बाजार, नवजीवन सर्किल, अडाजण, कापोद्रा सहित कई क्षेत्रों में ढेरों पेड़ धराशाई हो गए। मौसम बिगड़ता देख डूमस बीच पर मनपा व पुलिस की टीमें तैनात कर दी गईं, वे बचाव कार्यों में जुटी हैं।
कोरोना टेस्टिंग का पंडाल गिरा
वालक पाटिया के पास कोरोना टेस्टिंग का पंडाल गिर गया। सूरत के कलेक्टर ने डिजास्टर मैनेजमेंट और तहसील के सभी अधिकारियों को अलर्ट किया।
हजीरा में एनडीआरएफ की दो टीमें
झींगा तालाबों पर काम करने मजदूरों सहित 400 लोगों को महानगर पालिका के सेंटरों में रखा गया है। वहीं, डूमस में 50 पुलिसकर्मी तैनात हैं। हजीरा में एनडीआरएफ की दो टीमें लगाई हैं।
गुजरातभर में 50 टीमें जुटीं
एनडीआरएफ के डीजी एस.एन. प्रधान ने कहा, "तौकते चक्रवात का ज्यादा असर गुजरात पर ही पड़ेगा। हम यहां खासा नजर रखे हुए हैं। हमने 100 से ज्यादा टीमें 5-6 राज्यों में तैनात की थीं, जिनमें से आधा हिस्सा गुजरात में लगाया गया है।"
विस्थापित लोगों को 39 इमारतों में रखेंगे
सूरत महानगर पालिका ने विस्थापित किए जा रहे लोगों के लिए 39 इमारतों में रहने की व्यवस्था की है। कहा जा रहा है कि, तूफान के समय किसी के पास रहने की जगह नहीं होगी तो उन्हें यहां रखा जाएगा।
पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया
जिन गांवों में चक्रवाती तूफान से तबाही की आशंका है, वहां बसें भेज दी गई हैं। इन बसों से इमरजेंसी में लोगों को शिफ्ट करने में मदद मिलेगी। डुमस थाने के पुलिस इंस्पेक्टर अंकित सोमैया ने कहा कि, इलाके में 50 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। साथ ही बाहरी लोगों को गांव में आने की इजाजत नहीं है।