Indian Railway: मैट्रिक्स लेवल वन की परीक्षा में आप भी हैं शामिल तो रेलवे के इन निर्देशों का करें पालन
अगर आप भी भारतीय रेलवे में सातवें वेतन आयोग के पे- मैट्रिक्स लेवल- वन के विभिन्न पदों के लिए होने वाली परीक्षा देने जा रहे हैं तो रेलवे के इन निर्देशों को जरुर जान लें। तीन चरणों की परीक्षा (कंप्यूटर आधारित टेस्ट) के दौर
गोरखपुर,21सितंबर: अगर आप भी भारतीय रेलवे में सातवें वेतन आयोग के पे- मैट्रिक्स लेवल- वन के विभिन्न पदों के लिए होने वाली परीक्षा देने जा रहे हैं तो रेलवे के इन निर्देशों को जरुर जान लें। तीन चरणों की परीक्षा (कंप्यूटर आधारित टेस्ट) के दौरान अनियमितता के मामलों को गंभीरता से लेते हुए रेलवे प्रशासन ने अभ्यर्थियों के पहचान पत्र आधार की भी गहनता के साथ जांच शुरू करा दी है। ताकि, कोई दूसरा व्यक्ति परीक्षा न दे सके।इसके साथ ही पूरी परीक्षा की रिकार्डिंग की जाएगी।रेलवे ने यह कड़ाई परीक्षाओं में लगातार हो रही धोखाधड़ी व जालसाजी के कारण की है।अभी तक जिले में परीक्षा में जालसाजी से संबंधित 81 मामलों में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार 12 क्षेत्रीय रेलों को मिलाकर अभी तक कम्प्यूटर आधारित तीन चरण की परीक्षाएं संपन्न हो चुकी हैं। चौथे चरण की परीक्षा 19 सितंबर से शुरू है। इस भर्ती प्रक्रिया में 1.1 करोड़ से अधिक अभ्यर्थी भाग ले रहे हैं। भर्ती प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की अनियमितता अथवा गड़बड़ी की आशंका को समाप्त करने के लिए अनेक सुरक्षात्मक उपाय अपनाए जा रहे हैं।
Gorakhpur:
दो
हजार
छात्रों
के
भविष्य
के
लिए
सांसद
रवि
किशन
ने
केंद्रीय
शिक्षा
मंत्री
से
की
यह
मांग
केंद्र
का
आवंटन
कंप्यूटर
के
माध्यम
से
रेण्डम
तरीके
से
किया
जा
रहा
है।
प्रश्न
पत्रों
को
इस
प्रकार
से
कोड
की
भाषा
में
परिवर्तित
किया
गया
है,
जिसके
चलते
अभ्यर्थी
के
अलावा
कोई
भी
दूसरा
व्यक्ति
प्रश्न
पत्र
को
नहीं
देख
सकता
है।
परीक्षा
के
दौरान
सारी
गतिविधियों
एवं
प्रत्येक
अभ्यर्थी
के
क्रिया
कलापों
की
पूरी
रिकार्डिंग
की
जा
रही
है।