Swachh Survekshan 2022: स्वच्छता सर्वेक्षण में सुधरी सीएम सिटी गोरखपुर की रैंकिंग
स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 रैंकिग में सीएम सिटी गोरखपुर ने बढ़त हासिल की है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत जारी की गई स्वच्छता रैंकिंग में गोरखपुर को 74वीं रैंक मिली है।जो पिछली बार की तुलना में बहुत अच्छा है।पिछली बार गोरखपुर
गोरखपुर,2अक्टूबर: स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 रैंकिग में सीएम सिटी गोरखपुर ने बढ़त हासिल की है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत जारी की गई स्वच्छता रैंकिंग में गोरखपुर को 74वीं रैंक मिली है।जो पिछली बार की तुलना में बहुत अच्छा है।पिछली बार गोरखपुर की रैंक 111 थी।पहली बार है जब इस शहर ने टॉप सौ शहरों में जगह बनाई है।
सहायक नगर आयुक्त डॉ. मणि भूषण तिवारी ने बताया कि भारत सरकार के आवासन एवं शहरी मामलों के मंत्रालय की ओर से जारी स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 की रिपोर्ट के मुताबिक देश के तीन लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में गोरखपुर 382 शहरों में से 74वें स्थान पर आया है। कई पैरामीटर पर निर्धारित छह हजार अंक में से शहर को 4456.95 अंक मिले हैं। स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में गोरखपुर की राष्ट्रीय रैंकिंग 111 थी जबकि प्रदेश में नौवां स्थान मिला था। पिछली बार छह हजार में 3174.06 अंक ही मिले थे।
नगर निगम गोरखपुर ने पांच पैरामीटर पर 90 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। इनमें आवासीय एवं व्यापारिक स्थलों पर नियमित सफाई, गीला व सूखा कूड़ा अलग करने, जलाशयों की सफाई, आवासीय क्षेत्रों में प्रतिदिन झाड़ू लगाने के पैरामीटर शामिल हैं। तीन पैरामीटर पर 75 से 90 प्रतिशत अंक मिला है। तीन पैरामीटर ऐसे रहे, जिनमें 50 से 75 प्रतिशत अंक मिले हैं। 2017 में सर्वेक्षण के शुरू होने के दौरान यहां की राष्ट्रीय रैंकिंग 314 थी। वर्तमान में 240 पायदान की छलांग लगाकर यह शहर 74वें स्थान पर आ चुका है। 2019 में शहर 226वें स्थान पर आया था। 2020 में पूरे देश में गोरखपुर की रैंकिंग 82 थी। 2021 में अचानक रैंकिंग में फिर गिरावट आई। इस साल 111वें स्थान पर यह शहर आया।
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नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने बताया कि रैंकिंग में सुधार हम सभी के लिए खुशी की बात है। इसमें सफाई कर्मियों से लेकर नगर निगम की पूरी टीम का योगदान है। पूरी टीम बधाई की पात्र है। पूरा विश्वास है कि अगले वर्ष रैंकिंग में और सुधार आएगा।
इंदौर लगातार छठी बार देश का सबसे साफ शहर बना। बड़े राज्यों की कैटगरी में मध्यप्रदेश देश का सबसे स्वच्छ राज्य घोषित किया गया। जबकि छोटे राज्यों की श्रेणी में त्रिपुरा ने पहला स्थान प्राप्त किया है।