क्या BJP सांसद तेजस्वी सूर्या ने गोवा चुनाव की वजह से वापस लिया 'घर वापसी' वाला बयान ? जानिए
नई दिल्ली, 28 दिसंबर: भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने हिंदू धर्म से ईसाई और मुसलमान बने लोगों की घर वापसी वाला अपना बयान जिस तरह से वापस लिया है, उसको लेकर सियासतदानों में काफी हैरानी है। क्योंकि, बेंगलुरु दक्षिण के पार्टी सांसद की शख्सियत इस तरह की नहीं है। लेकिन, गोवा के पार्टी नेता जो कुछ बोल रहे हैं, उससे साफ जाहिर हो रहा है कि उन्हें गोवा विधानसभा चुनावों के मद्देनजर ही बयान वापसी को मजबूर होने पड़ा है। क्योंकि, बीजेपी नेतृत्व को शायद लग रहा है कि इस तरह की बातों से प्रदेश में पार्टी को फायदे की जगह नुकसान हो सकता है।
गोवा भाजपा को रास नहीं आया तेजस्वी का बयान
दरअसल, ईसाइयों की 'घर वापसी' वाला तेजस्वी सूर्या का बयान गोवा के भाजपा नेताओं को पसंद नहीं आया है। यहां तक कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भी इस मसले पर सचेत रहने की चेतावनी दी है। गोवा के परिवहन मंत्री मउविन गोडिन्हो ने ईटी से कहा है कि गोवा में समुदायों के बीच भाईचारा है और गोवा से बाहर जो कुछ भी हो रहा है-चर्चों पर हमले या उनके धर्मांतरण वाले बयान 'पूरी तरह से अनुचित और अनावश्यक' थे। गोवा के ऊर्जा मंत्री निलेश कैबराल, जो कि वहां बीजेपी के अल्पसंख्यक चेहरा भीं हैं, उन्होंने कहा है कि हर नागरिक को अपनी पसंद के धर्म के पालन का संवैधानिक अधिकार है और राजनेताओं को लोगों को उनके आस्था के बारे में बताना गैर-जरूरी है।
'कर्नाटक और गोवा में अंतर'
गोवा के कलंगुट से भाजपा एमएलए और वरिष्ठ मंत्री माइकल लोबो ने कहा है कि सभी राज्यों का अपना एजेंडा है। उन्होंने कर्नाटक के धर्मांतरण बिल के बारे में कहा है कि,'धर्मांतरण का ईसाई धर्म से कोई लेना-देना नहीं है.......ध्रुवीकरण की बात कर्नाटक में काम कर सकता है, गोवा में नहीं।' पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के एक वफादार नेता ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा है कि धर्मांतरण पर बहस जटिल है, इस पूर्व पुर्तगाली उपनिवेश का 16वीं और 17वीं शताब्दी में धर्मांतरण का अपना ही इतिहास रहा है।(ऊपर की दोनों तस्वीरें सौजन्य: गोवा के सीएम प्रमोद सावंत और गोवा बीजेपी के ट्विटर से)
तेजस्वी सूर्या ने वापस लिया है अपना बयान
दरअसल, बीजेपी के युवा सांसद तेजस्वी सूर्या ने शनिवार को कर्नाटक के उडुपी में एक कार्यक्रम में हिंदू धर्म छोड़कर दूसरे धर्मों को अपनाने वालों की 'घर वापसी' का आह्वान किया था। उन्होंने इसके लिए सालाना मंदिरों और मठों को फिक्स टारगेट देने का रास्ता भी दिखाया था, क्योंकि उनके मुताबिक हिंदू धर्म छोड़ने वालों को वापस लाने का यही रास्ता बचा है। लेकिन,सोमवार को उन्होंने अपना बयान बिना शर्त वापस लेते हुए कहा कि 'मैंने 'भारत में हिंदू पुनरुद्धार' के बारे में बात की थी। मेरे भाषण के कुछ हिस्से से बेवजह का अप्रिय विवाद पैदा हुआ है। इसलिए मैं बिना शर्त अपने बयान को वापस लेता हूं।'
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भाजपा का दावा गोवा में हिंदुओं की आबादी 65% हुई
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि पार्टी को गोवा में हिंदू वोट के मजबूत होने को लेकर पूरा भरोसा है, क्योंकि पिछले कुछ साल में गोवा में हिंदुओं की आबादी 65% तक बढ़ गई है। जबकि, ईसाई जनसंख्या घटकर लगभग 25% रह गई है। उधर गोवा कांग्रेस के अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने आरोप लगाया है कि बीजेपी नेता प्रदेश में जानबूझकर सांप्रदायिक भावना उभारने की कोशिश कर रहे हैं।