21वीं सदी का भारत दुनिया को ज्ञान-अनुभव दे रहा, विदेशियों के लिए अब यहां स्पेशल आयुष वीजा: PM मोदी
गांधीनगर। नरेंद्र मोदी ने गुजरात की राजधानी गांधीनगर में वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने देशी-विदेशियों को संबोधित करते हुए कहा कि, 21वीं सदी का भारत दुनिया को अपने अनुभवों, ज्ञान और जानकारियां साझा करते हुए आगे बढ़ना चाहता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, हमारी विरासत मानवता के लिए विरासत की तरह है, हम वसुधैव कुटुंबकम वाले लोग हैं। 'सर्वे संतु निरामया' यही तो हमारा जीवन मंत्र है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले, "मैं कहना चाहता हूं कि अब भारत के स्टार्टअप्स का एक स्वर्णिम युग शुरू हो चुका है। एक प्रकार से भारत में आज यूनिकॉर्न का दौर है। वर्ष 2022 में ही अब तक भारत के 14 स्टार्टअप्स यूनिकॉर्न क्लब में जुड़ चुके हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि बहुत ही जल्द आयुष के हमारे स्टार्टअप्स भी यूनिकॉर्न उभरकर सामने आएगा।"
मोदी ने कहा, "हमारा देश एक स्पेशल आयुष मार्क भी बनाने जा रहा है। भारत में बने उच्चतम गुणवत्ता के आयुष प्रॉडक्ट्स पर ये मार्क लगाया जाएगा। ये आयुष मार्क आधुनिक टेक्नोलॉजी के प्रावधानों से युक्त होगा। इससे दुनियाभर के लोगों को क्वालिटी आयुष प्रॉडक्ट्स का भरोसा मिलेगा।"
गुजरात
में
मोदी
बोले,
"आयुष
के
क्षेत्र
में
निवेश
और
नवाचार
की
संभावनाएं
असीमित
हैं।
आयुष
दवाओं,
सप्लीमेंट
और
कॉस्मेटिक्स
के
उत्पादन
में
हम
पहले
ही
अभूतपूर्व
तेज़ी
देख
रहे
हैं।"
प्रधानमंत्री
मोदी
ने
कहा,
"वर्ष
2014
में
जहां
आयुष
सेक्टर
3
बिलियन
डॉलर
से
भी
कम
का
था।
आज
ये
बढ़कर
18
बिलियन
डॉलर
के
भी
पार
हो
गया
है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "पिछले ही हफ्ते FSSAI ने अपने नियमों में आयुष आहार नाम की एक नई श्रेणी घोषित की है। इससे हर्बल न्यूट्रिशनल सप्लीमेंट के उत्पादकों को बहुत सुविधा मिलेगी"
विदेशी नागरिकों के लिए विशेष आयुष वीजा
मोदी बोले, "जो विदेशी भारत आकर आयुष चिकित्सा का लाभ लेना चाहते हैं, उनके लिए भी हमारी सरकार एक पहल कर रही है। जल्द, भारत एक विशेष आयुष वीजा कैटेगरी शुरू करने जा रहा है। इससे लोगों को आयुष चिकित्सा के लिए भारत आने-जाने में सहूलियत होगी।"