'लोकसभा में कोई मेरे जितना लंबा नहीं था, मेरी हाईट 6 फीट 6 इंच है', 6 बार सांसद रहे रतिलाल वर्मा बोले
Gujarat News, गांधीनगर। लोकसभा (Parliament of India) के किसी भी फोटो सेशन में सभी सदस्यों के बीच जब गुजरात के पूर्व सांसद रतिलाल वर्मा (Ratilal Kalidas Varma) खड़े होते थे, तो उनको सबसे पीछे खड़ा होने के लिए कह दिया जाता था। इसकी वजह रही उनकी लंबाई का ज्यादा होना। रतिलाल 6 फीट 6 इंच के हैं, यह बात उन्होंने खुद बताई। मशहूर लोगों के लिहाज से देखा जाए तो इतनी हाईट तो फिल्मी सुपरस्टार अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) की भी नहीं हैं। अमिताभ बच्चन 6 फीट 1 इंच के हैं।
धंधुका से 6 बार सांसद रहे रतिलाल राजनीति से हैं दूर
बता दें कि, रतिलाल धंधुका लोकसभा सीट से सांसद रहे। वह यहां से 6 बार जीतकर संसद गए। हालांकि, अब वे सक्रिय राजनीति से बाहर हैं और बीमार चल रहे हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक, उनको पीठ और पैरों का दर्द रहता है। पैर काम नहीं कर रहे हैं। उनकी आयु 71 साल से ज्यादा हो चुकी है। वहीं, उनकी सीट रही धंधुका सीट की जगह आज अहमदाबाद की दो सीटें हो चुकी हैं। 2009 में उन्होंने कहा था कि, मेरी सीट चली गई है, इसलिये अब मैं चुनाव नहीं लडूंगा।
पीठ में लगी चोट के बाद से चल-फिर कम पाते हैं
परिजनों ने बताया कि रतिलाल पीठ में लगी चोट की वजह से चल-फिर नहीं पाते। वे औऱ उनकी पत्नी कांताबेन गांधीनगर जिमखाना में अपनी फिजियोथैरेपी के लिये जाते हैं। उनका कहना है कि चार साल पहले पैर फिसल गया था, उसके बाद से ठीक नहीं हुए। अब वह एक इलेक्ट्रिक कार चलाते हैं जिसकी डिजाइन उन्होंने खुद बनाई।
भाजपा में आने से पहले सरकारी स्कूल में शिक्षक थे
दिलचस्प बात यह है कि सांसद नहीं रहते हुए भी रतिलाल वर्मा अपने पुराने संसदीय क्षेत्र का दौरा करते हैं। 1975 में वह भाजपा के सचिव थे। 1984 में धंधुका से भाजपा ने उन्हें टिकट दिया तो हार गए थे। हालांकि, 1989 में पार्टी ने उनको फिर से टिकट दिया तो कांग्रेस के नरसिंह मकवाना को उन्होंने 1.71 लाख वोटों से हरा दिया। पार्टी में आने से पहले रतिलाल सरकारी स्कूल में शिक्षक थे।
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20 सालों तक भाजपा की संसदीय समिति में रहे
लगभग 20 वर्षों तक रतिलाल वर्मा भाजपा की संसदीय समिति में रहे, जो राज्य में टिकटों के बंटवारे की देखरेख भी करते थे। उनका कहना रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी प्रमुख अमित शाह को 1987 में राजनीतिक जीवन में प्रवेश करते देखा है, दोनों की यात्रा जबरदस्त रही है। एक सांसद के रूप में रतिलाल वर्मा पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी, पी वी नरसिम्हा राव, देवेगौड़ा और चंद्र शेखर के साथ अपने विशेष संबंधों को याद करते हैं।
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'अपना गुजरात' नाम से निकलवाया अखबार
वर्मा बताते हैं कि वाजपेयी ने उन्हें लोगों की समस्याओं को उजागर करने के लिए एक अखबार शुरू करने का काम दिया था। 90 के दशक के मध्य में वाजपेयी ने संसद भवन में 'अपना गुजरात' नाम से पेपर भी लॉन्च किया था। वह यह भी कहते हैं कि मुझे याद है कि मैंने राजनीति में प्रवेश करने के बाद एक शिक्षक के रूप में अपनी नौकरी खो दी थी और आय का कोई स्रोत नहीं था। तब मैंने 1995 में नरसिम्हा राव से गैस एजेंसी या पेट्रोल पंप के लिए अनुरोध किया था।'