गुजरात में 3 छात्रों ने बनाया ऐसा यंत्र कि आपका टायर पंचर हुआ तो चलते वाहन में खुद ही भरती रहेगी हवा
Gujarat News, गांधीनगर। गुजरात में दाहोद के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के तीन इंजीनियरिंग छात्रों ने एक ऐसा उपकरण बनाया है, जिसके रहते चोर-लुटेरों से आप अपना वाहन लुटने से बचा सकते हैं। छात्रों के मुताबिक, आमतौर पर अपराधी टायर पंचर करते हैं। इसलिए ऐसा उपकरण विकसित कर लिया गया है कि पंचर होने पर भी दौड़ते वाहन में खुद ही हवा भरती रहेगी और लोग अपना सफर जारी रख पाएंगे। वाहन के टायर में स्वचालित रूप हवा भरते रहने के लिए आपको इस उपकरण को अपने वाहन के टायर के पास फिट करना होगा। कार, बाईक जैसे वाहनों के लिए यह तकनीक कारगर साबित हो सकती है।
एक
शिक्षक
पर
हुआ
हमला
तो
आया
यह
आइडिया
यह
तकनीक
तैयार
करने
वाले
छात्र
हैं
मैकेनिकल
इंजीनियरिंग
के
छात्र
मयूर
महला,
गौरव
चले
और
कार्तिक
पटेल।
वे
इस
क्षेत्र
में
अपनी
कारों
में
लोगों
पर
हमले
से
चिंतित
थे।
वे
कहते
हैं,
"हमारे
एक
प्रोफेसर
पर
एक
बार
हमला
किया
गया
था
जब
वह
कॉलेज
के
घंटों
के
बाद
घर
वापस
जा
रहा
था।
डकैतों
ने
स्पाइक्स
का
इस्तेमाल
करते
हुए
उसका
टायर
पंचर
कर
दिया
और
फिर
उसे
लूट
लिया।
मयूर
महला
ने
कहा
कि
तब
हमने
एक
ऐसी
प्रणाली
का
आविष्कार
करने
का
फैसला
किया,
जो
उन्हें
ऐसा
करने
से
रोके।"
बिना
रुके
70
किमी
तक
जा
सकता
है
आपका
वाहन
"हमने
वह
काम
किया।
अब
यह
उपकरण
ऐसा
है
कि
जिस
समय
किसी
वाहन
का
टायर
पंचर
होता
है,
यह
उपकरण
स्वचालित
रूप
से
टायर
में
हवा
भर
देगा।
जब
वाहन
चल
रहा
हो
तो
70
किमी
तक
जा
सकता
है।
यदि
वाहन
रुकता
है
तो
उपकरण
हवा
भरना
बंद
कर
देगा।
इस
उपकरण
के
रहते
रात
को
ड्राइविंग
करने
वाली
महिलाओं
की
सुरक्षा
भी
हो
सकेगी।"
27,000
रुपये
की
प्रारंभिक
धनराशि
की
मदद
मिली
बता
दें
कि,
छात्रों
को
इस
काम
के
लिए
राज्य
सरकार
के
छात्र
स्टार्ट-अप
और
नवाचार
नीति
के
माध्यम
से
27,000
रुपये
की
प्रारंभिक
धनराशि
मुहैया
कराई
गई
है।
इसके
माध्यम
से
उन्होंने
अपने
विचार
पर
आयोजित
प्रदर्शनी
में
एक
टायर
और
उद्यमिता
विकास
संस्थान
(EDII)
का
एक
प्रोटोटाइप
विकसित
किया।
शिक्षामंत्री
ने
की
तारीफ
इन
छात्रों
को
लेकर
शिक्षा
मंत्री
भूपेंद्रसिंह
चुडास्मा
ने
कहा,
"किसी
भी
समस्या
को
नवाचार
के
माध्यम
से
हल
किया
जा
सकता
है।
यहां
सम्मेलन
में
इन
छात्रों
द्वारा
कुछ
सामाजिक
समस्याओं
को
हल
किया
गया
है।
अक्सर,
हम
देखते
हैं
नक्सली
या
आतंकवादी
पहले
वाहन
को
पंचर
करके
अवरुद्ध
करते
हैं
तब
बस
या
कार
पर
हमला
करते
हैं।
यात्रियों
को
लूट
लेते
हैं
या
फिर
मार
देते
हैं।
अब
ऐसे
अपराधों
में
कमी
आएगी।"