गुजरात: पूर्व IAS अफसर के ठिकानों पर ED का छापा, पत्नी के नाम पर करा रखी थीं कई कंपनी, 36 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त
गांधीनगर. गुजरात कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी संजय गुप्ता एवं उसके परिवार के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रेड पड़ी है। विभिन्न ठिकानों से ईडी ने 36 करोड़ से ज्यादा की संपत्तियां जब्त कीं। संजय गुप्ता मनी लांड्रिंग मामले में आरोपी हैं। केंद्रीय एजेंसी के मुताबिक, गुप्ता ने कई कंपनियां पत्नी के नाम करा रखी हैं। जांच में पाया गया है कि गुप्ता ने एमईजीए के चेयरमैन रहते हुए विभिन्न पदों पर अपने करीबियों की नियुक्ति की। वर्ष 2012-13 में कई मुखौटा कंपनियां भी बनाईं और कुछ कर्मचारियों को उनका निदेशक बना दिया।
बता दें कि, गुप्ता 1985 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी रहे हैं। वर्ष 2002 में नौकरी छोड़कर उन्होंने हॉस्पिटैलिटी का बिजनेस शुरू किया था, जिसका नाम नीशा ग्रुप ऑफ कंपनीज है। ईडी ने उनके खिलाफ मेट्रो लिंक एक्सप्रेस फॉर गांधीनगर एंड अहमदाबाद कंपनी लिमिटेड (एमईजीए) से संबंधित गबन तथा आपराधिक कदाचार के मामले में मुकदमा दर्ज किया है। गुप्ता अप्रैल 2011 से अगस्त 2013 के बीच एमईजीए के चेयरमैन थे।
गुप्ता की पत्नी नीलू गुप्ता जिन कंपनियों की मालिक है, उनमें नीशा ग्रुप की कंपनियों- नीशा लेजर लिमिटेड, नीशा टेक्नोलॉजी, नीशा एग्रीटेक एंड फूड्स की भी संपत्तियां जब्त करने के आदेश जारी हुए थे। ईडी की टीमों ने इन कंपनियों पर भी छापे मारे हैं।
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