महा चक्रवात: अरब सागर से गुजरात की तरफ बढ़ रहा बादलों का तूफान, हजारों हेक्टेयर फसलें खतरे में
गांधीनगर। अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान 'महा' केरल और लक्षद्वीप के बाद अब महाराष्ट्र-गुजरात की तरफ बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आशंका जताई है कि इससे फसलों को भारी नुकसान हो सकता है। बेमौसम की तेज बारिश से दक्षिण भारत के कई हिस्सों में मुश्किलें पैदा हुई हैं। जिसे देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की एक बैठक बुलाई, जिसमें चक्रवात से निपटने की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई। मालूम हो कि गुजरात में बीते दिनों 'क्यार' से किसानों को काफी नुकसान हुआ था। अब समुद्र में इस डीप डिप्रेशन के चलते राज्य में भारी बारिश के आसार हैं।
संवाददाता के अनुसार, ऐसे संकेत हैं कि अगले तीन दिनों तक 18 जिलों में मेघ बेमौसम बरसेंगे।मछुआरों को समुद्र से दूर रहने के लिए कह दिया गया है। साथ ही सभी बंदरगाह पर दो नंबर के सिग्नल लगाए गए हैं। 'क्यार' के असर से राज्य की 137 तहसीलों में बारिश हुई थी। जिससे फसलों में भारी नुकसान हुआ था। ऐसे में 'महा' चक्रवात के सक्रिय होने से किसानों की चिंता बढ़ गई हैं।
इस साल राज्य में मानसून सीजन में औसतन 144 प्रतिशत बारिश हुई थी। जो अब तक की सबसे ज्यादा है। गुजरात का एक भी जोन ऐसा नहीं बचा, जहां 100% से कम बारिश हुई हो। अब जबकि, मानसून की विदाई के बाद समुद्र में 'क्यार' के बाद 'महा' चक्रवात भी सक्रिय हो गया है तो लोग चिंतिंत हैं।
बताया गया है कि मालदीव से 370 किलोमीटर की दूरी पर गुरुवार सुबह से सक्रिय हुई इस सिस्टम के कारण समुद्र में उफान आने लगा। आने वाले शनिवार को बनासकांठा, डांग, वलसाड देवभूमि द्वारका, कच्छ तथा रविवार को बनसकांठा, डांग, और कच्छ में बारिश की संभावना जताई गई है।