बाढ़ आने की आशंका हो या नहीं, ये इंतेजाम जरूर कर लें
[Safety
Tips]
एक
या
दो
दिन
में
मॉनसून
केरल
में
दस्तक
दे
देगा।
कर्नाटक
और
तमिलनाडु
के
कई
इलाकों
में
बारिश
शुरू
भी
हो
गई
है।
जल्द
ही
मॉनसून
पूरे
भारत
में
आ
जायेगा।
भारी
बारिश
के
चलते
सड़कें
पानी
से
लबालब
भर
जायेंगी,
नदियां
उफान
पर
होंगी
और
निचले
इलाकों
में
जलभराव
होगा।
ऐसे
में
कोई
भी
बाढ़
में
फंस
सकता
है।
आप
भी!
और हां, ये तो कतई मत सोचियेगा कि आप शहर के पॉश इलाके में रहते हैं, तो आपके इलाके में बाढ़ नहीं आयेगी। क्योंकि 2015 में चेन्नई में जो कुछ भी हुआ, उसे पूरी दुनिया ने देखा है।
जी हां बेहतर होगा कि आप ऐसी परिस्थितियां आने से पहले ही सचेत हो जायें और अपने घर में कुछ ऐसे इंतजाम कर लें, जिससे अगर बाढ़ आयी, तो आप खुद को और अपने परिवार को बचा सकें। तो चलिये पढ़ते हैं बाढ़ से बचने के लिये क्या हैं सेफ्टी टिप्स।
बाढ़
आने
से
पहले
क्या
करें
- उन क्षेत्रों में मकान कतई मत बनवायें जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्र हैं। साथ ही अगर निचले क्षेत्र में मकान बनवा रहे हैं तो ग्राउंड फ्लोर जमीन से थोड़ा ऊपर बनवायें।
- घर में लगे वॉटर हीटर, इलेक्ट्रिक मीटर, आदि को ऊपर की ओर लगवायें।
- घर से निकलने वाले पाइप में वॉल्व लगवायें और नियमित रूप से चेक करें, नहीं तो बाढ़ आने पर पाइप के रास्ते आपके घर के टॉयलेट में पानी घुस सकता है। टॉयलेट से अन्य कमरों तक भी।
- घर में बाढ़ का पानी नहीं घुसे, इसके लिये पहले से कुछ तैयारियां कर के रख लें। जैसे मिट्टी से भरी बाेरियां, लकड़ी के तख्ते, आदि रख लें।
- घर में सीलन नहीं आये उसके लिये वॉटरप्रूफिंग अच्छे ढंग से करवायें।
- घर में एक बड़ी मजबूत रस्सी जरूर रखें, क्योंकि कभी-कभी रस्सी ही जान बचाने का एक मात्र सहारा बनती है।
- कार, बाइक आदि के पुराने ट्यूब की मरम्मत करवाकर घर में रखें। साथ में हवा भरने का पम्प।
- घर में अगर छत कमजोर है, तो उसकी मरम्मत करवायें, या फिर उसे तोड़ कर फिर से बनवायें।
- घर में अगर छतों में कहीं से पानी लीक करता है, तो उसकी मरम्मत अभी करवा लें, बारिश का इंतजार मत करें।
बाढ़ की तस्वीरें
यदि आपके इलाके में बाढ़ आने ही वाली है
- टीवी, इंटरनेट या रेडियो से आपको पता चलता है कि आपके घर के आस-पास के इलाके में बाढ़ आ चुकी है।
- हमेशा सावधान रहें, क्योंकि कभी भी अचानक तेज बहाव के साथ पानी घर में घुस सकता है।
- अपने घर का सारा सामान ऊपर के माले पर पहुंचा दें, ग्राउंड फ्लोर खाली कर दें, ताकि कोई नुकसान नहीं हो।
- नदी, नाले, नहर आदि की तेज धारा अचानक फूट कर आपके घर में घुस सकती है, इसके लिये सावधान रहें। बच्चों को ग्राउंड फ्लोर में रहने से रोकें।
- भारी बारिश, बादल फटने, आदि के चलते अचानक पानी घर में घुस सकता है, घर ढह भी सकता है, बेहतर होगा आप जिला प्रशासन की मदद से घर छोड़ दें।
बाढ़ के वक्त घर में क्या करें क्या न करें
- अपने घर का सारा जरूरी सामान ऊपर के माले पर पहुंचा दें। बाहर जो फर्नीचर रखा है उसे घर के अंदर ले आयें।
- मेन स्विच ऑफ कर दें, भले ही आपको बिना बिजली के रहना पड़े, क्योंकि बाढ़ के वक्त अगर करंट फैला तो जान भी जा सकती है।
- फ्रिज, टीवी, वॉशिंग मशीन, गीजर आदि का प्रयोग कतई मत करें।
अगर घर खाली ही करना हो तो क्या करें
- पानी शांत हो तभी घर से बाहर निकलें।
- छह इंच तक भरा बहता हुआ पानी आपको गिरा सकता है।
- तेज बहाव है, तो घर से मत निकलें, क्योंकि ये पानी आपको बहा कर ले जा सकता है।
- साथ में एक छड़ी जरूर रखें। उससे चेक करते रहें कि आगे कोई खड्डा तो नहीं। तभी आगे कदम बढ़ायें।
- जलभराव के बीच आपको निकलना ही है, तो रस्सी का प्रयोग करें। बेहतर होगा अगर रस्सी का एक कोना किसी मजबूत चीज से बंधा हो।
- कार हो या बाइक, बाढ़ ग्रस्त इलाके में वाहन कतई मत चलायें।
- अगर आपकी कार के चारों ओर जलस्तर बढ़ रहा है, तो कार को ऊंचाई वाले स्थान पर ले जायें। अगर नहीं जा सकते हैं, तो कार से बाहर निकल आयें।
- पानी का बहाव अगर तेज है, तो पानी आपकी कार को प्लास्टिक के खिलौने की तरह बहाकर ले जा सकती है। इसलिये उसमें बैठे मत रहें।
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