Gupta Family: सहारनपुर का गुप्ता परिवार जो तय करता था दक्षिण अफ्रीका की राजनीति, अब संपत्ति हो रही जब्त
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से निकलकर तीन भाई दक्षिण अफ्रीका में जाते हैं और ऐसे छा जाते हैं कि वहां पर कारोबार से लेकर सत्ता तक सब कुछ उनके हाथ में आ जाता है। मगर अब ये भाई अर्श से फर्श पर पहुंच चुके हैं।
Gupta Family South Africa: यूपी के सहारनपुर के रायवाला मार्केट में मसालों की दुकान चलाने वाले शिवकुमार गुप्ता ने कभी नहीं सोचा होगा कि उनके बेटे किसी दिन दक्षिण अफ्रीका के सबसे बड़े बिजनेसमैन बन जायेंगे। बिजनेसमैन भी ऐसे ताकतवर कि दक्षिण अफ्रीका की सरकार में किसे मंत्री बनाना है, यह भी गुप्ता बंधु ही तय करते थे। अब गुप्ता ब्रदर्स इस कारण चर्चा में हैं कि उनकी UAE में गिरफ्तारी हुई है। अभी फिलहाल दो भाई, राजेश गुप्ता और अतुल गुप्ता गिरफ्तार हुए हैं। वहीं तीसरे भाई अजय गुप्ता के संबंध में अभी तक कोई जानकारी मिली नहीं है।
शुरुआती दिनों में गुप्ता बंधुओं में अतुल गुप्ता ने हयात होटल में नौकरी की थी। इसके बाद वहां पर अतुल की मुलाकात दक्षिण अफ्रीका के कुछ कारोबारियों से हुई। उस समय दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद के खिलाफ आंदोलन अपने आखिरी दौर में था। अतुल गुप्ता के कारोबारी दिमाग ने भांप लिया कि देश में व्यापार काफी फल-फूल सकता है। अतुल गुप्ता ने यहां एक छोटा बिजनेस शुरू किया। जैसे ही व्यापार बढ़ा, उसने अपने दोनों भाइयों को दक्षिण अफ्रीका बुला लिया।
कंप्यूटर की कंपनी से शुरू किया सफर
अतुल गुप्ता ने दक्षिण अफ्रीका में वर्ष 1993 में सहारा कंप्यूटर्स नाम से कंप्यूटर का कारोबार शुरू किया गया। शुरुआत में कारोबार बहुत छोटा था, लेकिन तीनों की मेहनत रंग लाई और पूरे दक्षिण अफ्रीका में गुप्ता बंधु का कंप्यूटर कारोबार फैल गया। जल्द ही इनकी कंपनी दक्षिण अफ्रीका की नंबर वन कंपनी बन गई। उसके बाद गुप्ता बंधुओं ने कोल और गोल्ड माइनिंग में भी हाथ आजमाया और सफलता हासिल की। इसके बाद उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में न्यूज एज (New Age) नाम से अखबार शुरू किया। इसके बाद कई न्यूज चैनल उन्होंने खोले और मीडिया के क्षेत्र में अपना अधिकार स्थापित कर लिया।
पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के खास
गुप्ता बंधुओं की राष्ट्रपति जैकब जुमा से इतनी नजदीकी थी कि दक्षिण अफ्रीका के विपक्षी दल उन्हें 'जुप्टा' कहकर बुलाते थे। गुप्ता बंधुओं ने अपनी कंपनी सहारा कम्प्यूटर्स में जैकब जुमा के बेटे दुदुजाने जुमा, पत्नी बोंगी नग्मा और उनकी एक बेटी को बतौर निदेशक नियुक्त किया था। कहा जाता है कि गुप्ता बंधुओं के राजनीतिक संबंध ही उनके कारोबारी साम्राज्य पर भारी पड़ गये।
मंत्री बनाने के आरोप
गुप्ता परिवार के सदस्य राजेश और अतुल गुप्ता पर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ मिलकर कम से कम 2.5 ट्रिलियन भारतीय रुपये चोरी करने का आरोप है। इसके अलावा, गुप्ता बंधुओं पर 'स्टेट कैप्चरिंग' का भी आरोप है। गुप्ता बंधुओं ने अपने हितों को साधने के लिए भ्रष्टाचार का सहारा लिया और सरकार के लिए गए फैसलों को भी मनमाने ढंग से प्रभावित किया। जैकब जुमा की सरकार के समय दक्षिण अफ्रीका के वित्त मंत्रालय, प्राकृतिक संसाधनों और सार्वजनिक उद्यम समेत कई मंत्रालयों में गुप्ता बंधुओं का प्रभाव था और उन्हीं के इशारों पर निर्णय लिए जाते थे। गुप्ता बंधुओं ने दक्षिण अफ्रीका के शासन में भी दखलअंदाजी शुरू कर दी थी। वर्ष 2016 में दक्षिण अफ्रीका के उप वित्त मंत्री मसोबिसि जोनस ने आरोप लगाया कि गुप्ता बंधुओं ने उन्हें वित्त मंत्री बनाने का वादा किया। इस खुलासे के बाद उनका बुरा समय शुरू हो गया। इस कारण राष्ट्रपति जैकब जुमा को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा।
गुप्ता बंधुओं ने कैसे की चोरी
दक्षिण अफ्रीकी और अंतरराष्ट्रीय मीडिया आउटलेट्स की रिपोर्ट के अनुसार, गुप्ता बंधुओं ने अपने व्यवसायों के माध्यम से दक्षिण अफ्रीका से लगभग 7 बिलियन डॉलर से अधिक की चोरी की है। इस दौरान उन्होंने कई खदानें खरीदीं। कई प्रमुख दक्षिण अफ्रीकी कंपनियों में भारी भरकम निवेश किया। सबसे बड़ी बात तो रिपोर्ट में ये सामने आई कि पैसे का उलटफेर सामने न आए इसलिए साल 2010 में जैकब जुमा के साथ मिलकर देश की तीनों खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों को निकाल दिया और उनकी जगह अपने वफादार लोगों को पदों पर नियुक्त किया था।
बन गए थे टॉप-10 अमीर कारोबारी
दक्षिण अफ्रीका में उनका कारोबार ऐसा फैला कि वो देश के टॉप-10 अमीर कारोबारी परिवारों में शुमार हो गए थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 2016 में अतुल गुप्ता की कुल दौलत करीब 78 करोड़ यूएस डॉलर के करीब थी। कुछ मीडिया रिपोर्ट ने साल 2016 के जोहान्सबर्ग स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के आधार पर भी यह जानकारी दी है। इतनी दौलत के साथ वे टॉप - 10 बिजनेस मैन तो थे ही, इसके साथ-साथ वह दक्षिण अफ्रीका के 16वें सबसे अमीर शख्स थे। उनकी कंपनियों में दस हजार से ज्यादा कर्मचारी काम करते थे।
दक्षिण अफ्रीका की क्रिकेट टीम का सहारनपुर में रोड शो
कुछ साल पहले तक उनके पिता शिव कुमार गुप्ता के नाम पर सहारनपुर में एक जूनियर क्रिकेट टूर्नामेंट भी हुआ करता था। वहीं साल 2002 में तो गुप्ता बंधुओं ने भारत दौरे पर आई पूरी दक्षिण अफ्रीका टीम को विशेष तौर पर सहारनपुर बुलवा लिया था। साल 2009 में जब ललित मोदी इंडियन क्रिकेट की सबसे ग्लैमरस लीग आईपीएल को दक्षिण अफ्रीका ले गए थे तो उसकी काफी हद तक व्यवस्था गुप्ता बंधुओं ने ही की थी।
बेटे की शादी में उड़ाए 200 करोड़
2019 में उनके बेटों की शादी हुई थी। वर्ष 2019 में 21 जून को अजय गुप्ता के बेटे सूर्यकांत की शादी दिल्ली के हीरा कारोबारी सुरेश सिंघल की बेटी कृतिका सिंघल के साथ जबकि अगले ही दिन 22 जून को अतुल गुप्ता के बेटे शशांक की शादी दुबई के उद्योगपति विशाल जालान की बेटी शिवांगी के साथ हुई थी। इन शादियों में पानी की तरह पैसा बहाया गया। बताया जाता है कि करीब 200 करोड़ रुपये शादी के समारोह में खर्च हुए। यही नहीं, स्विटजरलैंड से पांच करोड़ रुपये के तरह-तरह के फूल मंगवाए गए और शादी की जगह को सजाया गया था। वहीं औली के सभी होटल तक बुक कर लिए गए थे।
2018 में भागे दुबई
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साल 2018 में गुप्ता बंधु दुबई भाग गए थे। तब यह जानकारी सामने आई थी कि उन्होंने देश छोड़ने से पहले कई संस्थानों से लगभग 15 अरब रैंड लूटे थे। उनके खिलाफ वहां काफी प्रदर्शन भी हुए थे। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने पहली बार यह स्वीकार किया था कि अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस के भीतर मतभेदों के कारण देश में घोटाले में कथित तौर पर लिप्त गुप्ता परिवार के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं हो पाई थी।
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