खिचड़ी बनेगी ब्रांड डिश, बिरयानी को लग गई मिर्ची, जानिए कुछ जायकेदार बातें
केंद्र की मोदी सरकार ने फैसला लिया है कि भारत के लजीज व्यंजन खिचड़ी को दुनिया भर के सामने लेकर जाएगी। जी हां! चावल-दाल और देसी घी के इस अटूट बंधन को पूरी दुनिया में पहचान मिलने वाली है। दिल्ली में वर्ल्ड फूड डे के मौके पर इसकी मुंह दिखाई की जाएगी।
नई दिल्ली। बीमारी के वक्त अक्सर मां खिचड़ी बना कर देती है, क्योंकि साधाराण सी ये खिचड़ी ही सेहत के लिए सबसे अच्छी होती है। मां की इसी पारखी नजर को सरकार ने भांप लिया है। इसलिए केंद्र की मोदी सरकार ने फैसला लिया है कि वो इस लजीज भारतीय व्यंजन को दुनिया भर के सामने लेकर जाएगी। जी हां! चावल-दाल और देसी घी के इस अटूट बंधन को पूरी दुनिया में पहचान मिलने वाली है। बस बिरयानी अपनी टांग अड़ाना बंद कर दे तो ये जल्द ही हो जाए।
खिचड़ी हुई हिट, तो नाराज हो गई बिरयानी
हां, सभी की इस पसंदीदा खिचड़ी में बिरयानी ने अपनी टांग अड़ा दी है। बिरयानी इसके सख्त खिलाफ है कि एक ही देश से होने के बावजूद खिचड़ी को दुनियाभर में खूबसूरत थालियों में परोसने की तैयारी की जा रही है और वो बस गली-मोहल्ले में ठेलों पर बिकती रहेगी। बिरयानी के ये नाराजगी केंद्र सरकार से है।
'ब्रांड इंडियन फूड' बनेगी पसंदीदा खिचड़ी
केंद्र सरकार ने फैसला लिया है कि वो दुनिया में खिचड़ी को लोकप्रिय करेगी और उसके फायदे बताए जाएंगे। खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय के खिचड़ी को 'ब्रांड इंडियन फूड' तौर पर पेश करने के फैसले को मंजूर कर लिया गया है। इसे दिल्ली में 3 से 5 नवंबर तक चलने वाले वर्ल्ड फूड डे के मौके पर पेश किए जाने की भी तैयारी है। इस कार्यक्रम का उद्घाटन उप-राष्ट्रपति वैंकेया नायडू करेंगे। खिचड़ी की मुंह दिखाई की खास तैयारियां की जा रही हैं।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में होगा नाम दर्ज
वर्ल्ड फूड डे के मौके पर 800 किलो खिचड़ी बनाने की तैयारी है जो मशहूर शेफ संजीव कपूर की देखरेख में बनाई जाएगी। कहा जा रहा है कि इस खिचड़ी में देश के अलग-अलग हिस्सों से मंगाए गए बाजरा, चावल, दाल इस्तेमाल किए जाएंगे। इतनी मात्रा में खिचड़ी बनाने के पीछे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराना भी है। 800 किलो खिचड़ी को देश-दुनिया से आए लोगों और गरीब बच्चों में बांटा जाएगा।
बिरयानी के साथ सौतेला व्यवहार क्यों?
बस इसी घोषणा के बाद से खिचड़ी और बिरयानी में बहस शुरू हो गई है। देश में जितने खिचड़ी के दीवाने हैं उतने ही आशिक बिरयानी के भी हैं। ऐसे में उन्होंने पूछना शुरू कर दिया है कि बिरयानी के साथ पराया व्यवहार क्यों किया जा रहा है। बिरयानी भारत की सबसे पसंदीदा व्यंजनों में से एक है और सदियों से लोग इसका लुत्फ उठाते आ रहे हैं। लेकिन सरकार ने केवल खिचड़ी को ब्रांड बनाया बिरयानी को नहीं।
नेशनल डिश पर केंद्रीय खाद्य मंत्री ने दी सफाई
खिचड़ी को राष्ट्रीय डिश बनाए जाने के विवाद पर केंद्रीय खाद्य मंत्री हरसिमरत कौर ने सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि खिचड़ी को केवल ब्रांड इंडियन डिश के तौर पर प्रमोट किया जा रहा है। और इतनी खिचड़ी का आयोजन केवल रिकॉर्ड बनाने के लिए हो रहा है।