एटा: रेप पीड़िता को कंधे पर लेकर भटकता रहा पिता, अस्पताल में नहीं मिला स्ट्रेचर
एटा। उत्तर प्रदेश के एटा जिले में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां एटा जिला अस्पताल में रेप पीड़ित किशोरी को इलाज नहीं मिला तो उसका पिता उसे कंधे पर लिए मारा-मारा फिरता रहा। जिसके बाद पीड़िता को अलीगढ़ रेफर कर दिया गया। वहीं, मीडिया में मामला सामने आने के बाद अधिकारी अब इस मामले में जांच की बात कह रहे हैं।
क्या
है
मामला
मामला
एटा
जिले
के
मारहरा
थाना
क्षेत्र
के
एक
गांव
का
है।
मीडिया
रिपोर्ट्स
के
मुताबिक,
गांव
के
ही
एक
युवक
सहित
तीन
लोगों
ने
उसकी
15
वर्षीय
बेटी
को
मकान
में
बंधक
बना
लिया
था।
इसके
बाद
उसके
साथ
छेड़छाड़
की
गई।
विरोध
करने
पर
किशोरी
को
जान
से
मारने
की
धमकी
दी
और
जातिसूचक
शब्दों
का
इस्तेमाल
कर
अपमानित
किया
गया।
परिजनों
ने
दुष्कर्म
का
भी
आरोप
लगाया
है।
किशोरी
जब
आरोपियों
के
कब्जे
से
किसी
तरह
से
छूटी
तो
परिजनों
को
पूरी
बात
बताई।
पुलिस
ने
भेजा
था
मेडिकल
परीक्षण
के
लिए
थाना
पुलिस
ने
पीड़िता
को
मेडिकल
परीक्षण
और
उपचार
के
लिए
जिला
अस्पताल
भिजवाया।
यहां
उसे
वन
स्टॉप
सेंटर
में
ठहराया
गया।
मंगलवार
सुबह
अस्पताल
खुलने
के
बाद
पीड़िता
का
पिता
उसे
कंधे
पर
लादकर
एक्सरे
कराने
के
लिए
जिला
अस्पताल
में
भटकता
रहा।
कभी
डॉक्टरों
के
पास
तो
कभी
अफसरों
और
एक्सरे
रूम
तक
चक्कर
लगाता
रहा।
फिर
भी
पीड़ित
बेटी
का
एक्सरे
नहीं
हो
सका।
बताया
गया
कि
एक्सरे
मशीन
खराब
है,
ऐसे
में
उसे
अलीगढ़
रेफर
किया
जाएगा।
पीड़िता
को
कंघे
पर
लादकर
इमरजेंसी
पहुंचा
पिता
खबरे
के
अनुसार,
मंगलवार
की
देर
शाम
पीड़िता
का
पिता
उसे
कंधे
पर
लादकर
रेफर
लैटर
बनवाने
के
लिए
इमरजेंसी
पहुंचा
तो
लोगों
ने
आपत्ति
दर्ज
कराई।
इस
दौरान
कुछ
लोगों
ने
मामले
का
वीडियो
भी
बना
लिया।
वीडियो
बनाने
पर
अस्पताल
स्टॉफ
हरकत
में
आया
और
इसके
बाद
किशोरी
को
स्ट्रेचर
पर
लिटाकर
वन
स्टॉप
सेंटर
तक
पहुंचाया।
'मामले
की
जांच
कराएंगे'
मुख्य
चिकत्सा
अधिकारी
डॉ
अजय
अग्रवाल
ने
कहा
कि
जिला
अस्पताल
में
डिजिटल
एक्सरे
मशीन
पिछले
एक
सप्ताह
से
खराब
पड़ी
है।
इस
कारण
दुष्कर्म
पीड़िता
का
एक्सरे
नहीं
कराया
जा
सका।
वन
स्टॉप
सेंटर
में
स्ट्रेचर
और
व्हीलचेयर
नहीं
है।
पीड़िता
का
पिता
उसे
कंधे
पर
उठाकर
ले
गया,
ऐसा
क्यों
हुआ
इस
मामले
की
जांच
कराई
जाएगी।
वहीं,
जिला
प्रबोशन
अधिकारी
अबुल
कलाम
ने
कहा
कि
वन
स्टॉप
सेंटर
पर
तैनात
पुलिसकर्मियों
को
इस
बात
पर
ध्यान
देना
चाहिए
था
कि
दुष्कर्म
पीड़िता
को
पिता
कंधे
पर
कैसे
ले
जा
रहा
है,
वन
स्टॉप
सेंटर
वर्तमान
में
अस्थाई
व्यवस्था
के
तहत
संचालित
किया
जा
रहा
है।
बुधवार
को
यहां
स्ट्रेचर
और
व्हीलचेयर
खरीदे
जाएंगे।
मामले
की
जांच
कराई
जाएगी।