कौन थे सिंगर केके, लाइव शो में जिनका हार्ट अटैक से हुआ निधन
केके यानी सुरों के बादशाह दिल्ली की जवानी, मुंबई की शोहरत और कोलकाता में शांति! कृष्णकुमार कुन्नथ यानी केके कहते थे आपको खाना बनाने का धर्म पता है तो आप संगीत के सच्चे उपासक बन सकते हैं। जीवन का सबसे सच्चा और निष्कपट काम है खाना बनाना। और, दूसरा गाना। मेरे लिए संगीत स्टूडियो एक रसोई है जिसमें मैं सब कुछ स्वादानुसार डालकर एक गीत पकाता हूं। इसी में मुझे सुकून मिलता है।' लेकिन अब सिंगर ने दुनिया को हमेशा- हमेशा के लिए अलविदा दिया और वो भी अपने मंच पर जिसके लिए वो हमेशा की तरह हम सबसे जुदा होने के बाद पहचाना जाता रहेगा। बल्कि हम उन्हें उनके सुरों से जरिए हमेशा अपने आसपास पाएंगे।
केके को विरासत में मिली गायकी
दो साल की उम्र में मंच पर पहली बार केके ने गाना गया था। उनके घर में सब संगीत के ही पुजारी थे। मां गायक थीं तो पिता संगीत के शौकीन थे। उनकी नानी भी संगीत की एक्सपर्ट थीं। केके किसी भी राग को सुनकर उसे तुरंत गाने की क्षमता रखते थे।
दिल्ली के सेंट मैरी स्कूल में पढ़ाई कर चुके हैं केके
सिंगर केके का पूरा नाम कृष्णकुमार कुन्नाथ था। उनका जन्म 23 अगस्त 1968 को एक हिंदू मलयाली माता-पिता के घर हुआ। पिता सी. एस. मेनन और माना कुनाथ कनकवल्ली। केके दिल्ली के माउंट सेंट मैरी स्कुल में पढ़ाई कर चुके हैं। बाद में दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की थी। वर्ष 1991 में अपने बचपन के प्यार ज्योति से केके शादी कर ली थी। उनके नकुल कृष्ण कुन्नाथ बेटा और एक बेटी है।
4 साल की उम्र में 11 भाषाओं 3,500 जिंगल
4
साल
की
उम्र
में
11
भाषाओं
3,500
जिंगल
गा
चुके
थे
केके
केके
ने
हिंदी
के
अलावा
हिंदी,
तमिल,
तेलुगु,
कन्नड़,
मलयालम,
मराठी,
बंगाली,
असमिया
और
गुजराती
भाषाओं
में
गाने
गा
चुके
हैं।
केके
4
साल
की
उम्र
में
ही
लगभग
11
भाषाओं
3,500
जिंगल
गा
चुके
थे।
बॉलीवुड
में
कदम
रखने
से
पहले
ही
केके
की
संगीत
को
लेकर
फेमस
हो
गए
थे।
हलांकी
उन्होंने
कभी
संगीत
में
कोई
औपचारिक
प्रशिक्षण
नहीं
लिया
था।
केके ये गाने हुए थे हिट
गुलजार
के
माचिस
(1996)
के
गीत
'छोड़
आए
हम
वो
गलिया'
और
'आवरापन-बनजारपन
गाना
काफी
हिट
हो
हुआ
था।
केके
ने
'हम
दिल
दे
चुके
सनम'
(1999)
के
पॉपुलर
गाने
'तड़प
तड़प
के
इस
दिल
से
आह
निकलती
रही';
से
प्रसिद्धी
मिली।
बाद
में
शाका
लाका
बूम
बूम,
जस्ट
मोहब्बत,
कुछ
झुकी
सी
पालकें,
काव्यांजलि,
हिप
हिप
हुर्रे
जैसे
कई
टेलीविजन
सीरियल
में
भी
उन्होंने
गाने
गाए
थे।
केके
ने
2008
में
हम
टीवी
पर
प्रसारित
पाकिस्तानी
टीवी
शो
द
घोस्ट
के
लिए
'तन्हा
चला'
गीत
भी
गाया
था।
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