विवेक ओबेरॉय का छलका दर्द, बोले- 'शूटआउट एट लोखंडवाला' हिट रही, लेकिन किसी के दबाव के कारण मुझे काम नहीं मिला
'इनसाइड एज सीजन 3' वेब सीरीज में अपनी एक्टिंग से लोगों का ध्यान खींचने वाले अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने अपने जीवन में सफलता के बारे में बातचीत की।
मुंबई, 8 दिसंबर। 'इनसाइड एज सीजन 3' वेब सीरीज में अपनी एक्टिंग से लोगों का ध्यान खींचने वाले अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने अपने जीवन में सफलता के बारे में बातचीत की। उन्होंने कहा कि बॉलीवुड में उनके करियर की शुरुआत फिल्म 'कंपनी' से हुई थी। साल 2002 में रिलीज हुई इस फिल्म को राम गोपाल वर्मा ने डायरेक्ट किया था। इस फिल्म ने उन्हें दो फिल्मफेयर अवॉर्ड दिलाए। इस फिल्म ने उनके करियर को उड़ान दी लेकिन उसके बाद फ्लॉप हुई फिल्मों ने उन्हें बैकफुट पर धकेल दिया। इसके बाद फिल्म शूटआउट एट लोखंडवाला ने शानदार सफलता अर्जित की। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई। चारों ओर से उन्हें बधाई संदेश मिल रहे थे, लेकिन उसके बाद वह हुआ जिसकी उन्होंने कल्पना तक नहीं की थी।
फिल्म के हिट होने के बाद भी उन्हें काम नहीं मिला
विवेक ओबेरॉय ने कहा कि फिल्म की शानदार सफलता के बाद भी उन्हें एक साल से ज्यादा समय तक कोई काम नहीं मिला। उन्होंने कहा कि वह बॉलीवुड के इस रवैये से हैरान थे। उन्होंने कहा कि फिल्म में उनके काम को खूब सराहा गया था, लेकिन कुछ लोगों के दबाव के कारण उन्हें किसी ने काम नहीं दिया। विवेक ने कहा कि फिल्म के हिट होने के बाद भी मैं एक साल चार महीने तक घर पर बैठा रहा। हालांकि विवेक ने यह नहीं बताया कि बॉलीवुड पर किसका दबाव था जिसकी वजह से उन्हें काम नहीं मिला।
बॉलीवुड के रवैए से दुखी होकर मैंने अपनी कंपनी खोली
विवेक ने कहा कि बॉलीवुड के इस रवैय से दुखी होकर मैंने अपनी खुद की कंपनी और ब्रांड बनाया। इसने मुझे आर्थिक तौर पर मजूबत किया। इसके बाद विवेक ने उन लोगों के साथ काम करना शुरू कर दिया जो उनके साथ काम करना चाहते थे और जिन लोगों के पास अच्छे आइडियाज थे।
चैरिटी करने में काफी आगे विवेक का परिवार
उनको मिले पुरस्कारों के बारे में बात करते हुए अभिनेता ने कहा कि फिल्म लूसिफर में उनके नेगेटिव किरदार को खूब सराहा गया और इसके लिए उन्हें बेस्ट नेगेटिव रोल में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का एशियानेट फिल्म पुरस्कार और वनिता फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। बता दें कि विवेक ओबेरॉय और उनका परिवार चैरिटी के काम में भी काफी आगे है। विवेक की कंपनी कर्म इंफ्रास्ट्रक्टर प्राइवेट लिमिटेड ने महाराष्ट्र के ठाणे जिले के सीआरपीएफ के परिवारों को 25 फ्लैट दान किए हैं।