मीडिया पर भड़के ललित मोदी, कहा-'मैं पैदाइशी अमीर नहीं और ना मेरी बीवी मेरी मां की सहेली थी'
मुंबई, 17 जुलाई। फिल्म अभिनेत्री सुस्मित सेन पिछले कुछ दिनों से लगातार चर्चा में हैं। ट्विटर पर वह ट्रेंड कर रही हैं। कई लोग ऐसे हैं जो सुस्मित सेन के ललित मोदी के साथ रिलेशनशिप को लेकर खुश नहीं है। लोग दोनों के रिलेशनशिप को लेकर तंज कस रहे हैं, उन्हें ट्रोल कर रहे हैं, उनपर मीम्स बना रहे हैं। यही नहीं लोग इस रिलेशनशिप की तुलना पैसे तक से कर रहे हैं। लेकिन लोगों की ट्रोलिंग का ना तो सुस्मिता सेन और ना ही ललित मोदी पर कोई खास असर होता दिख रहा है। दोनों एक दूसरे के साथ को लेकर काफी खुश नजर आ रहे हैं। ललित मोदी ने इंस्टाग्राम पर नरेंद्र मोदी, अमित शाह, नेल्सन मंडेला, प्रिंस चार्ल्स की तस्वीरों को भी शेयर किया है।
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ट्रोलर्स की लगाई क्लास
जिस तरह से लोग सोशल मीडिया पर ललित मोदी-सुस्मित सेना के रिलेशनशिप को लेकर फब्तियां कस रहे हैं उसपर ललित मोदी ने ट्रोलर्स की क्लास लगा दी है। ललित मोदी ने इंस्टाग्राम पर सुस्मिता के साथ एक तस्वीर को शेयर करते हुए एक लंबा चौड़ा लेख लिखा है। जिसमे उन्होंने अपने पूर्व के अनुभवों को साझा किया है कि कैसे उन्हें पहले भी इस तरह से ट्रोल किया जा चुका है और उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।
मीडिया को मुझे ट्रोल करने का जुनून सवार
ललित मोदी ने लिखा, आखिर मीडिया मुझे ट्रोल करने का इतना जुनून क्यों सवार है, यहां तक कि गलत नाम पर भी टैग कर दे रहा। क्या कोई समझा सकता है क्या मैंने दो तस्वीरें इंस्टा पर शेयर की हैं और क्या मैंने उसे सही लोगों को टैग किया है। मुझे लगता है कि हम अभी भी मध्य काल में रह रहे हैं, जहां दो लोग दोस्त नहीं हो सकते हैं, अगर उनके बीच की केमिस्ट्री अच्छी है, टाइमिंग अच्छी है तो जादू हो सकता है। मुझे लगता है कि ये लोग हमारे देश को सूट नहीं करते हैं यही वजह है कि हर पत्रकार अर्नब गोस्वामी बनने की कोशिश कर रहा है।
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जियो और जीने दो
ललित मोदी ने कहा कि मेरा सुझाव है कि जियो और जीने दो। सही खबर लिखो, नाकि डोनाल्ड ट्रंप की तरह फर्जी खबरें, अगर आपको नहीं पता है तो मैं आपका ज्ञान बढ़ा देता हूं, मैंने अपनी जिंदगी का प्यार मिलन मोदी जोकि मेरी 12 साल सबसे अच्छी दोस्त थी उसे खो दिया, उसकी शादी हो गई। वो मेरी मां की दोस्त नहीं थी। ये फर्जी खबर निजी हितों के लिए चलाई गई। समय है कि इस फालतू की सोच से बाहर आएं, उम्मीद है कि आप समझ पा रहे हैं कि इसका क्या मतलब है।
मैंने अकेले आईपीएल खड़ा किया
ट्रोलर्स को सलाह देते हुए ललित मोदी ने लिखा, जब कोई आगे बढ़े तो उसका लुत्फ लीजिए, या जीवन में कुछ अच्छा कीजिए, देश के लिए कुछ अच्छा कीजिए। उस वक्त मेरा सिर फक्र से ऊंचा उठेगा। आप मुझे भगोड़ा कहते हैं, बताइए कि किस कोर्ट ने मुझे दोषी घोषित किया है। मैं बताता हूं किसी भी कोर्ट ने नहीं। देश में एक व्यक्ति का नाम बताइए जिसने दूसरी इतनी खूबसूरत चीज (IPL) बनाई जो मैंने बनाई और देश को ये खूबसूरत तोहफा दिया। हर किसी को पता है कि भारत में बिजनेस करना कितना मुश्किल है। जैसा कि मैंने 2008 में आईपीएल की शुरुआत में कहा था यह मंदी का सबूत है। हर कोई हंस रहा था। अब कौन हंस रहा है। हर किसी को पता था मैंने अकेले ये किया, किसी भी बीसीसीआई के अधिकारी ने इसमे योगदान नहीं दिया।
40 करोड़ से 47680 करोड़ तक बीसीसीआई को पहुंचाया
ललित मोदी ने कहा बताइए कौन ऐसा दूसरा है जिसने ऐसे खेल बनाया जो पूरे देश को एकजुट करता है, आपको लगता है कि मैं इसकी परवाह भी करता हूं कि आप मुझे भगोड़ा बुलाते हैं। मैं डायमंड स्पून लेकर पैदा नहीं हुआ था, मैंने कभी भी घूस नहीं ली, ना ही मुझे इसकी कभी जरूरत पड़ी। शायद आप लोग भूल गए कि मैं राय बहादुर गुजरमाल मोदी का एकलौता पोता हूं। मैं पैसा लेकर आया, लिया नहीं। मैंने सरकार की मदद नहीं ली, समय है आप लोगों के जागने का, जब मैं बीसीसीआई में पहुंचा, तो उनके पास 40 करोड़ रुपए थे बैंक में। 29 नवंबर 2005 को अपने जन्मदिन के मौके पर बीसीसीआई पहुंचा था। जब मुझपर प्रतिबंध लगाया गया तो अंदाजा लगाइए बीसीसीआई के खाते में कितने पैसे थे, 47680 करोड़। फर्जी मीडिया आपको शर्म आनी चाहिए।