SAIL Bonus: कर्मचारी यूनियनें फिर आंदोलन की राह पर, दूसरी बैठक में ₹29400 तक पहुंचा सेल प्रबंधन
SAIL-Bhilai Steel Plant के कर्मचारियों को पहली बार बोनस के लिए इतनी मशक्कत करनी पड़ रही है। दूसरी बार बैठक के बाद भी सेल प्रबंधन और कर्मचारी यूनियनों के प्रतिनिधियों के बीच तालमेल बैठता नजर नहीं आ रहा है। 10 अक्टूबर को हुई बैठक में एक ओर जहां प्रबंधन ₹29400 तक पहुंचा. तो वहीं इस्पात संयंत्र के कर्मचारी यूनियन के नेताओं ने अपने 44 हजार रुपए की पुरानी मांग को बरकरार रखा।

दूसरी बैठक में नहीं बनी बात, प्रतिनिधियों ने दुहराई मांग
दरअसल भिलाई इस्पात संयंत्र समेत सेल की सभी इकाइयों में दीपावली त्यौहार से पहले मिलने वाले बोनस (एक्सग्रेशिया) तय करने को लेकर 19 सितम्बर से सेल प्रबंधन और यूनियनों में बातचीत का दौर शुरू हुआ है। लेकिन दो बैठकों के बाद भी सेल प्रबंधन कर्मचारी यूनियनों को अपनी मांग से डिगा नहीं पाया। पिछली बैठक में सेल प्रबंधन के ₹21000 बोनस के प्रस्ताव को यूनियन प्रतिनिधियों ने ठुकरा दिया था, और अब ₹44000 बोनस की मांग की है।

सोमवार को दिल्ली के हैवीटेट सेंटर में 11 बजे शुरू हुई बैठक में लगभग सभी यूनियन के प्रतिनिधि मौजूद थे। यूनियन नेताओं ने अपनी पुरानी मांग को दोहराया। लेकिन सेल प्रबंधन ने बजट का रोना रोते हुए एक बार फिर इतनी राशि का प्रावधान नहीं होने का हवाला दिया। सेल प्रबंधन की ओर से कहा गया कि क्योंकि प्रबंधन को कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन फंड की राशि भी जमा करनी पड़ती है। इसलिए 45000 बोनस देना संभव नहीं है।

देर शाम तक चलता रहा मोल-भाव, लेकिन नहीं बनी बात
बीएसपी कर्मचारियों के अनुसार पिछली बैठक में प्रबंधन ने ₹21000 बोनस का प्रस्ताव कर्मचारियों को दिया था। लेकिन इस बार की बैठक में कर्मचारी प्रतिनिधियों के हाव भाव को देखते हुए शाम 4 बजे 26 से 27 हजार और फिर बाद में ₹28000 बोनस का प्रस्ताव दिया। सेल ने इसमें 1400 रुपये रिवार्ड को मिलाकर 29400 रुपये बोनस प्रबन्धन ने तय किया। लेकिन प्रतिनिधिओं ने 45 हजार से घटाकर 44 हजार रुपये बोनस (एक्सग्रेसिया) की मांग पड़ अडिग रहे।
SAIL को चार गुना अधिक मुनाफा, फिर भी 22 हजार बोनस, यूनियनों ने ठुकराया प्रस्ताव
नेताओं की वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में आंदोलन पर होगा निर्णय
भिलाई इस्पात संयंत्र समेत देशभर के सभी इस्पात संयंत्रों के कर्मचारी व यूनियन प्रतिनिधि, सेल प्रबंधन पर बोनस का दबाव बनाने एक बार प्रदर्शन कर चुके हैं। अब 10 अक्टूबर की बैठक में सम्मानजनक बोनस नहीं मिलने पर, सेल प्रबंधन के खिलाफ फिर से मैदान में उतरने की रणनीति तैयार कर रहे हैं। इसके लिए बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मीटिंग रखी गई है इस मीटिंग में तय होगा कि किस तरह पूरे देश भर में सेल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन होगा।
अब 18 अक्टूबर को होगा निर्णय, कर्मचारियों के दबाव में नेता
कर्मचारी प्रतिनिधि और सेल प्रबंधन के बीच बोनस को लेकर सहमति नहीं बनने पर प्रबंधन ने 18 अक्टूबर को प्रतिनिधियों की तीसरी बैठक बुलाई है। जिसमें बोनस की राशि फाइनल होने की उम्मीद जताई जा रही है। दरअसल प्रतिनिधियों पर संयंत्रो के कर्मचारियों का दबाव साफ नजर आ रहा है। कर्मचारियों ने 45 हजार से कम बोनस पर हस्ताक्षर नहीं करने की प्रतिनिधियों को चेतावनी दी थी। इसलिए प्रतिनिधि अपनी मांग को लेकर अडिग हैं। लेकिन 26 अक्टूबर को दीपावली से पहले बोनस पर बात नहीं बनने से कर्मचारियों की नाराजगी का सामना सेल प्रबन्धन को करना पड़ सकता है।