Chhattisgarh में साधुओं से मारपीट का मामला, 14 आरोपी गिरफ्तार, गृह मंत्री ने दिये थे सख्त कार्रवाई के निर्देश
छत्तीसगढ़ में तीन साधुओं (Sadhu assault) के साथ हुई मारपीट के मामले में पुलिस ने मारपीट करने वालों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया है। गुरुवार को साधु की ड्रेस में भिक्षा मांग रहे, तीन लोगों पर बच्चा चोरी का आरोप लगाकर दुर्ग के चरोदा बस्ती में बेरहमी से मारपीट का मामला सामने आया था। जिसके बाद इस मारपीट का वीडियो भी वायरल हुआ था। इस वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने 35 लोगों की पहचान की है। इनमें से 14 लोगों को गिफ्तार किया है। प्रदेश में इस मुद्दे को लेकर राजनीति भी शुरू हो चुकी है।
सीसीटीवी
फुटेज
से
हुई
मारपीट
करने
वालों
की
पहचान
पुलिस
ने
आरोपियों
को
वायरल
वीडियो
और
सीसीटीवी
फुटेज
के
आधार
पर
गिरफ्तार
किया
गया
है।
इसके
साथ
ही
पकड़े
गए
लोगों
से
पूछताछ
के
बाद
अन्य
लोगों
के
खिलाफ
अपराध
दर्ज
किया
गया
है।
दरअसल
गिरफ्तार
किये
गए
आरोपी
सीसीटीवी
फुटेज
में
नजर
रहें
हैं,
इनकी
पहचान
मारपीट
के
वायरल
वीडियो
के
माध्यम
से
भी
की
गई।
इसके
साथ
साथ
घटना
के
दौरान
साधुओं
को
पीटने
के
लिए
उकसाने
वाले
ऐसे
कुछ
20
लोगों
के
खिलाफ
भी
कार्रवाही
की
जाएगी।
अपवाहों
पर
ध्यान
न
दें,
मारपीट
करने
वालों
पर
होगी
कार्रवाई
दुर्ग
एसपी
डॉ
अभिषेक
पल्लव
ने
बताया
कि
दुर्ग
राजनांदगांव,
रायपुर
और
धमतरी
जैसे
जिलों
में
इन
दिनों
बच्चा
चोरी
करने
वाले
गिरोह
को
लेकर
अफवाह
फैलाई
जा
रही
है।
ऐसी
अफवाहों
पर
लोग
निर्दोष
लोगों
से
मारपीट
कर
रहे
हैं।
इसी
तरह
के
एक
मामले
में
चरोदा
में
साधुओं
से
मारपीट
हुई
है।
इस
पूरे
मामले
में
वीडियो
फुटेज
के
आधार
पर
करीब
35
से
40
लोगों
को
चिन्हित
किया
गया
है।
मारपीट
करने
वाले
14
लोगों
को
पुलिस
ने
गिरफ्तार
किया
है।
इसके
अलावा
इस
घटना
के
लिए
उकसाने
वाले
लोगों
के
खिलाफ
भी
अपराध
दर्ज
किया
जाएगा
साथ
ही
इस
घटना
के
दौरान
मुकदर्शक
बनकर
तमाशा
देखने
वाले
लोगों
से
माफीनामा
भी
लिखवाया
जाएगा।
Chhattisgarh Child Theft: बच्चा चोरी के शक में पिट गए तीन साधु, ग्रामीणों ने इसलिए किया शक
जानिए
कैसे
सामने
आया
मारपीट
मामला
गुरुवार
को
दुर्ग
जिले
के
चरोदा
में
गणेश
चौक
के
पास
तीन
व्यक्ति
जो
साधु
के
कपड़े
पहने
हुए
थे।
साधु
की
वेषभूषा
में
घर
घर
जाकर
भिक्षा
मांग
रहे
थे,
जिसके
बाद
कुछ
अज्ञात
लोगों
ने
चरोदा
बस्ती
मे
बच्चा
चोरी
की
अपवाह
फैला
दी।
यह
बात
कुछ
ही
समय
में
पूरी
बस्ती
में
आग
की
तरह
फैल
गई।
इस
अफ़वाह
पर
लगभग
200
लोगों
की
भीड़
गणेश
चौक
के
पास
जमा
हो
गई
और
फिर
लोगों
ने
तीन
साधुओं
के
साथ
बेरहमी
से
मारपीट
शुरू
कर
दी।
इस
घटना
का
वीडियो
सोशल
मीडिया
में
वायरल
हो
गया।
पुलिस
को
सूचना
मिलने
पर
पेट्रोलिंग
स्टाफ़
ने
मौके
पर
पहुँचकर
तीनो
को
तत्काल
भीड़
से
छुड़ाकर
थाना
लाया
गया
और
अस्पताल
ले
ज़ाया
गया।
जिला
अस्पताल
में
डॉक्टर
ने
तीनो
साधुओं
के
प्राथमिक
उपचार
के
बाद
उन्हें
डिस्चार्ज
कर
दिया।
राजस्थान
के
निवासी
थे
तीनो,
नहीं
मिला
कोई
आईडी
कार्ड
इलाज
कराने
के
बाद
पुलिस
द्वारा
पूछताछ
किए
जाने
पर
तीनों
ने
स्वयं
को
राजस्थान
के
अलवर
जिले
का
निवासी
होना
बताया।
जिसमें
राजवीर
सिंग
उम्र
28
वर्ष
निवासी
गोविन्दगढ़
ज़िला
अलवर
राजस्थान,
श्याम
सिंग
उम्र
23
वर्ष,
निवासी
गोविन्दगढ़
ज़िला
अलवर
राजस्थान,
अमन
सिंग
28
वर्ष
है।
इन
तीनों
ने
पुलिस
को
किसी
प्रकार
का
परिचय
पत्र
या
आधार
कार्ड
नहीं
दिखाया।
जिस
पर
राजस्थान
पुलिस
से
तीनों
की
पहचान
कराई
गई।