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Chhattisgarh में हाहाकार मचा रहे गजराज, घर, खलिहान उजाड़ा, दो ग्रामीणों को कुचला, बना रहे नया ठिकाना

छत्तीसगढ़ में हाथियों का आतंक लगातार जारी है छत्तीसगढ़ के जशपुर, सरगुजा, बालोद और राजनांदगांव, मोहला मानपुर जिले में दंतैल हाथियों का दल सक्रिय है। हाथियों का दल ग्रामीणों में दहशत का केंद्र बना हुआ है।

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राजनांदगांव,बालोद 11 अगस्त। छत्तीसगढ़ में हाथियों का आतंक लगातार जारी है छत्तीसगढ़ के जशपुर, सरगुजा, बालोद और राजनांदगांव, मोहला मानपुर जिले में दंतैल हाथियों का दल सक्रिय है। हाथियों का दल ग्रामीणों में दहशत का केंद्र बना हुआ है। बल्कि इन हाथियों ने ग्रामीणों के घर, बाड़ी, खलिहान भी उजाड़ दिए हैं। इस बीच बालोद और राजनांदगांव जिले में आज दो ग्रामीणों को हाथियों ने कुचल कर मार डाला, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

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खेत में काम कर रहे किसान को कुचला
दरअसल राजनांदगांव और मानपुर जिले के बीच खडगांव क्षेत्र में सप्ताह भर से हाथी घूम रहे थे। आज अचानक मोहल्ला थाना क्षेत्र के भैंसबोड़ गांव में हाथियों का दल सक्रिय था। हथियों के दल ने खेत में काम करने पहुंचे किसान संतलाल मंडावी पर अचानक हमला कर दिया। जिससे ग्रामीण की मौत हो गई। इस घटना के बाद आस पास के गाँव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए वन विभाग ने सभी को पक्के मकानों में रहने के निर्देश दिए हैं। हाथियों को जंगलों की ओर खदेड़ने चारे की व्यवस्था की जा रही है। ग्रामीणों को मशाल रखने कहा गया है।

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शौच के लिये गई बुजुर्ग को रौंदा
दूसरा मामला बालोद जिले का है जहां दंतैल हाथियों का आतंक अब भी जारी है।यहां शौच करने गई सोहतरा निवासी 65 वर्षीय मोतिन बाई को सूंड से पटककर मार डाला। दरअसल गुरुर वन परिक्षेत्र के ग्राम सोहतरा निवासी बुजुर्ग महिला मोतिन बाई जंगल की ओर शौच करने गई थी। तभी झाड़ियों में छिपे एक दंतैल हाथी ने मृतिका पर हमला कर दिया और सूंड से पटककर मौत के घाट उतार दिया। वहीं हाथी के आतंक से जिले में इस साल पांच लोगों की मौत हो गई है।
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महाराष्ट्र के जंगलों से पहुंच रहा हाथियों का दल
सप्ताह भर पहले मोहला के खडगांव क्षेत्र में आतंक मचाने के बाद जंगली हाथियों का दल मोहला के करीब पहुंच गया था। हाथियों का दल मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर दिघवाड़ी, मांडरी और वासड़ी के बीच छोटे जंगल में 3 दिनों से विचरण कर रहा है। बीते साल इसी माह लगभग 25 हाथियों का दल एक महीने तक मांडरी के जंगलों में रहने के बाद महाराष्ट्र होते हुए आंध्रप्रदेश निकल गया था। इस बार फिर उसी रास्ते से हाथियों के दल ने वापसी की है।

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हाथियों के लिये अनुकूल है परिस्थिति
वन विभाग के अनुसार मानपुर मोहला अंबागढ़ चौकी जिला और महाराष्ट्र गढ़चिरौली जिले की भौगोलिक स्थिति इन हाथियों को भा रही है। इसलिए दल क्षेत्र में दोबारा फिर लौट आया है। वन विकास निगम के रेंज अधिकारी जागेश्वर गोड़ ने बताया कि जनसंख्या बढ़ने के बाद जंगली हाथियों ने गरियाबंद महासमुंद इलाके को छोड़कर मानपुर मोहला क्षेत्र को अपना नया ठिकाना बना रहे हैं।

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मुख्यालय के करीब पहुंचा था दल, जिले में हाई अलर्ट
तीन दिनों पहले हाथियों का दल मोहल्ला मुख्यालय के करीब दिघवाड़ी पहुंच गया था। इधर जंगली हाथियों को लेकर अंबागढ़ चौकी मोहला मानपुर जिला हाई अलर्ट पर है। वन विकास निगम और वन विभाग के अफसर हाथियों के सभी रुटों पर ग्रामीणों को सतर्क कर रहे हैं।

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English summary
Chhattigarh, Elephant is creating a ruckus, the house, barn destroyed, two villagers crushed, a new hideout is being built
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