तिहाड़ जेल जाने से पहले पुलिसवालों ने ली सुशील के साथ सेल्फी, पछतावे के बजाए मुस्कराता दिखा हत्यारोपी पहलवान
नई दिल्ली, जून 25: हरियाणा के 23 वर्षीय पहलवान सागर धनकड़ की हत्या के मामले में गिरफ्तार सुशील कुमार अब तिहाड़ जेल भेज दिया गया है। पुलिसकर्मी उसे शुक्रवार को मंडोली जेल से तिहाड़ लेकर गए। इस दौरान कुछ पुलिसकर्मियों ने सुशील के साथ सेल्फी ली। हत्या के जुर्म व और कई संगीन आरोपों में घिरा सुशील मुस्कुराते नजर आ रहा था। जिसकी तस्वीरें सामने आने के बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्या उसे जेल के भीतर स्पेशल ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। वहीं, वे पुलिसकर्मी भी निशाने पर आ गए हैं, जिन्होंने उसके साथ फोटो खिंचवाए। लोग उन्हें सोशल साइट्स पर दुत्कार रहे हैं। कई लोगों ने लिखा कि, हत्यारोपी को शर्म नहीं आती। अभी मुस्करा रहा है।
तिहाड़ में घुसने से पहले मुस्कुराता दिखा सुशील
दिल्ली की अदालत से मिली जानकारी के मुताबिक, अब हत्यारोपी पहलवान सुशील कुमार की न्यायिक हिरासत 9 जुलाई तक बढ़ा दी गई है। इससे पहले 14 दिन की न्यायिक हिरासत खत्म होने पर उसे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट मयंक अग्रवाल के सामने पेश किया गया था। जहां हिरासत बढ़ाए जाने का आदेश मिलने पर पुलिस सुशील को तिहाड़ जेल ले गई। वहीं, सुशील ने जेल प्रशासन से कहा कि, लॉरेंस बिश्नोई-काला जठेड़ी गैंग से जानलेवा हमले का खतरा है। यही वजह थी कि, वह मंडोली जेल में अपनी सेल में चिंतित रहता था। सेल में वह दिनभर चक्कर काटता रहता था। सुशील के वकील की ओर से कहा गया कि, सुशील की सुरक्षा बढ़ाई जाए।
जेल-प्रशासन द्वारा बढ़ाई गई सुरक्षा
दिल्ली की रोहिणी अदालत ने इससे पहले 11 जून को सुशील की न्यायिक हिरासत (ज्यूडिशियल कस्टडी) 14 दिन के लिए बढ़ा दी थी। जहां उसके वकील की ओर से सुशील की जान को लॉरेंस बिश्नोई-काला जठेड़ी गैंग से खतरा बताया गया था। हालांकि, मंडोली जेल में सुशील की सुरक्षा की खातिर उचित इंतजाम किए गए। एक अधिकारी ने कहा कि, किसी भी कैदी को अगर खतरा होता है, तो जेल प्रशासन द्वारा उसकी सुरक्षा का बंदोबस्त किया जाता है।
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खारिज हुई ज्यादा-बढ़िया खाने की याचिका
अदालत पिछले दिनों सुशील की जेल में प्रोटीन डाइट की मांग को खारिज कर चुकी है। सुशील की मांग थी कि उसका पेट अन्य कैदियों की तरह मिल रही खुराक से नहीं भर पा रहा है। लिहाजा उसे आगामी टोक्यो ओलंपिक के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट, एक्सरसाइ बैंड और एक स्पेशल डाइट मुहैया कराई जाए। इस याचिका को अदालत ने यह कहकर खारिज कर दिया कि, ऐसी जरूरत नहीं दिख रही।
जेल प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक, जिस वार्ड में सुशील कुमार रहा, वहां उसे अन्य कैदियों की तरह ही 8 रोटियां, 2 कप चाय व 4 बिस्कुट के अलावा दाल और कुछ सब्जियां खाने को दी गईं। इस खाने को सुशील ने खुद के लिए नाकाफी बताया था। हालांकि, उसे अदालत से झटका मिला, जिससे साफ हो गया कि अब उसे वही खाना पड़ेगा जो जेल में बंद अन्य कैदी खा रहे हैं।