पॉलीग्राफ टेस्ट में बोला आफताब, हां मैंने श्रद्धा की हत्या की, मुझे नहीं है इसका कोई अफसोस: सूत्र
Shraddha Murder Case: श्रद्धा वॉकर हत्याकांड के आरोपी आफताब पूनावाला का पॉलीग्राफ टेस्ट मंगलवार को पूरा हो गया। सूत्रों के अनुसार पूछताछ के दौरान आफताब ने इस बात को स्वीकार किया है कि उसे अपनी लिव इन पार्टनर की हत्या का कोई अफसोस नहीं है। फॉरेंसिक साइंस लैब के अधिकारियों ने कहा कि आफताब ने श्रद्धा वॉकर की हत्या को स्वीकार किया है और उसने कहा कि उसे हत्या का कोई अफसोस नहीं है। आफताब ने पूछताछ में कहा कि मुझे हत्या को लेकर कोई अफसोस नहीं है।

लैब के बाहर हुआ था हमला
पॉलीग्राफ टेस्ट के दौर्न आफताब ने इस बात को भी स्वीकार किया है कि उसने आफताब के शव के टुकड़ों को जंगल में फेंका था और उसने श्रद्धा के अलावा कई लड़कियों को डेट किया था। आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान सामान्य था, उसने पुलिस को बताया कि उसने पहले ही श्रद्धा हत्याकांड की पूरी जानकारी दे दी है। मंगलवार को आफताब को एक बार फिर से एफएसएल ऑफिस लाया गया। उसे भारी सुरक्षा के बीच यहां लाया गया। लैब के बाहर कुछ लोगों ने आफताब पर हमला कर दिया था।

शव के 35 टुकडे किए थे आफताब ने
बता दें कि आफताब ने 18 मई को श्रद्धा वॉकर की गला घोंटकर हत्या कर दी थी, इसके बाद उसके शव को 35 टुकड़ों में करके फ्रिज में रखा था। इसके लिए उनसे अलग से 300 लीटर की फ्रिज खरीदी थी। तीन हफ्तों में अलग-अलग जगहों पर उसने शव के टुकड़ों को डंप किया था। दक्षिण दिल्ली के मेहरौली जंगल में उसने शव के टुकड़ों को फेंका था। कई दिनों तक वह शव के टुकड़ों को फेंकता रहा था।

आज आ सकती है पॉलीग्राफ टेस्ट रिपोर्ट
आफताब के पॉलीग्राफ टेस्ट का पहला सेशन उसकी तबीयत खराब होने की वजह से टल गया था। दूसरा सेशन 23 नवंबर को किया जाना था। लेकिन उसे भी टाल दिया या था, बाद में दूसरा और तीसरा सेशन 25 और 26 नवंबर को हुआ था। आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट होने के बाद अब एक्सपर्ट फाइनल रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। अलग-अलग सेशन की उसकी रिपोर्ट को तैयार किया जा रहा है। माना जा रहा है कि यह रिपोर्ट आज आ सकती है। दिल्ली पुलिस को 1 दिसंबर को कोर्ट ने पॉलीग्राफ टेस्ट की अनुमति दे दी थी।

13 दिनों की न्यायिक हिरासत में आफताब
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया था कि वह गलत जवाब दे रहा है और हमे गुमराह कर रहा है। गौर करने वाली बात है कि आफताब को पुलिस ने 12 नवंबर को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उसे 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था। बाद में उसकी हिरासत को 22 नवंबर तक के लिए बढ़ा दिया गया था। बाद में उसकी हिरासत को 4 दिन के लिए और बढ़ा दिया गया। 26 नवंबर को उसे 13 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।