MCD Election 2022: '2013 के नरेंद्र मोदी हैं दिल्ली के मुख्यमंत्री',अरविंद केजरीवाल पर क्यों बरसे ओवैसी? जानिए
दिल्ली एमसीडी चुनाव में एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में जोरदार चुनाव अभियान शुरू कर दिया है। इस दौरान उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमकर निशाने पर लिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि जब दिल्ली में दंगे हो रहे थे, तो केजरीवाल गायब हो गए थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि दिल्ली के सीएम ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शाहीन बाग में प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ बोला था। एआईएमआईएम इस बार दिल्ली नगर निगम चुनाव में भी मैदान में है।

दिल्ली के सीएम ने तबलीगी जमात के खिलाफ जहर उगला-ओवैसी
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा, 'जब लोग कोविड-19 से बेहाल थे, ऑक्सीजन और हॉस्पिटल बेड के लिए संघर्ष कर रहे थे,तब दिल्ली के मुख्यमंत्री ने जहर उगला और कहा कि कोरोना वायरस तबलीगी जमात के कारण फैल रहा था।' वो बोले, 'दिल्ली में कोविड केस की लिस्ट में एक कॉलम था, जिसमें तबलीगी जमात के सदस्यों को सुपर-स्प्रेडर्स के तौर पर दर्ज किया जा रहा था। पूरा देश मुसलमानों पर संदेह करने लगा। नफरत बढ़ गई और कई लोगों पर हमला किया गया। इसके लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं।'
शाहीन बाग प्रदर्शन को लेकर भी निशाने पर केजरीवाल
दिल्ली में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) की एक सभा में पार्टी चीफ आम आदमी पार्टी के संयोजक पर निशाना साध रहे थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह आधे घंटे में शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों (सीएए विरोधी) को हटा देंगे।
2013 के नरेंद्र मोदी हैं केजरीवाल- ओवैसी
ओवैसी ने दावा किया कि 'उनकी (केजरीवाल की) पार्टी का एक व्यक्ति जो बाद में बीजेपी में शामिल हो गए ने 'गोली मारो' वाला नारा लगाया....' वो बोले, 'दिल्ली के मुख्यमंत्री ने तबलीगी जमात के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया, लेकिन इस व्यक्ति के खिलाफ नहीं। यही उनका असली चेहरा है....यह 2013 के नरेंद्र मोदी हैं और उनका सारा रिकॉर्ड तोड़ देना चाहते हैं।'
'दिल्ली में हिंसा भड़की तो केजरीवाल 'गायब' हो गए'
ओवैसी ने यहां तक दावा किया कि जब दिल्ली में हिंसा भड़क गई थी तो केजरीवाल 'गायब' हो गए थे। उन्होंने कहा, 'घरों को जला दिया गया और लोगों का कत्ल किया गया। दिल्ली के मुख्यमंत्री कहीं पर भी नहीं दिखाई पड़े।' हैदराबाद के सांसद ने आरोप लगाया कि मुसलमानों, दलितों और आदिवासियों की बेहतरी के लिए कोई भी पार्टी कुछ भी काम नहीं करना चाहती हैं।
ओवैसी ने कहा, 'जब मैं गुजरात के अहमदाबाद, गोधरा, सूरत और और वडगाम या दिल्ली में जाफराबाद और सीलमपुर की गलियों में घूमता हूं, मैंने देखा कि जहां मुसलमान, दलित और आदिवासी रहते हैं, वह अविकसित और गंदे हैं। इन जगहों पर नालियां खुली हुई हैं और कूड़े का पहाड़ है, लेकिन पीने के साफ पानी, बच्चों की शिक्षा और अस्पताल का कोई इंतजाम नहीं है। '(इनपुट-पीटीआई)