अब दिल्ली मेट्रो की सिटिंग कैपेसिटी में भी बदलाव, सिर्फ 50 फीसदी लोग कर सकेंगे यात्रा
नई दिल्ली, 28 दिसंबर: पूरी दुनिया की तरह अब भारत में भी कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा लगातार बढ़ रहा है। कर्नाटक में मिले पहले ओमिक्रॉन केस के बाद अब ये नया वैरिएंट 21 राज्यों तक पहुंच चुका है। दिल्ली में ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को भापते हुए सरकार ने ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान यानी यलो अलर्ट लागू कर दिया है। वहीं अब मेट्रो ट्रेन के सफर में भी बदलाव किया गया है। भारत में ओमिक्रॉन के 650 से ज्यादा केस मिले हैं, वहीं राजधानी दिल्ली की अगर बात करें तो यहां 165 केस दर्ज किए जा चुके हैं।
केजरीवाल सरकार के अलर्ट के बाद अब दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने भी मेट्रो ने अपनी सिटिंग कैपेसिटी में बदलाव किया है। डीएमआरसी के मुताबिक कोविड-19 के दिशा-निर्देशों के मद्देनजर मेट्रो के अंदर केवल 50 फीसदी बैठने की क्षमता तक यात्रा की अनुमति होगी। किसी भी यात्री को खड़े होने की अनुमति नहीं होगी। गाइडलाइन का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए गेटों की संख्या को सीमित करके मेट्रो स्टेशनों में प्रवेश को नियंत्रित किया जाएगा।
अभी सिर्फ 444 गेट ही खुले रहेंगे
इसी के साथ बताया कि मेट्रो स्टेशन के 712 गेटों में से अभी सिर्फ 444 ही खुले रहेंगे। जिनमें से यात्रियों को एंट्री मिलेगी। वहीं इससे पहले दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान येलो अलर्ट के तहत रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक रात्रि कर्फ्यू रहेगा। मेट्रो, रेस्तरां, बार 50% क्षमता के साथ संचालित होंगे। सिनेमा हॉल, स्पा, जिम, मल्टीप्लेक्स, बैंक्वेट हॉल, ऑडिटोरियम और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स तुंरत प्रभाव से बंद कर दिए गए हैं।
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दिल्ली में 'येलो अलर्ट' लागू
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को बताया कि पिछले 2-3 दिनों से कोविड के पॉजिटिव मामलों में 0.5% की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इसलिए 'येलो अलर्ट' लागू करने का निर्णय लिया गया है। कुछ चीजों पर पाबंदियां लगाई जा रही हैं। साथ सीएम ने कहा कि दिल्ली में पिछले दिनों से कोरोना मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हालांकि अधिकतर मामलों में ना तो अस्पताल जाने की जरूरत पड़ी है ना ऑक्सीजन, ना ही ICU और वेंटिलेटर की। ओमिक्रॉन संक्रमित लोग घर में ठीक हो रहे हैं। चिंता की जरूरत नहीं है।